पूर्वांचल ने दिए नौ पीएम, अब क्या है चुनौती
एक नजर प्रियंका के योगदान पर–
पूर्वांचल में भरेगा कांग्रेस का आंचल ?
गोण्डा। ‘‘मुफ्त का लाभ चाहिए लेकिन 500 रूप्ये देने में नानी मर रही है’’ जी हां यह कथन क्षेत्र के लेखपाल का है प्रधानमंत्री सम्मान निधि के पात्र किसानों को योजना का लाभ देने के लिए तैनात किये गये लेखपाल द्वारा इन्ही शब्दों का प्रयोग कर गरीब किसानों द्वारा उपलब्ध कराये गये प्रपत्रों को फेंक दिया गया, पीडित किसान द्वारा लेखपाल के भ्रष्ट आचरण की शिकायत जिलाधिकारी से की गयी है, देखना है कि प्रधानमत्रींं नरेन्द्र मोदी के स्वप्निल योजना प्रधानमंत्री सम्मान निधि पर लग रहे भ्रष्टाचार के इस दीमक को प्रशासन कितनी गम्भीरता से लेता है और ऐसे कर्मचारियों पर क्या कार्यवाही करता है।
प्रकरण जनपद के ग्राम पंढरी सविता सहजनवा का है जहां के निवासी पंकज दीक्षित ने जिलाधिकारी को दिये गये शिकायती पत्र के माध्यम से अवगत कराया हे कि उनके दादा बंशीधर दीक्षित जिनके पास दो बीधे से भी कम कृषि योग्य भूमि है, केन्द्र सरकार की महती येजना प्रधानमंत्री सम्मान निधि योजना के अर्न्तगत उनके दादा की पात्रता पूरी तरह जायज है, योजना के लाभ हेतु डाटा फीडिंग कार्य के लिए लेखपाल महादेव शुक्ल को प्रशासन द्वारा अधिकृत किया गया है, लेखपाल से जब येजना हेतु सम्पर्क किया गया तो उसने 500 रूप्ये बतौर सुविधा शुल्क की मांग की जिस पर प्रार्थी के दादा ने लेखपाल को 300 रूप्ये तथा खतौनी, पासबुक और आधारकार्ड लेखपा को उपलब्ध कराये। 500 की जगह 300 रूप्ये देखते ही लेखपाल आगबबुला हो गये और अपश्ब्दों को प्रयोग करते हुए कहा कि ‘‘मुफ्त का सारा लाभ तो चाहिए परन्तु 500 रूप्ये देते हुए नानी मर रही है’’ लेखपाल ने उक्त अशोभनीय शब्दों का प्रयोग करते हुए रूप्ये सहित प्रपत्रो को लेने के इन्कार कर दिया और चले गये।
जिलाधिकारी से हुयी लिखित शिकायत पर जहां पीडित ने लेखपाल की भूमिका की जाचं कराते हुए विभागीय कार्यवाही सहित लेखपाल पर प्राथमिकी दर्ज कराने की मांग की है। वहीं इस बावत जब आरोपी लेखपाल से सम्पर्क करने का प्रयास किया गया तो उन्होनें फोन उठाना भी मुनासिब नहींं समझा जिससे इस बात की संभावना और बलवती होती है कि पीडित की शिकातय पूरी तरह सत्य और विश्वसनीय है।
मुम्बई। आपने छोटे मोटे मामलो ंपर मुकदमा दर्ज कराने की बात तो कई बार सुनी होगी परन्तु एक बेटा अपने मां बाप पर इसलिए मुकदमा दर्ज कराना चाहता है कि उन्होनें पैदा करने से पहले उससे अनुमति क्यों नहीं ली इस तरह का मामला जरूर आपके लिए चौकाने वाला होगा।
जी हां मुम्बई का एक 27 वर्षीय व्यक्ति इसीलिए अपने मां बाप पर मुकदमा दर्ज कराने की बात कह रहा है। हालाकिं सोशल मीडिया पर वायरल इस वीडियों में मुम्बई निवासी 27 वर्षीय राफेल सैम्युअल ने जो कारण बताये है वह वास्तव में दिलचस्प हैं उन्होनें कहा है कि उनका यह विरोध वास्तव में लगातार बढ रही जनसंख्या है जिससे धरती पर अनावश्यक तनाव फैलता है और संतुलन बिगडता हैं।
वायरल वीडियो में राफेल सैम्युअल ने कहा हे कि मैं भारतीयों सहित दुनिया भर के लोगों को इस बात का अहसास कराना चाहता हूं ि कवे सभी बिना अपनी सहमति के ही इस दुनिया में आये हैं उनका अपने मा बाप पर कोई कर्ज नहीं है चूकिं हम बिना अपनी सहमति के पैदा हुए हैं इसलिए हमें गुजारा भत्ता दिया जाना चाहिए और यह भुगतान हमें अपनी मां बाप द्वारा ही दिया जाना चाहिए।
हालाकिं अधिवक्ता मां बा पके पुत्र सैम्युअल ने अदालत का दरवाजा खटखटाने का न तो समय बताया है और न ही यह बताया है ि कवह किस अदालत का दरवाजा खटखटायेगें। उसने यह भी बताया है कि उसके मां बाप से उसके सम्बध बडे ही अच्छे है। राफेल ने यह उम्मीद भी जताई है कि वह जिस मुददे को उठा रहा है उसे वह समझने की कोशिश अवश्य करेगें। राफेल ने यह भी स्वीकार किया है कि उसका मुददा जो है उसके अनुसार यह संभव भी नहीं है कि मां बाप बच्व्चे पैदा करने से पहले उसकी सहमति ले सकें। फिलहाल राफेल की मां ने उसके फेसबुक वाल पर लिखा है कि अगर राफेल अदालत मे ंयह साबित कर देता है कि पैदा करने से पहले मां बाप द्वारा बच्चे से सहमति ली जा सकती है तो वह अपनी गलती मानने को तैयार है।
गोण्डा। जिला चिकित्सालय में जड जमा चुका भ्रष्टाचार थमने का नाम नहीं ले रहा, यहां आये दिन मरीजों से अवैध वसूली की शिकायतों आम है वह चाहे मेडिकल बनाने के नाम पर हो या फिर शासन द्वारा पूरी तरह मुफत अन्य स्वास्थ्य सेवाओं की बात हो डाक्टर और अन्य स्वास्थ्य कर्मी यहां हर सेवाओं के बदले मरीज का शोषण कर उससे अवैध वसूली के प्रयास में ही रहते है।
ताजा मामला भी कुछ इसी तरह का है जिसमें कोटेदार से हुए विवाद में मारपीट में जख्मी पीडित जब मेडिकल कराने जिला चिकित्सालय पहुचां तो वहा चिकित्सक सहित फार्मासिस्ट ने पीडित से 1500 रूप्ये की मांग की, काफी मान मनौव्वल करने के बाद किसी तरह स्वास्थ्य कर्मियों ने पीडित से 700 रूप्ये लेकर ही उसका मेडिकल बनाया, जिसकी शिकायत पीडित ने सीएमओ और पुलिस से की परन्तु किसी ने भी शिकायत को गम्भीरता से नहीं लिया विवश होकर पीडित ने न्यायालय की शरण ली जिस पर न्यायालय ने गम्भीरता दिखाते हुए पुलिस से प्रकरण की आख्या मांगी है।
जनपद के थाना कौडिया अर्न्तगत ग्राम परसिया रानी निवासी पीडित गंगाबिशुन पुत्र जगदीश के एडवोकेट पंकज दीक्षित ने जानकारी देते हुए बताया कि विगत दिनों गंगा विशुन ने अपने गांव के कोटेदार संतराम द्वारा बरती जा रही अनियमितताओं की शिकायत मुख्यंमत्रीं पोर्टल पर की थी जिससे खार खाये कोटेदार ने 21 दिसम्बर 2018 को शिकायत कर्ता के घर में घुसकर उससे मारपीट की जिसमें वह गम्भीर रूप् से घायल हो गया था। पीडित गंगाबिशुन ने इस घटना की शिकायत स्थानीय पुलिस से की घायल का मेडिकल परीक्षण कराने की आवश्यकता नहीं समझी जबकि पुलिसिया कार्यवाही में ऐसी घटनाओं में सबसे पहले मेडिकल परीक्षण आवश्यक होता है।
पीडित ने मामले में मेडिकल की आवश्यकता को समझते हुए स्वयं जिला चिकित्सालय पहुचा और मेडिकल कराना चाहा जिस पर वहां मौजूद डा0 एम के गुप्त औ फार्मासिस्ट बी डी सोनी ने पीडित से मेडिकल बनाने के बावत 1500 रूप्ये की मांग की, पीडित ने रूप्ये देने मे असमर्थता व्यक्त की तो उपरोक्त आरोपियो ंने मेडिकल करने से मना कर दिया। पीडित और बुरी तरह घायल गंगाबिशुन सुबह से लेकर शाम तक आरोपियों के हाथ पैर जोडता रही परन्तु इन भ्रष्टाचारियों का दिल नहीं पसीजा।
एडवोकेट पंकज दीक्षित ने बताया कि थक कर शाम को जब किसी तरह गंगाबिशुन ने 700 रूप्ये की व्यवस्था की आरोपियों को दिया तब जाकर उन्होनें उसका मेडिकल बनाया। उक्त घटना की शिकायत गंगाबिशुन ने सीएमओं तथा नगर कोतवाली पुलिस से की परन्तु किसी ने भी इस जघन्यतम भ्रष्टाचार पर कोई कार्यवाही नहीं की, विवश होकर गंगाबिशुन ने न्यायलय की शरण ली जिस पर न्यायालय ने कडा रूख दिखाते हुए कोतवाली नगर पुलिस से मामले की आख्या मांगी है जिसकी अगली सुनवायी 25 फरवरी को नियत की है।
बलरामपुर । आपूर्ति विभाग द्वारा किये जा रहे गड़बड़ झालों में एक मामला उस समय और जुड़ गया जिसमें की गई शिकायत को बिना किसी जांच के निस्तारित कर दिया गया, इतना ही नही विभाग ने शिकायत कर्ता के जीवित पिता को मृत भी घोषित कर दिया !
मामला जनपद बलरामपुर के टेढ़ी बाजार का है जहाँ के निवासी यज्ञ मणि त्रिपाठी ने जिला पूर्ति कार्यालय बलरामपुर की शिकायत जनसुनवाई पोर्टल पर दर्ज करायी थी जिसमे पूर्ति निरीक्षक द्वारा बिना किसी जांच पड़ताल के फर्जी तरीके से मामलें का निस्तारण कर दिया , इतना ही नही पूर्ति निरीक्षक ने मामले के फर्जी निस्तारण मे शिकायकर्ता के पिता को फर्जी तरीके से मृत भी घोषित कर दिया जबकि शिकायतकर्ता के पिता अभी जिंदा है । शिकायकर्ता की यदि माने तो उक्त निरीक्षक द्वारा बिना किसी जांच पड़ताल के फर्जी तरीके से मामलें का निस्तारण कर दिया है , शिकायकर्ता का आरोप है की उनकी माता ज़ी के नाम से अरसों से गरीबी रेखा के ऊपर जीवन यापन करने की श्रेणी का ए.पी.एल.कार्ड बना था जिसको बिना किसी सूचना के काट दिया गया है ।
चेन्नई (तमिलनाडु)। कालेधन का पता लगाने ओैर उस पर कार्यवाही के लिए आयकर विभाग द्वारा धनकूबेरों के कार्यालयों, आवासों व अन्य ठिकानो पर छापे की कार्यवाही की खबरों को आपने अनेकों बार सुना और देखा होगा परन्तु आयकर विभाग के अधिकारियों को कालेधन का पता लगाने के लिए किसी कब्रिस्तान की भी खाक छाननी पडी हो शायद आपने आज से पहले कभी भी नहीं सुनी होगी।
जी हां आज हम आपकों एक ऐसी ही कहानी से रूबरू करा रहे हें जिसमें आयकर अधिकारियों को कालेधन का पता लगाने के लिए कब्रिस्तान की भी सैर करनी पडी।
प्रकरण प्रदेश की राजधानी चेन्नई का है जहां बीते दिनों एक साथ तीन कम्पनियों पर एक साथ पडे छापे के दौरान कुछ फिल्मी अंदाज में घटनाक्रम देखने को मिला। विगत माह के अन्त में आयकर अधिकारियों द्वारा डाले जाने वाले छापे की जानकारी लीक हो जाने से सतर्क हुए काले धन कुबेर जिसमें तमिलनाडू के प्रमुख सवर्णा स्टोर, लोटस गृप् व जी स्कावयर के लगभग छह दर्जन आफिसों ने अपने काले धन को छुपाने के लिए अपने नकदी हीरे व जवाहरातों को एक कब्रिस्तान में छुपाने का कार्य किया।
ज्ञात हो ि कइस छापे में जब आयकर अधिकारियों को कुछ नहीं मिला तो उनका माथा ठनका, जानकारी करने पर उन्हें पता चला कि एक चेन्नई की सडक पर एक लक्सरी कार काफी देर से लगातार दौडी जा रही है जिसमें इन कम्पनियों कें माल असबाब हैं। आयकर अधिकारियों ने आनन फानन में उस कार को हिरासत में ले ड्ाइवर पर जब सख्ती की तो पता चला कि सारा माल एक कब्रिस्तान में छुपाया गया है। ड्ाइवर की निशानदेही पर जब उक्त कब्रिस्तान में खुदाई की गयी तो कइ्र बोरों में छुपाया गया कालाधन सामने आ गया जिसमें लगभग 25 करोड रूप्ये नगदी, 12 किलों सोना और 626 कैरेट के हीरे की बरामदगी हुयी आयकर अधिकारियों के मुताबिक इन सभी सम्पत्तिं की कीमत लगभग 433 करोड रूप्यें आकी जा रही है। इतना ही नहीं अधिकारियो ंने अपने कब्जे में लिए गये कम्प्यूटर जिसमें से डाटा का मिटाया गया था उसका डाटा वापस लाने के लिए आई प्रोफेशनलों की भी सहायता ले रही है जिसमें से और भी कई जानकारियों के मालूम होने की आशंका जताई जा रही है।
ज्ञात हो कि इन सभी कम्पनियों के मालिकों ने हाल ही में चेन्नई में लगभग 200 करोड की प्रापर्टी की खरीद की है वो भी नगद भुगतान पर।
गोण्डा। थाना कोतवाली देहात के बालपुर जाट गांव निवासी एक दुकानदार पर स्थानीय दबंगों ने हमला कर घायल कर दिया और लगभग आधे लाख रूप्ये की लूट कर फरार हो गये। हैरानी तो यह है कि इतनी बडी घटना की सूचना से ही पुलिस इन्कार कर रही है। वहीं हमले में घायल दुकानदार को गम्भीर अवस्था में जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया गया है जहां उसका इलाज चल रहा है।
घटना रविवार की सुबह लगभग साढे बारह बजे की है जब बालपुर जाट निवासी प्रदीप कुमार शुक्ल पुत्र नकछेद प्रसाद अपने पैतालिस हजार रूप्ये लेकर ड्ाइवर को देने जा रहा था कि अचानक तिवारी पुरवा बालपुर जाट गांव के ही रहने वाले शिवकुमार तिवारी अपने तीन चार अन्य अज्ञात साथियों के साथ वहा आ धमका और अचानक प्रदीप के सर और पैर मे ंवार कर बुरी तरह घायल कर दिया और उसकी जेब मे रखे हुए रूप्ये लेकर फरार हो गया।
जिला अस्पताल में भर्ती प्रदीप ने बताया कि आरोपी दबंग और शातिर किस्म के लोग हैं वे उससे काफी समय से हर माह रंगदारी की मांग कर रहे हैं न देने पर जान से मार डालने की धमकी भी देते रहे हैं। इसके बारे में उसने कुछ दिन पहले थाने में सूचना भी दी थी किन्तु पुलिस ने आश्वासन देते हुए कहा था कि जब तुम्हारे साथ कोई घटना घटे तो हमे बता देना।
सूचना पर शिकायत दर्ज न कर सिर्फ आश्वासन का डोज देकर पुलिस ने आंख बन्द कर ली जिसका नतीजा यह रहा कि कुछ दिन बाद ही प्रदीप पर जानलेवा हमला तो हुआ ही उसके पैतालिस हजार रूप्ये भी छीन लिये गये। घटना के बारे में पुलिस से शिकायत दर्ज कराने की बात पर प्रदीप ने कहा कि वह बुरी तरह से घायल था परिजन उसे लेकर किसी तरह चिकित्सासल पहुचें है, ज्यादा चोट लग जाने के कारण वह थाने जाने मे ंअसमर्थ था। परिजन थाने शिकायत करने के लिए गये हुए हैं। इस बारे में जब कोतवाल देहात से सम्पर्क किया गया तो उन्होनें बताया कि इस घटना के बारे में उन्हें कोई जानकारी नहींं है घटना से इन्कार करते हुए उन्होनें यह भी कहा कि न ही परिजन इसकी शिकातय लेकर उनके पास आये हैं।
हास्यास्पद यह है कि दोपहर लगभग बारह बजे घटी यह घटना क्षेत्र में चर्चा का विषय बनी हुयी है लगभग डेढ बजे भर्ती कराये गये प्रदीप के परिजन भी दो बजे के बाद थाने पर शिकायत दर्ज कराने जा चुके थे किन्तु जब रात्रि लगभग साढे आठ बजे देहात कोतवाल से सम्पर्क कर जानने का प्रयास किया गया तो उन्होनें घटना से ही पूरी तरह इन्कार कर दिया जबकि घायल का कहना है कि परिजन शिकायत करने के लिए थाने गये थे।
मृत अज्ञात वृद्ध महिला की शिनाख्त बनी चुनौती
खरगुपुर गोण्डा। जनपद के थाना खरगूपुर क्षेत्र के मंगलनगर में हुए सडक दुर्घटना में संदिग्घ रूप से एक पैसढ वर्षीय अज्ञात वृद्व महिला की म्त्यू हो गयी, घटना शनिवार की लगभग बारह बजे की हैं।
थाना खरगुपुर क्षेत्र के मंगलनगर के पास कथित रूप से एक तेज रफतार मोटर साइकिल ने दो लोगों को टक्कर मार दी और फरार हो गया। घटना के प्श्चात घायलों को मंगलनगर के ही रहने वाले चन्द्रभवन विश्वकर्मा पुत्र आरती विश्वकर्मा अपने कार से लेकर पहले पीएचसी रूपईडीह पहुचें जहां 38 वर्षीय अज्ञात महिला को प्राथमिक उपचार के बाद घर भेज दिया गया वहीं गम्भीर रूप से घायल अज्ञात पैसढ वर्षीय महिला को जिला चिकित्सालय रिफर कर दिया। पीएचसी रूपईडीह के डाक्टर शिवकुमार के अनुसार एक पैतीस वर्षीय महिला एवं एक पैसढ वर्षीय अज्ञात महिला को घायल अवस्था में पीएचसी पर एक व्यक्ति द्वारा लाया गया था। दोनों ही महिलाओ के बारे में जानकारी करने पर उन्होनें बताया कि लाने वाला व्यक्ति भी उन दोनों लोगों को नहीं जानता था, गम्भीर घायल महिला को लेकर वह व्यक्ति जिला चिकित्सायल पहुचा जहां उसे दोपहर दो बजकर बीस मिनट पर भर्ती कर लिया गया। महिला की अत्यन्त गम्भीर अवस्था के चलते सर्जन डा0 डी एन सिंह को बुलाया गया। घंटो लगे रहने के प्श्चात भी महिला की स्थिति में सुधार न होता देख उन्होनें उसे लखनउ के लिए रिफर कर दिया। जब महिला को ले जाने के लिए एम्बुलेंस पहुची तो परिजनों की अनुपस्थिति में उसने घायल को ले जाने से इन्कार कर दिया। चिकित्सालय द्वारा पुलिस को दी गयी सुचना पर पुलिस ने चिकित्सालय प्रशासन को आश्वासन देते हुए कहा ि कवे मरीज को भेजे किन्तु कोतवाली नगर पुलिस ने किसी को नहीं भेजा। महिला की स्थिति बिगडते देख आनन फानन में सीएमएस ने चिकित्सालय के वार्ड व्याय साबिर को अटैन्डेन्ट के रूप् में घायल महिला के साथ भेजा जहां करनैलगंज के पास पहुचतें ही घायल महिला की मौत हो गयी जिसे जिला चिकित्सालय के मर्चरी में रखवा दिया गया।
यह महिला कौन ह,ै वह कैसे घायल हुयी, और कहा की रहने वाली है इस बारे में न ही स्थानीय लोगों को इसकी जानकारी है न ही पीएचसी रूपईडीह के किसी डाक्टर को ही जानकारी है और न ही चिकित्सालय में कोई इसका रिकार्ड ही दर्ज किया गया। वह लावारिस अवस्था में जिला चिकित्सायलय के मर्चरी में बन्द पडी है।
सम्पूर्ण घटनाक्रम में महिला की मौत रहस्यमयी और सदिंग्ध होती जा रही है। घटनाक्रम की कडिया अलग अलग होने के चलते महिला की शिनाख्त भी मुश्किल हो गयी है। शनिवार की दोपहर हुए इस दुर्घटना की इस कडी में ंएक ही नाम सामने आया है जो मंगलनगर के रहने वाले चन्द्रभवन विश्वकर्मा हैं। वह अपनी कार से महिला की मदक के लिए उसे लेकर पीएचसी रूप्ईडीह और जिला चिकित्सालय पहुचें। और उसे भर्ती कराया। जिनसे सम्पर्क नहीं हो पाया है। पीएचसी के ही डाक्टर अंसार अहमद व शिवकुमार के साथ ही जिला चिकित्सालय के डाक्टर डीएन सिंह के अनुसार चन्द्रभवन ने पूछने पर महिला के बारे में यही बताया कि उसे किसी मोटरसाइकिल वाले ने टक्कर मार दी और वह सडक के किनारे घायल पडी हुयी थी जबकि दूसरी घायल महिला का कहना था कि वह बृद्व को बचाने में ही घायल हुयी थी किन्तु वह भी उसे नही जानती थी।
इस बारे में जानकारी के लिए एसओ खरगूपुर से जब पूछा गया कि थाना क्षेत्र से किसी वृद्व महिला के खो जाने या फिर मंगलनगर के पास किसी सडक दुर्घटना में किसी की मौत हो जाने की उन्हें जानकारी है तो उन्होनें इन्कार करते हुए कहा कि उन्हें इस तरह की कोई जानकारी नहीं है और न ही किसी मिसिंग की ही कोई सूचना है। अब आपके द्वारा जानकारी हुयी है तो पता करने का प्रयास किया जायेगा।
दोपहर लगभग बारह बजे की यह घटना घटित होने का कोई प्रत्यक्षदर्शी अभी तक सामने नही आया है। और न ही किसी को महिला के बारे में या घटना के बारे में ही जानकारी है इन सभी बातों से यह सडक दुर्घटना ही संदिग्ध प्रतीत हो रही है जिसमें वृद्व की मौत हो गयी है। यह ऐसा प्रतीत होता है कि महिला की हत्या कर बहुत ही सफाई के साथ उसे ठिकाने लगाने का प्रयास लिखा पढी करते हुए सबके सामने दर्ज करा कर किया जा रहा है। मौत के प्श्चात बत्तीस घंटे बीत जाने के बाद भी न ही महिला की कोई शिनाख्त हो पायी है और न ही अभी तक उसका कोई वारिस ही सामने आया है।
भारत सरकार के सूत्रों और व्हाटसएप्प से मिल रही जानकारी पर यकीन किया जाये तो आने वाले समय में भारत के सोशल मीडिया जगत में अपनी भरपूर पकड बना चुके प्लेटफार्म व्हाटसएप्प पर ताला लग सकता है।
मिल रही जानकारी के अनुसार भारत में सोशल मीडिया के माध्यम से प्रसारित हो रहे संदेशों पर निगरानी रखने के लिए लाये जा रहे सरकार के नये नियमों के अनुसार व्हाटसएप्प अपनी सुविधा में बदलाव नही कर सकता जिसके कारण उसे अपने सेवाऐ भारत मेंं बन्द करनी पड सकती है। व्हाटसएप्प के कम्यूनिकेशन हेड कार्लवुग ने बताया है कि चूकि व्हाटसएप्प के माध्यम से प्रसारित होने वाले संदेश डिफाल्ट रूप् से एन्ड टू एन्ट एनक्रिप्शेन से लैस होते है जिसके तहत संदेश भेजने वाला या फिर संदेश पाने वाला ही संदेशों को पढ ओर देख सकता है, यहां तक कि व्हाटसएप्प भी उन संदेशों को देख नहीं सकता जबकि सरकार का कहना है कि व्हाटसएप्प की यह गोपनीयता भारत की सुरक्षा के अनुरूप् नहीं है।
कार्लवुग का कहना है कि यदि हम भारत सरकार के नियमों के तहत कार्य करते है तो हमे नये सिरे से अपने उत्पाद को दुबारा बनाना पड सकता है जिससें उसका वर्तमान स्वरूप् समाप्त हो जायेगा। जबकि भारत सरकार का कहना यह कहना है कि व्हाटसएप्प के मौजूदा स्वरूप् के कारण हमारी एजेन्सियों को व्हाटसएप्प के माध्यम से अफवाह फैलाने वाले तत्वो तक पहुचना मुश्किल होता है जिससें हमारी सुरक्षा व्यवस्था सहित कानून के अनुपालन में भी समस्या का सामना करना पडता है। सरकार का यह भी कहना है कि सोशल मीडिया के लिए सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय द्वारा उन्हें अपनी सेवाओं के दुरूप्योग और उनके माध्यम से हिंसा और अफवाह फैलाने के लिए एक उचित प्रक्रिया अपनाने के लिए निर्देशित किया गया है।
रूपईडीह गोण्डा। प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री योगी के सपनों को उनके ही अधिकारी किस तरह पलीता लगा रहे है इसकी बानगी देखनी हो तो एक चक्कर जनपद के रूपईडीह ब्लाक का लगा लीजिए यहां की भ्रष्ट कार्यशैली और गन्दगी की पूरी कहानी स्पष्ट रूप से सामने आ जायेगी।
जी हां स्थानीय और विश्वस्त सुत्रों से मिली इस जानकारी पर जब समाचार वार्ता की टीम ने रूपईडीह ब्लाक की इस जानकारी की हकीकत परखने की कोशिश की तो मामला बताये जाने से भी बढकर निकला, पूरे परिसर में आवारा कुत्तो और जानवरों का डेरा लगा दिखागन्दगी का तो आलम यह रहा कि ब्लाक परिसर में ही स्थित प्रसव केन्द्र सहित पूरे का पूरा ब्लाक परिसर ही तालाब के रूप मे ंसामने दिखाई दिया जहां कब से गन्दा और बदबूदार पानी भरा है कुछ कहा नहीं जा सकता, ठीक इसी तरह ब्लाक परिसर में बने शौचालयों का हाल तो यह बयान कर रहा था कि शायद ही इसके निर्माण से लेकर आज तक किसी ने इसका प्रयोग किया हो, परिसर में बने सभी शौचालयों के दरवाजे अपने जगह से कब गायब हो गये कोई बता नहीं सका, टूटी सीटों में शराब की बोतले भरी पडी थी और भरपूर गन्दगी किसी को अपने पास फटकने का भी अवसर नहीं दे रही थी। इतना ही नहीं ब्लाक परिसर में स्थित कार्यालयों के अन्दर भी गन्दगी ने अपना सामा्रज्य स्थापित कर रखा था।
हैरानी की बात तो यह रही कि जब इस गन्दगी और अव्यवस्था पर प्रभारी बीडीओ के डी मिश्र से जानकारी चाही गयी तो उन्होनें स्वयं अपने भ्रष्ट कार्यशैली का भी परिचय देते हुए बताया कि गन्दगी तो होती रहती है रही बात शौचालयों के दरवाजे की तो वह क्षेत्र पंचायत का पैसा बाधित होने के कारण लग नही पाया पैसा आते ही दरवाजे लगा दिये जायेगें।
अब यह तो सर्वविदित है कि जब शौचालय निर्माण हुए थे तब तो दरवाजे आदि भी लगाये गये होगें, जो दरवाजे या अन्य संसाधन शौचालयों के संचालन हेतु लगाये गये थे क्या वह बिना पैसे के लगाये गये थे, उनकी देखभाल और सुरक्षा की जिम्मेदारी किसकी थी। निर्माण के समय खर्च किये गये पैसों को दरकिनार कर पुनः जनता के धन का दुरूप्योग कर दरवाजों को लगवाया जाना कहा तक उचित होगा। साथ ही उन्होनेंं इस बात को भी दरकिनार कर दिया कि ब्लाक परिसर की सफाई के लिए सफाई कर्मियों की नियुक्ति है तो फिर नियमित सफाई क्यों नहीं होती। क्या चाय की दुकानों और पान की ढाबलियों पर डेरा जमाये राजनीति कर रहे सफाई कर्मियों को अपना कार्य न करने का समर्थन दे रहे बी डी ओ की उनसे मिली भगत नहीं है।
गोण्डा। स्थानीय सरस्वती शिशु मंदिर परिसर मालवीय नगर में सरस्वती विद्या मंदिर एवं सरस्वती बालिका विद्या मंदिर के संयुक्त तत्वाधान में बसंत पंचमी पर्व हर्षोल्लास के साथ मनाया गया !
कार्यक्रम में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के विभाग प्रचारक रमेश कुमार का मार्गदर्शन प्राप्त हुआ। आगामी सत्र हेतु भैया बहनों का विद्या आरम्भ संस्कार पाटी पूजन कार्यक्रम संपन्न हुआ। कार्यक्रम में विद्यालय के प्रधानाचार्य गार्गीदीन बाजपाई, प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, श्रीमती पुष्पा मिश्रा सहित सभी आचार्य आचार्य बहने एवं अभिभावक उपस्थित रहे।
गोंडा । जनपद गोंडा के मोतीगंज थाना क्षेत्र पर तैनात एस.एच.ओ गोरखनाथ सरोज के द्वारा की जा रही अनियमितताओं एवं सर्वोच्च न्यायालय के आदेशों की अवहेलना किए जाने के सम्बन्ध मे जांच कराये जाने हेतु पंकज दीक्षित ने DM से लेकर PM तक को लिखा चिट्ठी जिसमे कई अहम बिन्दुओ को उल्लिखित करते हुऐ कारनामो का राज खोला है ,
इतना ही नही पंकज दीक्षित ने उक्त एस.एच.ओ के खिलाफ कई साक्ष्य भी संकलित किए है जिसको जांच के दौरान जांच अधिकारी को उपलब्ध कराने की बात कही है । अब देखना यह है की कही विभागीय मामला होने के नाते जांच अधिकारी द्वारा मामलें को दबा न दिया जाए , पंकज दीक्षित का आरोप है की उक्त SHO के कार्यकाल मे प्राप्त शिकायती पत्रो का निस्ताराण गुणवत्ता पूर्वक न करके दबंगों से मोटी धनउगाही करके मामलें का फर्जी निस्तारण मात्र विभागीय औपचारिकता के लिए कर दिया जा रहा है , साथ ही न्यायालय के आदेशों की भी अवहेलना की जा रही है ।
गोन्डा ! बेसिक शिक्षा अधिकारी गोंडा के खिलाफ प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज कराने के बाबत पीड़ित भग्गन प्रशाद ने गंभीर आरोप लगाते हुऐ ए.डी.जे 2 / स्पेशल जज / एस सी.एस.टी कोर्ट गोंडा के समक्ष सी.आर .पी .सी .की धारा 156(3) के अंतर्गत प्रार्थना पत्र दिया है , जिसका संज्ञान न्यायालय ले लिया है और थाना कोतवाली नगर से इस प्रकरण मे आख्या मँगाए जाने संबंधी आदेश जारी किया है , जिसकी अगली सुनवाई 18-02-2019 नियत है ।
भोपाल (मध्यप्रदेश)। एक मुर्गी पर भी थाने में तहरीर पड सकती है और उसे भी पुलिस के सामने हाजिरी लगानी पड सकती है इसकी कल्पना तो शायद किसी ने भी नही की होगी लेकिन यह वाकया पूरी तरह सत्य है।
प्रकरण जनपद के थाना शिवपुरी का है जहां एक मुर्गी के खिलाफ आयी शिकायत पर थाने के अधिकारी भी भौचक्के रह गये, मुर्गी के खिलाफ शिकायत लेकर पहुची पुनम कुश्वावाहा नाम की महिला ने बताया कि उसके एक पडोसी की मुर्गी ने उसकी मात्र आठ माह की बेटी को चोच मार मारकर घायल कर दिया है उसने यह भी बताया कि यह घटना कोई पहली बार नहीं हुयी है इससे पहले भी वह मुर्गी उसकी बेटी को घायल कर चुकी है, अन्तर इतना है ि कइस बार मुर्गी ने उसकी बेटी को कुछ ज्यादा ही घायल कर दिया है। पूनम ने मुर्गी की शिकायत करते हुए उसके विरूद्व मामला दर्ज करने की मांग की।
एक मुर्गी के विरूद् मिली इस अजीबोगरीब शिकायत पर असमंजस में आये अधिकारियों ने आनन फानन में मुर्गी के मालिकान को थाने पर मुर्गी सहित हाजिर होने को कहा जहां मुर्गी की मालकिन ने इस बात को स्वीकार किया कि उसकी मुर्गी ने पडोसी की बच्ची को घायल किया है।
मामला देख रहे पुलिस अधिकारी उस समय भौचक रह गये जब मुर्गी पर कार्यवाही की आशंका से उसकी मालकिन बुरी तरह रोने चिल्लाने लगी और पुलिस से कार्यवाही न किये जाने की गुहार लगाने लगी। किसी तरह शांत किये जाने पर मुर्गी की मालकिन ने जो बात बतायी वह और भी चौंकाने वाली थी उसने बताया कि उसके कोई भी औलाद नहीं है उसने मुर्गी को अपनी औलाद की तरह पाला है। फिलहाल पुलिस द्वारा दोनों पक्षों को समझाने के बाद मुर्गी की मालकिन ने अपने पडोसी को इसके लिए आश्वस्त किया कि आगे से मुर्गी उसके बच्चे को किसी तरह का नुकसान नहीं पहुचायेगी चाहे उन्हें मुर्गी को बांध कर ही क्यों न रखना पडे।
सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही फाटो और पोस्ट पर यकीन किया जाये तो इस मामलें में यह बात खुल कर सामने आ रही है कि एक महिला ने अपने पति पर नौकरानी से सम्बंध रखने के शक में अपने पति का गुप्तांग काट डाला, बुरी तरह आक्रोशित महिला का गुस्सा इतने से भी जब शांत नहीं हुआ तो उसने पति के कटे गुप्तांग को नूडल्स के साथ पका डाला और बडे ही चाव से साथ उसे खा भी लिया।
एक खबरिया बेबसाइट के माध्यम से वायरल हो रही इस खबर के स्थान का खुलासा नही हो पा रहा है। यहां यह भी बताना आवश्यक है कि ठीक इसी तरह का एक मामला भारत के राज्य उडीसा के नवरंगपुर में भी बीते दिनो घटी थी जिसमें किसी और महिला से संम्बंध मे ंशक में पत्नी ने अपने पति का गुप्तांग काट लिया था। इस मामलें में पति द्वारा शोर मचाने पर पहुंचें परिजनो ंद्वारा जहां बुरी तरह घायल पति को अस्पताल पहुचायां गया वहीं आरेपी पत्नी को पुलिस ने अपनी हिरासत में ले लिया था।
नई दिल्ली। जी हां चौकिंये मत मामला पूरी तरह सच है दिल्ली पुलिस ने एक 19 वर्षीय लडकी को 25 साल की एक महिला के साथ रेप के आरोप में गिरफतार किया है आरोपी लडकी पर आरोप है कि उसने महिला के साथ रेप किया है। गिरफतार लडकी को न्यायालय ने हिरासत में भेज दिया है।
जानकारी के लिए बताना आवश्यक है कि मामला थोडा पुराना है परन्तु गिरफतारी बिल्कुल नयी है। मामला पिछले वर्ष सितम्बर का है जब महिला के साथ रेप के आरोप में तीन युवकों को गिरफतार कर उनके विरूद्व मुकदमा दर्ज किया गया था। इस प्रकरण में 19 वर्षीय लडकी भी शामिल थी परनतु तब के कानून के अनुसार उसे इस मामले से राहत मिली हुयी थी। पीडित महिला के अनुसार लडकी ने उसके साथ बार बार रेप तो किया ही उसे शारिरिक रूप् से प्रताणित भी किया है।
मिल रही जानकारी के अनुसार पिछले वर्ष से आरम्भ हुए इस मामले में पीडिता किसी और के माध्यम से आरोपियों से मिली थी। पिछले वर्ष गिरफतार किये गये दोनों भाई रोहित और राहुल लडकी के भाई है। बताया जाता है कि राहुल और रोहित पीडित महिला को दिलशाद कालोनी के एक अपार्टमेंट में ले गये जहां दोनों ने बारी बारी से महिला के साथ रेप किया और रेप का वीडियों बना उसे ब्लैक्मेल करने लगे। यह भी बताया जाता है कि लडकों की अनुपस्थिति में 19 वर्ष की आरेपी लडकी महिला की रखवाली करती थी जिस दौरान वह सेक्स टाय के माध्यम से पीडिता के साथ रेप भी करती थी और उससे मारपीट भी करती रहती थी। पुलिस ने इसी मामलें में राहुल और रोहित को गिरफतार किया था परन्तु तब के कानून के कारण लडकी को गिरफतारी से राहत मिल गयी थी। लेकिन अब कानून में हुए बदलाव के कारण आरोपी लडकी को भी पुलिस ने गिरफतार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।
वैसे तो सोशल मीडिया पर सामान्य लोगों के साथ साथ सेलिब्रेटी अपनी वीडियों और इमेज डाल अपने आपको हाइलाइट करने को प्रयास लगातार करते रहते है परन्तु अपने आपको प्रचारित करने और हाइलाइट करने का यह प्रयास कभी कभी बुरी तरह उन पर भारी भी पड जाता हे और यह प्रयास कितना भारी पड सकता है जिसका अंदाजा साउथ की एक अभिनेत्री को उस समय हुआ जब उनके द्वारा पोस्ट किये गये एक वीडियो पर एक दर्शक ने उन्हें एक रात के लिए एक करोड का आफर तक दे डाला।
मामला तेलगू फिल्म की मशहूर अभिनेत्री साक्षी चौधरी से जुडा हुआ है हुआ यूं कि उन्होनेंं हाल में ही अपना एक वीडियों सोशल मीडिया पर लोगों को शेयर किया, उनके इस वीडियो ने शेयर होते ही तहलका मचा दिया, लोग इतने उतावले हो गये कि उन्होनें सोशल मीडिया पर ही साक्षी को एक रात के लिए करोड रूप्ये देने का आफर दे दिया।
हालाकिं साक्षी ने ऐसे लोगों को तुरंत जवाब देते हुए लिखा कि ऐसे लोग पागल है जो मुझे ऐसा आफर दे रहे है, मै बिकाउ नहीं हूं, ये लोग न जाने किस मानसिकता में जी रहे है जो इस तरह की ओछी हरकते कर रहे है।
ज्ञात हो कि साक्षी चौधरी अपने आने वाली फिल्म ‘‘मैगनेट’’ जो कि हाल ही मे रिलीज होने वाली है के प्रमोशन में आज कल व्यस्त है।
पटना बिहार। प्रदेश की राजधानी से एक चौंकाने वाली खबर सामने आयी है जिसमें एक पिता ने अपने ही बेटे की बलि देने के लिए प्रशासन से बाकायदा अनुमति चाही है।
मामला राजधानी पटना का है जहां के मुफस्सिल के गांव पहाडापुर मोहनपुर निवासी पेशे से तांत्रिक सुरेन्द्र सिंह ने क्षेत्र के एसडीओ को पत्र लिख इस बात की इजाजत मांगी है कि उसे अपने इंजीनियर बेटे की बलि देने की अनुमति दी जाये। सूत्रों से मिल रही जानकारी पर यकीन किया जाये तो यह अनुमति सुरेन्द्र ने इस लिए मांगी है कि उसका इंजीनियर बेटा उस पर ध्यान नहीं दे रहा है जबकि उसे इंजीनियर बनाने के लिए उसने कई लोगों से कर्ज भी लिया। सुरेन्द्र सिंह ने बताया कि यह अनुमति उसने मां कामाख्या के आदेश पर मांगी है।
सुत्रों का तो यह भी कहना है कि सुरेन्द्र के इस कारनामें के सार्वजनिक रूप् से स्वीकार करने से मोहनपुर पहाडापुर गांव के निवासियों सहित आस पास के कई गावोंं मे ंरहने वालों में दहशत का माहौल व्याप्त हो गया है और गावं वासियो ने प्रशासन से सुरेन्द्र पर कार्यवाही की मांग की है लेकिन ताजा जानकारी के मुताबिक अभी तक पुलिस प्रशासन ने किसी भी तरह की कोई भी कार्यवाही नहीं की है।
गोण्डा। चीफ फार्मासिस्ट के बेटी ने डाक्टरेट मानद उपाधि हासिल कर अपने गावं के साथ साथ प्रदेश का भी नाम पूरे देश में बढाया एक ओर जहां बेटी की इस उपलब्धि पर परिवार मे ंपर्व का माहौल है वहीं परिवार वालों व बेटी को शुभकामनाये देने का तांता लगा हुआ है।
जिला चिकित्सालय के आपातकालीन कक्ष में तैनात चीफ फार्मासिस्ट डा0 जियाउर्ररहमान की बेटी शगुफता रहमान ने जनवरी माह में डाक्टरेट की मानद उपाधि हासिल कर सबको चौका दिया। उत्तर प्रदेश के अलीगढ मुस्लिम विश्वविद्यालय से एमएससी गणित से पढाई कर सफलता हासिल करने वाली शगुफता रहमान को अलीगढ मुस्लिम विश्वविद्यालय के उपकुलपति ने विगत 21 जनवरी को डाक्टरेट की उपधि से सम्मानित किया। विदित हो कि प्रदेश से मात्र पांच छात्रों ने इस विषय से पीएचडी करने के लिए आवेदन किया था जिसमें सफलता हासिल कर शगुफता रहमान ने अपने परिवार के साथ साथ प्रदेश का नाम पूरे देश में बढाया है।
उत्तर प्रदेश के कुर्थिया गावं थाना मुण्डेरवा जिला बस्ती की रहने वाली शगुफता रहमान एक मध्यम वर्गीय परिवार से आती है। वे बचपन से ही पढाई मे होनहार रही हैं। पिता डा0 जियाउर्ररहमान के अनुसार बेटी की इस उपलब्धि पर जहां पूरे गावं मे जश्न का माहौल है वहीं बेटी व परिवार को बधाईयां देने वालो का सिलसिला जारी है।
नई दिल्ली :- आईपीएस अधिकारी ऋषि कुमार शुक्ल को सीबीआई का नया डायरेक्टर नियुक्त किया गया है। वह कार्यकारी डायरेक्टर नागेश्वर राव की जगह लेंगे। पीएम नरेंद्र मोदी, नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और सीजेआई की अगुवाई वाली हाई पावर कमेटी ने शनिवार को यह फैसला लिया। आलोक वर्मा को पद से हटाए जाने के बाद से नए सीबीआई डायरेक्टर की तलाश हो रही थी। ऋषि कुमार शुक्ला मध्य प्रदेश कैडर के 1983 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं। अभी तक वह मध्य प्रदेश पुलिस हाउसिंग बोर्ड में डायरेक्टर जनरल की जिम्मेदारी संभाल रहे थे। बतौर सीबीआई डायरेक्टर ऋषि कुमार शुक्ला का कार्यकाल दो साल का होगा।
इससे पहले शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट ने सीबीआई डायरेक्टर की नियुक्ति को लेकर केंद्र सरकार को फटकार लगाई। कोर्ट ने जल्द से जल्द नए सीबीआई डायरेक्टर की नियुक्ति के आदेश दिए थे। शीर्ष अदालत ने पूछा था कि सीबीआई में कब तक अंतरिम निदेशक की स्थिति बनी रहेगी? कोर्ट के आदेश के बाद केंद्र सरकार और सिलेक्शन कमिटी ने तेजी दिखाई और ऋषि कुमार शुक्ला का नाम सीबीआई के नए चीफ के तौर पर फाइनल हुआ।
बता दें कि इससे पहले कथित भ्रष्टाचार के आरोप में सीबीआई डायरेक्टर आलोक कुमार वर्मा को सरकार ने उनके पद से हटा दिया था। उनका ट्रांसफर फायर सर्विस और होमगार्ड डिपार्टमेंट में बतौर डीजी कर दिया गया था। आलोक वर्मा पर उन्हीं के डिप्टी रहे राकेश अस्थाना ने कदाचार और भ्रष्टाचार के संगीन आरोप लगाए थे। वर्मा ने इस कदम को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती भी दी थी। लेकिन, बाद में उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दे दिया। लेकिन, गृह मंत्रालय ने उनका इस्तीफा अभी तक मंजूर नहीं किया है। मंत्रालय ने आलोक वर्मा को कहा है कि वह एक दिन के ड्यूटी पर आए। बता दें कि आलोक वर्मा 39 साल की सेवा के बाद 31 जनवरी 2019 को रिटायर होने वाले थे।
गोंडा । कर्नलगंज तहसील से बड़ी खबर आ रही है , मामला विकास खंड कटरा बाजार के अंतर्गत ग्राम पारसियारानी का है जंहा के निवासी भग्गन प्रशाद ने जिलाधिकारी गोंडा से मिलकर सामूहिक शिकायत उचित दर विक्रेता – संतराम की अनियमतताओ , मापक मे घटतौली , एवं निर्धारित मूल्य से अधिक की वसूली किए जाने के समंध मे उच्च स्तरीय जांच हेतु शिकायती पत्र शपथ पत्र के साथ प्रस्तुत क़िया था जिसमे जिलाधिकारी महोदय गोंडा ने विशिष्ट टीम गठित करके जांच कराकर 7 दिवस मे आख्या मांगी थी , जिसमे बड़े ही अथक प्रयास के बावजूद दिनांक 17-01-2019 को जांच टीम द्वारा जांच सम्पादित की गयी जिसमे कोटेदार द्वारा चिन्हित व्यक्तियों का बयान प्रार्थमिकता के आधार पर दर्ज किया और शिकायत कर्ता द्वारा प्रस्तुत साक्ष्य एवं व्यक्तियों के बयान को नजरंदाज करते हुऐ कोटेदार के इशारो पर जांच सम्पादित की गयी ।
क्या कहते है शिकायतकर्ता भग्गन प्रशाद ।
गाँव के कोटेदार की सामूहिक शिकायत दिनांक 20-12-18 को जिलाधिकारी महोदय गोंडा से व्यक्तिगत रूप से मिलकर क़िया था जिसमे उपजिलाधिकारी कर्नलगंज को विशिष्ट टीम गठित करकर जांच कराकर रिपोर्ट 7 दिवस के भीतर मंगी थी , जिसमे लगभग एक माह के बाद जांच दिनांक 17-01-2018 बड़े ही अथक प्रयास के बावजूद सम्पादित की गयी जिसमे निष्पक्ष जांच न करके कोटेदार द्वारा चिन्हित व्यक्तियों का बयान प्रार्थमिकता के आधार पर दर्ज किया गया और शिकायतकर्ता द्वारा प्रस्तुत साक्ष्य एवं उपस्थित व्यक्तियों के बयान को नजरंदाज करते हुऐ जांच की औपचारिकता पूरी करते हुऐ कोटेदार के घर बैठकर चाय नमकीन काट कर खाना पूर्ति क़िया है , जिस सम्बन्ध मे मैने उपजिलाधिकारी एवं जिलाधिकारी को आपत्ति पत्र प्रस्तुत करके 14 लोगो का शपथ पत्र भेजा है । जांच मे उठान रजिस्टर एवं वितरण रजिस्टर का भी नही जांच क़िया गया जबकि शिकायती प्रार्थना पत्र का अहम बिंदु था , इसमे जांच अधिकारी पूर्ति निरीक्षण एवं उपजिलाधिकारी कर्नलगंज ने मोटी धन उगाही करके निष्पक्ष जांच नही की गयी है ना ही कोइ कार्यवाही किए बगैर मामले को डिस्पोज कर दिया गया है , जिलाधिकारी महोदय को आख्या भी नही भेज़ी गयी है ।
क्या कह रहे है मामले की पैरवी कर रहे अधिवक्ता एवं एंटी करप्शन & सोशल जस्टिस ऑर्गनाइजेशन के चेयरमैन पंकज दीक्षित ।
उक्त प्रकरण मे जिलाधिकारी ने टीम गठित करके 7 दिवस मे आख्या मांगी थी जिसमे आज तक जांच सम्पादित करने के उपरांत जिलाधिकारी महोदय को रिपोर्ट नही भेजी गयी है जिससे उपजिलाधिकारी कर्नलगंज का संरक्षण एवं संलिप्तता प्रतीत हो रही है ।
क्या कहना है जांच प्रभारी नायब तहसीलदार कटरा बाजार का ।
जांच प्रभारी का कहना है कि जांच सम्पादित करके रिपोर्ट उपजिलाधिकारी को सौंप दिया हू ,आगे मुझे कोइ जनकारी नही है ।
क्या कहते है उपजिलाधिकारी कर्नलगंज ।
मामले की पैरवी कर रहे अधिवक्ता एवं समाजसेवी पंकज दीक्षित ने उपजिलाधिकारी से उक्त जांच के सम्बन्ध मे जानकारी लेनी चाही तो बताया की मामला डिस्पोज हो चुका है , जिस पर अधिवक्ता पंकज दीक्षित ने प्रश्न क़िया की जिलाधिकारी ने 7 दिवस मे जांच आख्या उपलब्ध कराये जाने समन्धित निर्देश पारित किया था और बिना जिलाधिकारी को आख्या / रिपोर्ट भेजे ही मामले का निस्तारण कर दिया ? जबकि प्रथम दृष्टया आरोप भी साबित हुआ है । गौरतलब तथ्य यह भी है कि निष्पक्ष जांच न किए जाने पर भी आरोप साबित हुआ है जिसमे उठान एवं वितरण रजिस्टर का पर हाथ तक नही लगाया गया है न ही जांच रिपोर्ट मे कोइ उल्लेख है जबकि उठान एवं वितरण रजिस्टर का जांच किया जाना शिकायती पत्र का अहम बिंदु था , ऐसे मे जिलाधिकारी गोंडा को रिपोर्ट / आख्या उपलब्ध कराये बिना किसी कार्यवाही के मामले का डिस्पोज कर दिया जाना जांच अधिकारी एवं उपजिलाधिकारी पर प्रश्न चिन्ह लगना लाजमी प्रतीत हो रहा है । अब देखना यह है कि जिलाधिकारी महोदय उक्त कोटेदार एवं संलिप्त अधिकारियो के ऊपर क्या कार्यवाही करते है । (more…)
गोंडा ! गन्ना पेराई सत्र शुरू हुए महीनों हो चुका है लेकिन किसान गन्ना तौल केंद्रों के मनमानी व घटतौली से लाचार है …. गन्ना तौल केंद्रों पर हो रही घटतौली से परेशान किसानों द्वारा इसकी शिकायत अधिकारियों से की जाती है लेकिन इन शिकायतों का कोई हल नहीं निकल रहा है …. जिस कारण गन्ना किसानों की नाराजगी देखने को मिल रही है। कंप्यूटराइज तौल होने पर भी मिल घटतौली करने में कोई कोताही नहीं बरती रहे हैं …. गन्ना किसानों से एक कुंटल से लेकर 3 कुंटल तक घटतौली की जा रही है। हैरानी की बात तो यह है की आज ही मंडलायुक्त ने भुगतान को लेकर चीनी मिल पर प्राथमिकी दर्ज कराने की बात की है लेकिन अन्नदाता की उपज पर डाका डालने वालो पर किसी भी तरह के नकेल पर कोई बयां नहीं दिया है !
मामला गोंडा के मनकापुर चीनी मिल का है जहां मिल अपनी मनमानी गन्ना किसानों के साथ कर रही है …. गन्ना किसानों का कहना है कि वह धर्मकांटे से अपना गन्ना तौलकर लाते हैं फिर भी यहां पर उनके गन्ने की तौल कम बताई जाती है …. जब हम गन्ना घटतौली की पड़ताल करने दतौली चीनी मिल पहुंचे तो हमें एक गन्ना किसान मिला जो धर्म कांटे से अपनी फसल को तौल कर लाया था लेकिन जब इसकी तौल मिल के कांटे पर की गई तो गन्ने का वजन एक कुंटल कम बताया गया। यहाँ ऐसे कई किसान मिले जो घटतौली से परेशान थे लेकिन किसानो के अंदर मिल के खिलाफ कुछ बोलने का डर समाया हुआ था …. इनको डर था कि कही हम ऑन कैमरा मीडिया से शिकायत करते है तो मिल द्वारा कही इन्हें प्रताड़ित न किया जाए। यही नहीं किसान गन्ना पर्ची की समस्या को लेकर भी जूझ रहे हैं। किसानों ने बताया कि पर्ची को लेकर भी गन्ना सीमित व मिल द्वारा खूब खेल खेला जा रहा है …. जब हमने घटतौली के बारे में गन्ना मिल के जीएम से पूछा तो उन्होंने साफ – साफ घटतौली से इंकार कर दिया और धर्मकांटे को दोषी ठहरा दिया साथ ही कहा कि हमारे द्वारा किसी भी तरह की घटतौली नहीं की जा रही है …. गन्ना किसान जहां से धर्म कांटा करा कर अपना गन्ना लाते हैं वहीं कमियां हो सकती हैं।
अब देखना यह है की गन्ना मूल्य भुगतान को लेकर संजीदगी दिखा रहे देवी पाटन मंडल आयुक्त सुदेश ओझा क्या अन्नदाताओं के साथ हो रही इस खुलेआम लूट पर कितनी संजीदगी दिखते है और कोई त्वरित और प्रभावी कार्यवाही कर अन्नदाताओं को इस लूट से मुक्त कराते है !
गोण्डा। जिला चिकित्सालय कें आपातकालीन कक्ष में तैनात रहे डा0 घनश्याम मिश्र के सेवानिवृत होने के प्श्चात रिक्त हुए पद पर शासन स्तर पर वरिष्ठ फार्मासिस्ट डा0 जियाउर रहमान की नियुक्ति की गयी है।
सेवानिवृत हुए डा0 घनश्याम मिश्र के विदाई समारोह के दौरान ही प्रमुख अधीक्षक डा0 रतन कुमार ने उन्हें लिखित रूप से आदेशित करते हुए जिम्मेदारी सौपी।
इस बारे में डा0 जियाउररहमान ने बात करते हुए बताया कि वे पूर्व के फार्मासिस्ट की ही भातिं इमानदारी से कार्य करते रहेगें। उनके नियुक्ति पर कर्मचारियों ने हर्ष व्यक्त करते हुए उन्हें शुभकामनाये दी है।
गोण्डा। कार्य के पति सर्मपण एंव शालीनता, कर्मचारी के व्यक्तित्व को दर्शाता है। इस महत्व की प्राप्ति कर्मचारी के जीवन में क्रान्तिकारी बदलाव लाता है। इससे सेवा भाव में चार चांद लग जाते हैं। उक्त विचार मुख्य चिकित्साधिकारी जिला चिकित्सालय में तैनात रहे एक वरिष्ठ फार्मासिस्ट के सेवानिवृति होने पर आयोजित विदाई समारोह के अवसर पर व्यक्त कर रहे थे। इस अवसर पर अस्पताल में कार्यरत सहकर्मियों एवं डाक्टरो ने सेवामुक्त हुए चीफ फार्मासिस्ट को उपहार भी सौपें और उन्हें भावभीनी विदाई दी।
जिला चिकित्सालय मे ंआपातकालीन कक्ष मे ंतैनात रहे चीफ फार्मासिस्ट डा0 घनश्याम मिश्र गुरूवार को सेवामुक्त हो गये। वे 35 वर्षो तक बेहद ही शालीनता से निर्विवाद रूप् से अपनी सेवायें देते रहे। महत्वपूर्ण है कि उनके 35 वर्षो के कार्यकाल में किसी भी प्रकार का आरोप उन पर नही लगा उनकी छवि एक ईमानदार और कर्मठ कर्मचारी के रूप् में रही है। उनके सेवानिवृत के अवसर पर समस्त फार्मासिस्टों ने एक विदाई समारोह का आयोजन चिकित्सालय स्थित रैन बसेरे मे किया था जिसकी जिम्मेदारी फार्मासिस्ट सुधाकर पाण्डेय को सौपी गयी थी।
विदाई समारोह में प्रमुख अधीक्षक एवं अपर निदेशक चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण डा0 रतन कुमार, सीएमओ डा0 संतोश श्रीवास्तव, सीएमएस डा0 वीरपाल सिंह, डा0 डी एन िंसंह, डा0 शादाब जमा, डा0 वी के गुप्त, डा0 अजीत जायसवाल, डा0 पी के श्रीवास्तव, डा0 विकास सेटठी, डा0 रवि गुप्त, डा0 विनय गुप्त, डा0 एम के गुप्त, डा0 घनश्याम गुप्त, डा0 समीर गुप्त, डा0 टी पी जायसवाल, डा0 दीपक वर्मा, डा0 बी एल रस्तोगी, फार्मासिस्टों में राजेश चौधरी, एसपी िंसहं, धर्मेन्द्र तिवारी, श्याम कुवंर, ए के त्रिपाठी, बी डी सोनी, एसएन पाण्डेय, अमरेश िंसह, अनुराग शुक्ल, अययूब खान वहीं कर्मचारियों में राकेश कन्नौजिया, अमरेश तिवारी, रमेश कुमार, इन्दबहादुर, बाबूलाल उपस्थित रहे।
गोंडा ! आज कुष्ठ निवारण दिवस के अवसर पर श्री चित्रगुप्त सभा एवं रोटरी क्लब गोंडा ग्रीन के सहयोग से कुष्ठ सेवा केंद्र बहराइच रोड में कुष्ठ रोगियों को निशुल्क कंबल वितरण के साथ बर्तन फल मिठाई भी वितरण किया गया !
कुष्ठ सेवा केंद्र के सचिव नरेंद्र सिंह ने बताया 30 जनवरी को महात्मा गांधी की श्रद्धांजलि देने के पश्चात् कुष्ठ रोगियों को फल बर्तन दिया जाता है लेकिन इस बार चित्रगुप्त सभा एवं रोटरी क्लब गोंडा ग्रीन के सहयोग से समस्त कुष्ठ रोगियों को निशुल्क कंबल भी वितरण किया गया सराहनीय कार्य है इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि जिला अधिकारी कैप्टन प्रभाशु श्रीवास्तव ने श्री चित्रगुप्त सभा एवं रोटरी क्लब गोंडा ग्रीन का आभार व्यक्त करते हुए कहा यह एक सराहनीय कार्य है ऐसे लोगों को बढ़-चढ़कर सहयोग करना चाहिए कार्यक्रम में सिटी मजिस्ट्रेट सुभाष चंद्र प्रजापति मुख्य चिकित्सा अधिकारी संतोष कुमार श्रीवास्तव भी उपस्थित रहे !
कार्यक्रम को सफल बनाने में श्री चित्रगुप्त सभा के अध्यक्ष अरविंद श्रीवास्तव उपाध्यक्ष एड आलोक सिन्हा संस्था के संरक्षक एड अवनिरंजन श्रीवास्तव नगर अध्यक्ष अश्विनी श्रीवास्तव पंकज सिन्हा गगन श्रीवास्तव अनूप श्रीवास्तव प्रवीण श्रीवास्तव सभासद पवन श्रीवास्तव अरुण श्रीवास्तव दीपक श्रीवास्तव एडवोकेट प्रमोद नंदन के अलावा रोटरी क्लब गोंडा ग्रीन के डॉ आलोक अग्रवाल पीयूष मित्तल कमल शाह योगेंद्र अग्रवाल श्रीमती शगुन अग्रवाल दीपक अग्रवालके सहयोग से सफलता पूर्वक संपन्न हुआ ।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज इस साल होने वाली बोर्ड परीक्षाओं से पहले छात्र-छात्राओं को तनाव से मुक्त रहने के टिप्स देने के लिए उनसे ‘परीक्षा पे चर्चा 2.0’ की। पीएम मोदी ने इस दौरान कहा ‘मेरे लिए ये कार्यक्रम किसी को उपदेश देने के लिए नहीं है। मैं यहां आपके बीच खुद को अपने जैसा, आपके जैसा और आपकी स्थिति जैसा जीना चाहता हूं, जैसा आप जीते हैं।’ पीएम ने कहा ‘हर माता-पिता को अपने बच्चों को प्रोत्साहित करना चाहिए। परीक्षा का महत्व तो है, लेकिन यह जीवन की परीक्षा नहीं है।’ उन्होंने कहा कि अगर हम अपने आपको कसौटी के तराजू पर झौकेंगे नहीं तो जिंदगी में ठहराव आ जाएगा। ज़िन्दगी का मतलब ही होता है गति, जिंदगी का मतलब ही होता है सपने।
प्रधानमंत्री ने कहा ‘जब मन में अपनेपन का भाव पैदा हो जाता है तो फिर शरीर में ऊर्जा अपने आप आती है। मेरे लिए भी देश के सवा सौ करोड़ देशवासी मेरा परिवार हैं। उन्होंने कहा ‘अभिभावकों की महत्वाकांक्षाएं होती हैं, लेकिन बच्चों पर दबाव बनाने से स्थिति बदल जाती है। लेकिन बच्चों की क्षमता को पहचानने की कोशिश करें। बच्चों पर दबाव ना डालें।’ एक अभिभावक के सवाल कि बच्चा मोबाइल गेम खेलता है, इस पर पीएम मोदी ने कहा कि टेक्नोलॉजी का उपयोग हमारे विस्तार के लिए, हमारे सामर्थ्य में बढ़ोतरी के लिए होना चाहिए।
पीएम मोदी ने अभिभावकों से कहा कि बच्चों के बड़े होने तक उनकी गतिविधियों पर नजर रखें, इससे उनके बड़े होने पर उनकी क्षमताओं का पता चलेगा। जो लोग सफल होते हैं, उन पर समय का दबाव नहीं होता है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि उन्होंने अपने समय की कीमत समझी होती है। पीएम मोदी ने इस दौरान कहा कि कसौटी बुरी नहीं होती, हम उसके साथ किस प्रकार से डील करते हैं, सब उस पर निर्भर करता है। मेरा तो सिद्धांत है कि कसौटी कसती है, कसौटी कोसने के लिए नहीं होती । ‘लक्ष्य ऐसा होना चाहिए, जो पहुंच में तो हो, पर पकड़ में न हो। जब हमारा लक्ष्य पकड़ में आएगा तो उसी से हमें नए लक्ष्य की प्रेरणा मिलेगी।
पीएम मोदी ने कहा कि निराशा में डूबा समाज, परिवार या व्यक्ति किसी का भला नहीं कर सकता है, आशा और अपेक्षा आगे बढ़ने के लिए अनिवार्य होती है। आप अपने रिकॉर्ड से ‘कॉम्पटीशन’ कीजिए और हमेशा अपने रिकॉर्ड ब्रेक कीजिए. इससे आप कभी तनाव में नहीं रहेंगे। मां-बाप और शिक्षकों को बच्चों की तुलना नहीं करना चाहिए, इससे बच्चों पर बुरा प्रभाव पड़ता है। हमें हमेशा बच्चों को प्रोत्साहित करना चाहिए। अंत में पीएम ने कहा कि अभिभावकों और शिक्षकों को बच्चों के डिप्रेशन को हल्के में नहीं लेना चाहिए। डिप्रेशन या स्ट्रेस से बचने के लिए काउंसिलिंग से भी संकोच नहीं करना चाहिए, बच्चों के साथ सही तरह से बात करने वाले एक्सपर्ट से संपर्क करना चाहिए।
लखनऊ ! नारी का सम्मान सदा होना चाहिए। संस्कृत में एक श्लोक है- ‘यस्य पूज्यंते नार्यस्तु तत्र रमन्ते देवता: (भावार्थ- जहां नारी की पूजा होती है, वहां देवता निवास करते हैं।) को चरितार्थ करते हुए अखिल भारतीय ब्रह्म समाज द्वारा समाज के उन महिलाओं को सम्मानित किया गया, जिन्होंने अपनी मेहनत और कर्मठता के बल पर अपना स्थान बनाया अथवा अपने परिवार के लोगों को ऐसे संबल प्रदान किया कि आज वह समाज में प्रतिष्ठित व्यक्ति बन कर ब्राह्मण समाज का गौरव स्थापित कर रहे हैं |
इसी क्रम में लखनऊ तथा अन्य कई जनपदों की प्रतिष्ठित महिला मुख्यतः विजयलक्ष्मी शुक्ल, 85 वर्ष, सरोजनी शुक्ल, 80 वर्ष, डा. सुषमा मिश्र 75, डा. कीर्ति अवस्थी50, सहित विभिन्न जनपदों की 400 महिलाओं को महिला सम्मान से सम्मानित किया गया |
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि कैबिनेट मंत्री रीता बहुगुणा जोशी लखनऊ की महापौर श्रीमती संयुक्ता भाटिया सांसद अशोक बाजपाई सहित कई गणमान्य अतिथियों ने कार्यक्रम में उपस्थित हुए| अखिल भारतीय ब्रह्म समाज के अध्यक्ष सी. पी. अवस्थी ने उपस्थित सभी माताओं और बहनों को बच्चों में संस्कार और अपनी संस्कृति से जोड़ने का दायित्व समझने को कहा तथा अखिल भारतीय ब्रह्म समाज द्वारा आयोजित होने वाले जनेऊ संस्कार में सभी लोग अपने बच्चों के संस्कारों के क्रम में जनेऊ का कार्य संपन्न कराएं ऐसा आग्रह भी किया उन्होंने कहा कि भारतीय समाज में बड़े छोटे का सम्मान करना खासतौर से ब्राह्मण समाज में संस्कारों के महत्व को समझें और आने वाली पीढ़ियों को समझाएं इसके प्रति जागरूकता सिर्फ और सिर्फ माताएं और बहनें ही पहला सकती हैं अतः उन्हें यह जिम्मेदारी लेते हुए इस कार्य को आगे बढ़ाना होगा
फिल्म हाथी ब्रह्म समाज के महामंत्री देवेंद्र शुक्ला ने उपस्थित सभी माताओं और बहनों को भविष्य में ऊर्जावान रहते हुए तथा अपने और अपने परिवार का ध्यान रखते हुए सामाजिक जिम्मेदारियों का निर्वाह सुचिता पूर्ण करने को कहा तथा उन्होंने कहा इस वर्ष शुरू होने वाले कार्यक्रमों में सबसे प्रथम कार्यक्रम हमारे समाज की नारी का सम्मान कर के ही शुरू हो रहा है आशा करते हैं कि प्रांगण में उपस्थित पुरुष इस बात से शिक्षा लेते हुए अपने घर और अपने समाज में महिलाओं का सम्मान करेंगे और उन्हें सामाजिक दायित्व में आगे बढ़ने हेतु प्रोत्साहित करेंगे
अखिल भारतीय ब्रह्म समाज द्वारा आयोजित महिला सम्मान समारोह अपने आप में एक नए तरीके का प्रयास है जो समाज के हर क्षेत्र में जो कि घर से शुरू होकर समाज के सर्वोच्च पायदान पर ले जाता है महिलाओं की भागीदारी सुनिश्चित करने और उन्हें उनके कार्य हेतु पुरस्कृत करने की एक अनोखी पहल है
गोण्डा ! जनपद पुलिस टीम को आज बड़ी सफलता हाथ लगी …. मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने छापा मारकर अवैध असलहा फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया है।
पुलिस को सूचना मिली की मनकापुर थानाक्षेत्र के मछली बाज़ार गांव में अवैध असलहे बनाकर बेचने का धंधा हो रहा है …. पुलिस टीम ने जाल बिछाकर असलहा फैक्ट्री पर धावा बोला और मौके से कई असलहे सहित हथियार बना रहे तीन अपराधियों को भी धर दबोचा।
पुलिस ने मौके वारदात से एक अद्धी 12 बोर, सात देशी कट्टा 12 बोर, एक देशी कट्टा 315 बोर, एक अर्धनिर्मित कट्टा, 12 बोर के पांच जिंदा कारतूस और भारी मात्रा में असलहा बनाने के उपकरण को भी अवैध असलहा फैक्ट्री से जब्त किया। पुलिस टीम की ये सफलता काबिले तारीफ है क्योंकि जिले में धड़ल्ले से अवैध हथियारों का कारोबार चल रहा था …. इन्ही असलहों के दम पर अपराधी बेखौफ हो लूट, हत्या जैसे घटना को अंजाम दे रहे है।
जिले के सीओ सिटी महावीर सिंह बताया कि सूचना प्राप्त हुई थी कि एक गांव में असलहे बनाने का काम चल रहा है जिसके आधार पर मनकापुर थाना की पुलिस टीम और सर्विलांस टीम की मदद से फैक्ट्री में दबिश दी गई जहाँ से पुलिस ने अवैध असलहों के साथ असलहा बनाने के उपकरण बरामद किया और तीन अभियुक्तों को गिरफ्तार किया। गिरफ्तार अभियुक्तों से पूछताछ की जा रही है …. इनसे प्राप्त जानकारी के अनुसार आगे की कार्यवाही की जायेगी और अवैध फ़ैक्टरियों पर भी दबिश दी जाएगी साथ ही सीओ ने यह भी बताया कि पुलिस की इस सफलता के लिए संबंधित पुलिस टीम को गोण्डा एसपी की तरफ से पांच हज़ार रुपये का नगद पुरस्कार भी दिया जाएगा।
गोण्डा। वर्षो प्रतीक्षा के बाद शुक्रवार को जिला महिला चिकित्सालय की ओपीडी नये भवन में शिफट हो गयी।
जिला महिला चिकित्सालय के मुख्य चिकित्साधीक्षक डा0 अनन्त प्रकाश मिश्र ने जानकारी देते हुए बताया कि विभिन्न एजेन्सियों द्वारा नवनिर्मित भवन का निरीक्षण कर उनके द्वारा संतुष्ट होने के बाद आज उसे अपने संरंक्षण में ले लिया गया, भवन को हैण्डओवर करते ही सबसे पहले बाहय रेगी विभाग को नये भवन में शिफट कर दिया गया है। शुक्रवार से ओपीडी ने वहां कार्य करना भी आरम्भ कर दिया।
बतातें चलें कि दिन प्रतिदिन बढ रही मरीजों की संख्या को देखते हुए पुराने भवन में चिकित्सालय का संचालन मुश्किल होता जा रहा था नये भवन के निर्माण से और नये भवन में नये संसाधनों की सुविधा से चिकित्सालय मे ंआने वाले मरीजों को काफी सहूलियतें भी रहेगीं।
श्री मिश्र ने बताया कि शासन के निर्देशानुसार धीरे धीरे चिक्त्सिलय के सभी विभागों को नये भवन में स्थानांतरित कर दिया जायेगा, पुराने भवन में मात्र वार्डो का संचालन ही होगा। साथ ही उन्होनेंं यह भी बताया कि आगामी दिनों में शासन द्वारा राजधानी से ही इस भवन का उदघाटन भी कर दिया जायेगा।
नई दिल्ली: चुनाव आयोग मार्च के पहले सप्ताह में लोकसभा चुनाव कार्यक्रम की घोषणा कर सकता है। आयोग के सूत्रों ने शुक्रवार को यह संकेत दिया है। लोकसभा चुनाव के साथ कुछ राज्यों के विधानसभा चुनाव भी कराने की संभावना भी व्यक्त की है।
मालूम हो कि मौजूदा लोकसभा का कार्यकाल आगामी तीन जून को खत्म होगा। इसको लेकर आयोग ने यह तय करना शुरू कर दिया है कि चुनाव किस महीने में और कितने चरण में कराए जाने हैं।
आयोग ने 2004 लोकसभा चुनाव कार्यक्रम की 29 फरवरी को चार चरण में, 2009 लोकसभा चुनाव कार्यक्रम की दो मार्च को पांच चरण में और 2014 लोकसभा चुनाव की पांच मार्च को नौ चरण में कराने की घोषणा की थी। पिछले तीनों लोकसभा चुनाव अप्रैल से लेकर मई के दूसरे सप्ताह में संपन्न हुए थे।
ओडिशा, सिक्किम और एपी विधानसभा चुनाव सूत्रों ने बताया कि आम चुनाव का समय और चरण तय करने की प्रक्रिया शुरु हो गई है। सूत्रों ने इस बात से भी इंकार नहीं किया कि लोकसभा चुनाव के साथ ही आंध्र प्रदेश, ओडिशा, सिक्किम और अरुणाचल प्रदेश में भी विधानसभा चुनाव कराने की संभावना पर विचार किया जा सकता है।
मालूम हो कि सिक्किम विधानसभा का कार्यकाल आगामी मई तथा आंध्र प्रदेश, ओडिशा और अरुणाचल प्रदेश विधानसभा का कार्यकाल आगामी जून में पूरा हो रहा है।
जम्मू कश्मीर विधानसभा चुनाव कराना भी जिम्मेदारी
जम्मू कश्मीर विधानसभा भी पिछले साल नवंबर में भंग किये जाने के कारण नई विधानसभा के गठन की छह महीने की निर्धारित अवधि इस साल मई में पूरी हो रही है। इससे पहले राज्य में चुनाव कराना अनिवार्य है। जम्मू कश्मीर में चुनाव कराने का फैसला हालांकि राज्य में पुख्ता सुरक्षा इंतजामों की पुष्टि पर ही निर्भर है।
जम्मू कश्मीर विधानसभा का छह साल का निर्धारित कार्यकाल 16 मार्च 2021 तक था लेकिन बहुमत वाली सरकार के गठन की संभावना समाप्त होने के आधार पर इसे नवंबर 2018 में ही भंग कर दिया गया।
गोण्डा ! विगत गुरुवार को बीट ड्यूटी पर तैनात कांस्टेबल सुधीर कुमार को एक एक नाबालिक लड़की शिवांगी मौर्य पुत्री उमाशंकर शंकर मौर्य ग्राम आजमगढ़ पुरवा थाना सुजौली जिला बहराइच उत्तर प्रदेश उम्र 17 वर्ष रेलवे स्टेशन गोंडा के प्लेटफॉर्म नंबर एक पर लावारिस हालत में मिली जिसको सुरक्षा दृष्टि के मद्देनजर रेलवे सुरक्षा बल पोस्ट गोंडा पर लाया गया !
पूछताछ में उक्त लड़की द्वारा बताया कि उसके बड़े भाई द्वारा उसको डांटा गया है इसलिए मैं घर छोड़कर चली आई ,घर वालों का मोबाइल नंबर 9455362030 बताया जिस पर परिजनों से संपर्क किया गया घरवालों द्वारा बताया गया कि शिवांगी विगत 16 जनवरी से घर से लापता है जिस के संबंध में थाना सुजौली पर अपराध संख्या 10/19 धारा 366 ,363 आईपीसी दर्ज है !उपरोक्त प्रकरण के विवेचक सैयद खादिम सज्जाद उप निरीक्षक थाना सुजौली से भी संपर्क किया एवं उक्त लड़की के रेलवे सुरक्षा बल पोस्ट पोस्ट गोंडा पर होने के संबंध में बताया ! शिवांगी को सुरक्षार्थ महिला वेटिंग रूम में महिला केयरटेकर की निगरानी में रखवाया गया !
शुक्रवार 18 जनवरी को उक्त लड़की का बड़ा भाई पुरुषोत्तम मौर्य एवं सब इंस्पेक्टर सैयद खादिम सज्जाद थाना सुजौली लेडी कांस्टेबल ज्योति रावत थाना सुजौली को आवश्यक जांच कर मामला आईपीसी के अपराध उप निरीक्षक सैयद खादिम सज्जाद जो उपरोक्त प्रकरण के विवेचक हैं को समय 00:10 बजे प्रभारी निरीक्षक प्रवीण कुमार साथ कांस्टेबल ब्रह्मानंद राय द्वारा सुपुर्द किया गया !
गोंडा ! इस ठंड में जिला कारागार में निरुद्ध सजायाफ्ता कैदियों की समस्याओं को देखते हुए उन्हें श्री चित्रगुप्त सभा एवं रोटरी क्लब गोंडाग्रीन ने कंबल एवं गर्म वस्त्र वितरण किया इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि एडिशनल एसपी हृदेश कुमार एवं विशिष्ट अतिथि नगर मजिस्ट्रेट सुभाष प्रजापति ने अपने हाथों से उन कैदियों को गर्म वस्त्र इनर एवं कंबल वितरित किया !
रोटरी क्लब गोंडा ग्रीन के अध्यक्ष एसपी सिंह उर्फ संजू भैया एवं श्री चित्रगुप्त सभा के अध्यक्ष अरविंद श्रीवास्तव ने मुख्य अतिथि एडिशनल एसपी हृदेश कुमार को बुके देकर सम्मानित किया सिटी मजिस्ट्रेट सुभाष प्रजापति को डॉ आलोक अग्रवाल एवं योगेंद्र अग्रवाल ने बुके देकर सम्मानित किया मुख्य अतिथि ने अपने सम्बोधन में कहा की रोटरी क्लब गोंडा ग्रीन एवं श्री चित्रगुप्त सभा का यह एक सराहनीय कार्य है दूरदराज के सजायाफ्ता कैदियों से जिनसे कोई मिलने नहीं आ पाता उनके पास कपड़े नहीं है उन्हें इस ठंड में गर्म कपड़े एवं कंबल देकर एक सराहनीय कार्य किया है !
श्री चित्रगुप्त सभा के अध्यक्ष अरविंद श्रीवास्तव ने कहा कि पूर्व में भी यहां पर गर्म कपड़ों का वितरण किया गया था और इस वर्ष भी सर्दियों में समस्या को देखते हुए गर्म वस्त्रों का वितरण किया जाने का विचार किया गया !
सिटी मजिस्ट्रेट ने कहा की समाज में ऐसे लोगों का सहयोग करना एक सराहनीय कार्य है जेल अधीक्षक शशिकांत सिंह ने रोटरी क्लब गोंडा ग्रीन एवं श्री चित्रगुप्त सभा गोंडा के समस्त पदाधिकारियों का आभार व्यक्त किया । कार्यक्रम का संचालन करते हुए चित्रगुप्त सभा के नगर अध्यक्ष अश्विनी श्रीवास्तव ने अपने संचालन ने कहा कि ऐसे असहाय लोगों को सहयोग करना चाहिए डॉ आलोक अग्रवाल जब भी समाज में ऐसे कार्यों के लिए बढ़-चढ़कर सहयोग करते हैं उनको पता चलना चाहिए!
इस कार्यक्रम को सफल बनाने में पंकज सिन्हा, पुनीत बंसल, कमल शाह, अनूप श्रीवास्तव, गगन श्रीवास्तव, एडवोकेट प्रमोद नंदन श्रीवास्तव, एडवोकेट अजय शंकर बंटी, आशीष अग्रवाल, फरहान, पत्रकार एच पी श्रीवास्तव, पत्रकार राजेंद्र सिंह एवं पत्रकार मोहसिन भाई का अहम योगदान रहा !
गोण्डा रेलवे स्टेशन पर जीआरपी की धन उगाही से परेशान वेंडरों ने हड़ताल कर दिया …. नाराज वेंडरों ने जीआरपी के खिलाफ लामबंद हो जमकर नारेबाज़ी की …. वेंडरों का आरोप है कि धन उगाही के चक्कर में जीआरपी पुलिस ने वेंडर को जमकर पीटा …. वेंडरों का कहना है कि जीआरपी ने तीन वेंडरों को जहरखुरानी गिरोह का सदस्य बताया और मारा।
पिटाई से तीन वेंडर बुरी तरह से घायल हो गए जिन्हें जिला अस्पताल इलाज के लिए भेज दिया गया …. नाराज वेंडरों ने गोण्डा रेलवे स्टेशन के सभी स्टॉल को बंद कर दिया। वेंडरों ने जीआरपी इंस्पेक्टर के खिलाफ कार्यवाही की मांग करते हुए विरोध प्रदर्शन किया। स्टेशन पर वेंडरों के हड़ताल से रेल यात्री परेशान दिखे …. आने जाने वाले यात्रियों को खान – पान का सामान नहीं मिल पा रहा है …. रेलवे प्रशासन के अधिकारियों ने वेंडरों को समझने की कोशिश की लेकिन वेंडर आरोपी जीआरपी कर्मचारियों के खिलाफ कार्यवाही की मांग पर अड़े हुए है।
नईदिल्ली ! चुनावों के दौरान मतदान के दिन विभिन्न दलों की तरफ से समाचार पत्रों में प्रकाशित कराए जाने वाले विज्ञापनों पर जल्द ही रोक लग सकती है। आखिरी 48 घंटे में प्रचार अभियान से जुड़े निर्वाचन कानून में बदलावों के लिए गठित एक पैनल ने इस बात की सिफारिश की है। चुनाव आयोग (ईसी) ने मंगलवार को सैद्धांतिक तौर पर इस पैनल की सिफारिशों को मंजूरी दे दी, लेकिन एक वरिष्ठ ईसी अधिकारी का मानना है कि लोकसभा चुनावों से पहले इसके लिए संविधान संशोधन की कोई संभावना नहीं है।बता दें कि फिलहाल महज इलेक्ट्रानिक मीडिया पर मतदान से पहले 48 घंटों के दौरान चुनाव प्रचार से जुड़ी सामग्री दिखाने पर रोक है। लेकिन पैनल ने सिफारिश की है कि प्रिंट मीडिया को भी जन प्रतिनिधित्व कानून-1951 की धारा 126 के दायरे में लाना चाहिए। हालांकि एक शीर्ष ईसी अधिकारी ने कहा कि इसके लिए जनप्रतिनिधित्व कानून में संशोधन की आवश्यकता होगी, जो संसद के बजट सत्र के दौरान नहीं हो सकता। इसका मतलब है कि चीजें लोकसभा चुनाव में तो ऐसे ही चलती रहेंगी।
2016 से कोशिश कर रहा चुनाव आयोग
चुनाव आयोग ने 2016 में सरकार से अपील की थी कि निर्वाचन कानून में संशोधन कर मतदान से 48 घंटे पहले प्रचार अभियान खत्म होने पर अखबारों में राजनीतिक विज्ञापन प्रकाशित करने पर रोक लगाई जाए। यह अपील अक्तूबर-नवंबर 2015 में बिहार विधानसभा चुनावों के दौरान चुनाव आयोग के अपनी सांविधानिक शक्तियों का उपयोग कर कुछ विज्ञापनों पर रोक लगाने के बाद की गई थी।
करनैलगंज (गोण्डा) । थाने से लेकर मुख्यमंत्री दरबार तक अपनी गुहार लगा चुकी रेपपीडिता को अंततः अपनी जान देने को विवश होना पडा। जबकि यदि समय रहते पुलिस ने उसकी फरियाद को गम्भीरता से लेते हुए कार्यवाही कर आरोपियों पर कार्यवाही की होती तो एक विवश महिला को जहां न्याय मिलता वहीं जनपद की घ्वस्त हो चुकी कानून व्यवस्था पर जनता का विश्वास और मजबूत होता।
प्रकरण जनपद के तहसील करनैलगंज का है जहां विगत 14 जनवरी को एक रेप पीडिता ने अपनी जान दे दी। अपने साथ लगातार हो रहे दुराचार की शिकायत महिला ने थाने से लेकर सीओ, अपर पुलिस अधीक्षक, पुलिस अधीक्षक, उपमहानिरीक्षक सहित मुख्यमत्री दरबार तक लगाई परन्तु मामले को हमेशा की तरह हल्के में लेते हुए इन सभी जिम्मेदारो ने जांच जाचं का खेल खेलते हुए अपने आंख और कान को बन्द किये रखा। बेहद ही गम्भीर इस प्रकरण में पीडिता ने विधानसभा के सामने अपने शरीर को आग के हवाले करने का भी प्रयास किया परन्तु वहां भी उसे कोरा आश्वासन देकर वापस कर दिया गया। अधिकारियों द्वारा जाचं जांच का खेल खेलते हुए पहले से लगी फाइनल रिपोर्ट को बार बार क्लीन चिट दिया जाता रहा।
तहसील करनैलगंज के ग्राम फतेहपुर कोटहना की अनीता पाठक पत्नी आनन्द कुमार पाठक को गावं के ही मानव रूपी जानवर श्याम कुमार उर्फ बुधई, शंकर दयाल उर्फ बब्लू पुत्रगण गंगाराम ने अपने आपको तात्रिंक बताते हुए आनन्द को किसी और औरत के चंगुल में फंसा होने का विश्वास दिलाते हुए अपने ही चंगुल में फंसा लिया और आज से लगभग एक वर्ष पूर्व मौका देखकर उसे अपनी हवस का शिकार बना लिया। इतना ही नही उसके साथ किये गये बलात्कार का वीडियो बना उसे वायरल करने की धमकी देते हुए लगातार ब्लैकमेल किया जाता रहा। पति के आने पर जब उसने अपने साथ हो रहे दुराचार की जानकारी दी तो पति ने 7 अगस्त को कोतवाली करनैलगंज में दोनों आरोपियों के विरूद्व प्राथमिकी दर्ज करायी। प्राथमिकी तो दर्ज कर ली गयी परन्तु पुलिस ने अपनी चिरपरिचित अंदाज में साक्ष्य के न होने का बहाना बनाते हुए मामले पर फाइनल रिपोर्ट लगा दी।
कोतवाली पुलिस की इस कार्यवाही से असंतुष्ट हो महिला ने राजधानी में विधानसभा के सामने आत्महत्या का प्रयास किया जिस पर इसके बाद थोडी गम्भीरता दिखाते हुए तत्कालीन पुलिस अधीक्षक लल्लन सिंह ने मामले को क्राइम बांन्च को सौपं दिया, परन्तु क्राइम ब्रान्च ने भी अपनी संवेदनहीनता का परिचय देते हुए पहले से ही लगी फाइनल रिपोर्ट को हरी झंडी दे दी। इस पर भी जब पीडिता ने अपनी असंतुष्टि जाहिर की तो अपर पुलिस अधीक्षक को जांच सौपी गयी परन्तु उन्होंने भी संवेदनहीनता का ही परिचय देते हुए मामले को अब तक लटकाये रखा।
सभी जगह से हारने और आरोपियो ंद्वारा बार बार ब्लेकमेल किये जाने से क्षुब्ध होकर आखिर पीडित महिला ने 14 जनवरी को अपने इहलीला को ही समाप्त करने का निर्णय ले लिया। सवाल यह उठता है कि लगभग एक वर्ष होने के बाद भी एक रेप पीडिता को कोतवाली से लेकर विधानसभा के सामने तक जाने की नौबत ही क्यों आयी, जो मामला थाने स्तर पर ही निपट सकता था उसके लिए मानसिक और शारिरिक रूप् से प्रताणित की जा रही महिला को विधानसभा और प्रदेश के पुलिस मुखिया तक भी गुहार लगानी पडी लेकिन जनपद की पुलिस ने तौ जेसे उसे न्याय न देने की कमस खा रखी थी। पीडिता की गुहार पर यदि जनपद स्तरीय पुलिस से त्वरित और न्यायिक कार्यवाही की गयी होती तो उसे अपनी जीवन लीला को युं न समाप्त करना पडता, स्पष्ट है कि उसकी मौत के लिए जितने जिम्मेदार कोतवाल करनैलगंज हैं उतने ही जिम्मेदार डीआईजी भी हैं जबकि अपनी खाल बचाने के लिए कोतवाल को लाइन हाजिर करने के साथ मामले के विवेचक अजीत प्रताप सिंह और क्राइम बं्राच के परमानन्त तिवारी को निलम्बित कर दिया गया लेकिन पुलिस अधीक्षक और तत्कालीन एसपी पर कोई भी कार्यवाही नही की गयी जबकि इस बेहद ही मर्मात्कम प्रकरण में जितने दोषी विवेचक है उतने ही दोषी डीआईजी भी हैं।
साथ ही सवाल यह भी उठता है कि इतनी बडी लापरवाही पर क्या मात्र लाइन हाजिरी और निलम्बित किया जाना ही पीडिता को न्याय है। पुलिस अधिकारियों की इस लापरवाही के परिणाम स्वरूप् आत्महत्या के लिए विवष करने पर कम से कम इन सभी अधिकारियों पर एफआईआर तो दर्ज ही की जानी चाहिए और इन सभी पर हत्या का मुकदमा चलना चाहिए तभी ऐसे अधिकारियों को अपनी जिम्मेदारी का अहसास होगा और पीडिता को न्याय मिल पायेगा।
चुनाव कोई भी हो बात अगर उत्तर प्रदेश के वोटरों की आती है तो बसपा सुप्रीमो मायावती के प्रभाव को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है। अब लोकसभा चुनाव 2014 ही ले लीजिये, जैसे जैसे उत्तर प्रदेश सरकार की परफॉरमेंस गिरती जा रही है, वैसे-वैसे मायावती का सिक्का यूपी में जमता जा रहा है। खैर इस बार मैदान में भारतीय जनता पार्टी भी मजबूती से उतरी है। खैर बात अब मायावती की चली है, तो चलिये उनके राजनीतिक सफर पर एक नजर डालते हैं। आप सोचेंगे कि मायावती के राजनीतिक जीवन के बारे में क्या पढ़ना, तो हम आपको बता दें कि इस लेख में मायावती के बारे में ऐसी, बातें पता चलेंगी, जो शायद आप नहीं जानते होंगे।
निजी जीवन
मायावती का जन्म 15 जनवरी, 1956 में दिल्ली में एक दलित परिवार के घर पर हुआ। पिता प्रभु दयाल जी भारतीय डाक-तार विभाग के वरिष्ठ लिपिक के पद से सेवा निवृत्त हुए। उनकी माता रामरती अनपढ़ महिला थीं परन्तु उन्होंने अपने सभी बच्चों की शिक्षा में रुचि ली और सबको योग्य भी बनाया। मायावती के 6 भाई और 2 बहनें हैं। इनका पैतृक गाँव बादलपुर है जो उत्तर प्रदेश के गौतमबुद्ध नगर जिले में स्थित है। बीए करने के बाद उन्होंने दिल्ली के कालिन्दी कॉलेज से एलएलबी किया। इसके अतिरिक्त उन्होंने बीएड भी किया। अपने करियर की शुरुआत दिल्ली के एक स्कूल में एक शिक्षिका के रूप में की। उसी दौरान उन्होंने सिविल सर्विसेस की तैयारी भी की। वे अविवाहित हैं और अपने समर्थकों में ‘बहनजी’ के नाम से जानी जाती हैं।
राजनीतिक जीवन
1977 में मायावती कांशीराम के सम्पर्क में आयीं। वहीं से उन्होंने एक नेत्री बनने का निर्णय लिया। कांशीराम के संरक्षण में 1984 में बसपा की स्थापना के दौरान वह काशीराम की कोर टीम का हिस्सा रहीं। मायावती ने अपना पहला चुनाव उत्तर प्रदेश में मुज़फ्फरनगर के कैराना लोकसभा सीट से लड़ा था। यह सीट बिजनौर में आती है। 3 जून 1995 को मायावती पहली बार उत्तर प्रदेश की मुख्यमंत्री बनीं। और उन्होंने 18 अक्टूबर 1995 तक राज किया।
गोण्डा। सुबह सुबह अचानक जिला अस्पताल में तैनात वरिष्ठ चिकित्सक की दिल का दौरा पडने से हालत चिन्ताजनक हो गयी जिन्हें आनन फानन में लखनउ ले जाया गया।
सुबह सुबह चिकित्सक को आये दिल के दौरे की सूचना मिलने पर डा0 समीर गुप्त, चर्मरोग विषेशज्ञ डा अजीत सिंह को देखने उनके आवास पर गये, जहां परीक्षण के उपरांत उनके गम्भीर अवस्था को और हदय रोग विषेशज्ञ डा जी के सिंह की अनुपस्थिति को देखते हुए उन्हें लखनउ रिफर कर दिया।
इस बारे मे वरिष्ठ फीजिशियन डा0 समीर गुप्त ने बताया कि डा0 सिंह को हार्ट अटैक आया था। उनकी स्थिति बेहद गम्भीर थी उन्हें इसलिए लखनउ भेजा गया। इस बारे में सीएमएस डा0 वीरपाल सिंह ने बताया कि सुबह सुबह उनके बारे में सूचना मिली थी उन्हें लखनउ भेजा गया है। परिजन उन्हें लखनउ के गोमती नगर स्थित डिवाइन चिकित्सालय ले गये हैं जहां जरूरी परीक्षणों के उपरांत आपरेशन के द्वारा दिल की वाहिनी में छल्ला डाला गया है। आपरेशन के प्श्चात अब उनकी हालत में गुणात्मक सुधार हो रहा है।
जिले के वरिष्ठ चिकित्सक के बीमार होने से स्वास्थ्य विभाग एवं राजनीतिक गलियारें में शोक की लहर दौड गयी, लोग आनन फानन में उनके आवास पर जमा होने लगे जिन्हें लखनउ ले जाते समय भी काफी लोग उनके साथ गये, चिकित्सालय के चिकित्सकों डा पी के श्रीवास्तव, डा0 संजय शर्मा, डा0 विकास सेटठी, डा0 डी एन सिंह, डा0 शादाब, डा0 वी सी गुप्त, डा0 विनय गुप्त, डा0 एम के गुप्त, डा0 रवि गुप्त, डा0 बी एल रस्तोगी, फार्मासिस्ट सतीश मिश्र, एसएन पाण्डेय, कमरूजजमा, वी डी सोनी सहित कई कर्मचारियों ने उनके जल्द स्वस्थ्य होने की कामना ईश्वर से की है।
अम्बेडकरनगर ! आज जनपद के अम्बेडकर नगर तहसील तिराहा पर सरदार सेना के सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन कर पीएम मोदी का पुतला फूंका।
बताते चले कि मोदी सरकार ने बीते 08 जनवरी को अर्थिक आधार पर सवर्णों को 10 प्रतिशत आरक्षण देने का फैसला किया। इसको लेकर पूरे देश में ओबीसी एवं दलित समुदाय के बीच रोष व्याप्त है। इसी क्रम में सरदार सेना के सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने जनपद के अम्बेडकर नगर में तहसील तिराहा को जाम करते हुए मोदी सरकार मुर्दाबाद व सवर्ण आरक्षण मुर्दाबाद का नारा लगाते हुए पीएम मोदी का प्रतिकात्मक पुतला फूंका।
इस दौरान प्रदेश महासचिव आत्माराम पटेल ने बताया कि मोदी सरकार संविधान विरोधी है ,दलित और पिछड़ा विरोधी है और आरोप लगाया कि संविधान के मूल भावनाओं से यह सरकार खिलवाड़ कर रही है। आगे आत्माराम पटेल ने बताया कि संविधान में शैक्षणिक व सामाजिक पिछड़े व दलित वंचित समाज को देश के सर्वांगिण विकास हेतु मुख्य धारा में लाने के लिए आरक्षण की व्यवस्था दी गयी है लेकिन वर्तमान भाजपा सरकार आरक्षण को गरीबी उन्मुलन स्कीम जैसा बना रखी है। मोदी का यह निर्णय पूरी तरह अनैतिक और असंवैधानिक है जिसके खिलाफ पूरे उत्तर प्रदेश में सरदार सेना के राष्ट्रीय कार्यकारिणी के निर्देशानुसार आज मोदी सरकार का पुतला दहन किया गया है। आगे सरदार सेना के कार्यकर्ताओं ने कहा कि यदि मोदी सरकार की मंशा सवर्णों को आरक्षण देना है तो उनकी आबादी देश में लगभग 14 प्रतिशत है तो उनकी आबादी के अनुसार उन्हें 14 प्रतिशत सम्पूर्ण हिस्सेदारी दे देनी चाहिए न कि आर्थिक आधार पर। आर्थिक आधार पर निर्णय देश व संविधान के साथ बेमानी है। इस निर्णय का सरदार सेना पूरजोर विरोध करेगा तथा जरूरत पड़ी तो सड़कों पर आंदोलन खड़ा कर सरकार की र्इंट से र्इंट बजाने का काम करेगा।
इस दौरान अशोक बर्मा जिला अध्यक्ष संदेश बर्मा चंदन सिंह पटेल विवेक वर्मा संजय विश्वकर्मा लालजी अनिल गुप्ता पंकज सोनी अशोक बीरेंद्र आशुतोष भारतीय नागरिक राहुल गौतम अतुल वर्मा आलोक राम लखन विश्वकर्मा विष्णु कुमार कुंदन पटेल सुरेश कुमार बौद्ध सरदार सेना सैकड़ों कार्यकर्ता मौजूद रहे।
गोण्डा। जनपद में बढ रही अपराधों की कडी में आज एक दिल दहलाने वाला मामला प्रकाश में आया जिसमें एक नाबालिग बच्ची के साथ दरिंदगी को अंजाम देते हुए उसे बलात्कार का शिकार बना लिया गया वहीं दूसरी ओर जमीनी विवाद में हुयी मारपीट में दो लोगों को गम्भीर रूप से घायल कर दिया गया।
मासूम बच्ची के साथ हुयी यह बलात्कार की घटना जनपद के थाना तरबगंज की है जहां के ग्राम बनगावं की रहने वाली 10 वर्षीय बच्ची रीना काल्पनिक को सांय लगभग साढे छह बजे गांव के ही एक युवक ने अपना शिकार बना लिया। पुलिस ने घटना में कार्यवाही करते हुए आरोपी युवक को हिरासत में ले लिया। थाना तरबगंज प्रभारी संजय दूबे ने जानकारी देते हुए बताया कि घटना की सूचना मिली थी जिस पर मुकदमा अपराध संख्या 7/19 धारा 376 आईपीसी, 3/4 पाक्सो एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर आरेपी को हिरासत में ले पूछताछ आरम्भ कर दी गयी है।
वहीं दूसरी घटना जनपद के ही थाना मोतीगंज के करौंदा गांव की है जहां जमीनी विवाद के चलते लगातार दो दिन हुये ख्ूनी संर्घर्ष में दो लोग गम्भीर रूप् से घायल हो गये जिन्हें जिला चिकित्सालय ेमें भर्ती कराया गया है पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच आरम्भ कर दी है।
घायलो के परिजनों छविलाल के अनुसार सुबह लगभग साढे नो बजे गावं के ही रहने वाले पाटनदीन, नन्द कुमार, विश्वास, बाबूराम उसके खेत में पहुचें और उसके बेटे अखिलेश को लाठी डडों औ बांके से मारने लगे जिससे वह गम्भीर रूप से घायल हो गया। एक दिन पूर्व ही इन लोगो ने मेरे भाई नन्दलाल पर भी जानलेवा हमला किया था जो कि अस्पताल में भर्ती है। और आज फिर अचानक जमीन पर निर्माण कराने लगे रोकने पर मेरे बेटे अखिलेश पर खेत में ही हमला कर दिया, शोर मचाने पर जान से मारने की धमकी देते हुए भाग गये, सूचना देने पर पहुची पुलिस हमे लेकर अस्पताल आयी जहां अखिलेश को भर्ती कर लिया गया है।
डाक्टरो के अनुसार अखिलेश की हालत नाजूक बनी हुयी है। वहीं घटना के सम्बध्ां में एसओ मोतीगंज शैलेश िंसह ने बताया कि प्रकरण को मुकदमा अपराध संख्या 6/19 धारा 324, 504, 506 के अर्न्तगत दर्ज कर लिया गया है।
विचारणीय यह है कि जब एक दिन पूर्व ही उन्ही हमलावरों ने पीडितों पर हमला किया और मामला पुलिस तक पहुचा भी तो कैसे दूसरे दिन उन्ही हमलावरो ने फिर से पीडितों पर हमला कर दिया। इस दुस्साहस को अंजाम देने में थाना मोतीगंज पुलिस की बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका रही, हुआ यूं कि शनिवार को हुए हमले में जिसमें नन्दलाल वर्मा घायल हुआ उस मामले को पुलिस ने हल्के में लेते हुए मात्र एनसीआर में दर्ज कर अपने कर्तव्य की इतिश्री समझ ली जिससें उत्साहित हो हमलावरो ने दूसरे दिन भी उसी प्रकार के प्रकरण को अंजाम दे दिया। जिसमें नन्दलाल का भतीजा अखिलेश गम्भीर रूप् से घायल हो गया। यहां बडी आसानी से समझा जा सकता है कि यदि मोतीगंज पुलिस ने अपनी डयुटी ठीक से निभाई होती और पहले ही दिन आरेपियों पर कार्यवाही की होती तो शायद उन्हें दूसरे दिन अपनी हिमाकत दिखाने की हिम्मत नही पडती।
तरबगंज (गोण्डा)। थाना तरबगंज क्षेत्र में जमीनी विवाद के चलते एक वृद्व की हत्या कर दी गयी। इस घटना में मृतक के परिवार के ही दो अन्य लोग भी घायल हुए हैं पुलिस ने मामले में मुकदमा दर्ज कर जांच आरम्भ कर दी।
घटना जनपद के थाना तरबगंज स्थित सिझिया गांव की है जहां रविवार की दोपहर लगभग ढाई बजे एक ही गांव के दो पक्षों के बीच हुए जमीनी विवाद में मारपीट के दौरान साढ वर्षीय वृद्व रामधीरज पुत्र बद्रीनाथ निवासी सिझिया के गम्भीर रूप से घायल होने के कारण मौके पर ही मौत हो गयी, वहीं दो अन्य कुवरं बहादुर पुत्र रामधीरज, गुलाब सिंह पुत्र दामाद रामधीरज गम्भीर रूप् से घायल हो गये। घर वालों ने इसकी सूचना पुलिस को दी, मौके पर पहुची पुलिस ने सभी घायलों को सीएचसी तरबगंज पहुचाया जहां डाक्टरो ंने उन्हें जिला चिकित्सालय रिफर कर दिया। जिला चिकित्सालय पहुचने पंर डयूटी पर तैनात ईएमओं डाक्टर टी पी जायसवाल ने रामधीरज को मृत घोषित कर दिया। जबकि घायल कुवर बहादुर और गुलाब को प्राथमिक चिकित्सा के उपरांत घर भेज दिया।
घटना के बारे में मृतक रामधीरज के पुत्र कुंवर बहादुर व दामाद गुलाब सिंह ने बताया कि विपक्षीगण रामलोटन पुत्र तिलकराम, भोला पुत्र राजेश, तिलकराम पुत्र मिलन, रामफेर पुत्र प्रसादे, राजेश पुत्र ज्ञानू निवासीगण सिझिया जबरन उनकी जमीन पर ईटे गिरवाकर निर्माण कर कब्जा कर लेना चाहते हैं। इन लोगों ने ग्राम सभा के सार्वजनिक मार्ग को भी अवरूद्व कर रखा है और उनका रास्ता भी बंद कर दिया है। आज लगभग ढाई बजे सभी विपक्षी इकटठा होकर निर्माण करवाने लगे, विरोध करने पर हम लोगो ंपर अचानक चाकू गडासा, लाठियों से हमला कर दिया, गुहार लगाने पर जब तक गावं वाले पहुचतें सभी घटना स्थल से भाग गये। कुवर बहादुर ने बताय कि इस मारपीट में हमारे पिता रामधीरज को बहुत बुरी तरह से मारा गया था जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गयी थी जिसकी पुष्टि जिला चिकित्सालय में डाक्टरो ंने कर दी। इस सम्बध्ां मे ंथाना तरबगंज में कुंवर बहादुर ने पाचं लोगों के विरूद्व नामजद तहरीर दी है।
थाना तरबगंज प्रभारी संजय दूबे का कहना है कि इस मामले में दोनो ंपक्षो ंके बीच आज नाली निर्माण को लेकर मामूली सी बात पर मारपीट हुयी थी जिसमें दोनों पक्षो ंसे लोग घायल हैं। सूचना मिलने पर वे स्वयं मौके पर गये थे और घायलों को चिकित्सालय भी पहुचाया गया जहां से उन्हें गोण्डा रिफर कर दिया गया जहां पता चला कि रामधीरज की मृत्यू हो गयी है। इस सम्बध में तहरीर मिली है। मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। जिसे मुकदमा अपराध संख्या 8/19, धारा 308, 323 के तहत दर्ज भी कर लिया गया था किन्तु मौत की सूचना मिलने पर अब इसे हत्या के मामले बदला जा रहा है। इस सम्बध में जाच आरम्भ कर दी गयी है जल्द ही आरोपियों को गिरफतार भी कर लिया जायेगा।
दिनों दिन जिले में बढ रहे जघन्य अपराधों में अब कोई अकुंश लगाने वाला नही रहा। थानों से सेटिंग गेटिंग के जरिये अपराध करने वालों को अभयदान अपराध कराने के लिए अभयदान के साथ ही वसूली के जरिये जनपद के अपराध पर अकुंश लगाने का ख्वाब देख रही जिला पुलिस बढ रहे अपराध पर धृतरार्ष्ट बनी हुयी है। जिले में आये दिन लूट, चोरी, हत्या जैसे अपराध प्रतिदिन घटित हो रहे हैं और जिले के आला अधिकारी फील गुड का अहसास कराने के लिए रोजाना अध्धी ब्लेड, कच्ची शराब, अवेध चाकू, नशीली दवाओं आदि के साथ गिरफतारी और बरामदगी दिखा अपनी पीठ अपने हाथों थपथपा रहे हैं।
रविवार को ना केवल पीआरएस सिस्टम बंद होने से बल्कि दिल्ली व आसपास लोकल ट्रेन से यात्रा करने वालों को भी परेशान होना पड़ेगा। शकूरबस्ती-रोहतक के बीच निर्माण कार्य के चलते करीब चार घंटे तक रेलवे ने ट्रैफिक ब्लॉक लेने का निर्णय लिया है। इसके कारण रविवार को नई दिल्ली-रोहतक व पुरानी दिल्ली-रोहतक के बीच चलने वाली मेमू ट्रेन निरस्त रहेंगी। ट्रैफिक ब्लॉक के कारण ट्रेन संख्या 64911 नई दिल्ली-रोहतक मेमू, ट्रेन संख्या 64914 रोहतक-दिल्ली जंक्शन मेमू ट्रेन निरस्त रहेगी। इसी तरह ट्रेन संख्या 64915 दिल्ली जंक्शन-रोहतक मेमू व ट्रेन संख्या 64932 रोहतक-दिल्ली जंक्शन मेमू ट्रेन निरस्त रहेगी।
नईदिल्ली ! तकनीकी सुधार के लिए रेलवे ने दिल्ली पैसेंजर रिजर्वेशन सिस्टम (पीआरएस) को बंद करने का निर्णय लिया है।13 जनवरी की देर रात 11:45 बजे से सुबह 3 बजे तक दिल्ली पीआरएस पूछताछ समेत कंप्यूटरीकृत सभी तरह की सेवाएं बंद रहेंगी।
रविवार देर रात से सोमवार सुबह तक करीब 3 घंटा 15 मिनट रेलवे से संबंधित कामों में लोगों को दिक्कत का सामना करना पड़ेगा। इस दौरान आईवीआरएस/टच स्क्रीन, कॉल सेंटर (टेलीफोन नंबर- 139) के माध्यम से भी किसी तरह की ट्रेनों से संबंधित जानकारी नहीं मिलेगी। साथ ही कंप्यूटर द्वारा चालू आरक्षण बुकिंग का कामकाज भी बंद रहेगा।
इस दौरान न तो यात्रा टिकट जारी होंगे और न ही निरस्त किए जा सकेंगे। लिहाजा अगर आप रविवार को ट्रेन से यात्रा करने की सोच रहे हैं तो अपनी ट्रेन की जानकारी रात 11:45 बजे से पहले पता कर लें। रेलवे अधिकारियों के अनुसार, 139 पूछताछ सेवा के साथ ही इस दौरान आईआरसीटीसी की वेबसाइट से ऑनलाइन टिकटों की बुकिंग भी नहीं होगी। रेलवे स्टेशन पर स्थित ना तो डोरमेट्री की ऑनलाइन बुकिंग होगी और ना ही रिटायरिंग रूम की।
लखनऊ ! भारतीय नागरिक परिषद द्वारा स्वामी विवेकानन्द की जन्म जयंती पर आयोजित संगोष्ठी – ‘‘युवा दिवस युवा भारत’’ में मुख्य वक्ता आल इण्डिया पावर इन्जीनियर्स फेडरेशन के चेयरमैन शैलेन्द्र दुबे ने कहा कि स्वामी विवेकानन्द ने भारत की युवा शक्ति और भारतीय आध्यात्म के दर्शन का परिचय पूरे विश्व को कराया था।
भारत का आध्यात्मिकता से परिपूर्ण वेदान्त दर्शन अमेरिका और यूरोप के हर देश में स्वामी विवेकानन्द की वक्तृता के कारण ही पहुंचा। उन्होने कहा कि स्वामी विवेकानन्द ने ही संसार को सहिष्णुता तथा सार्वभौम स्वीकृत-दोनों की ही शिक्ष दी। उन्होंने कहा कि स्वामी जी ने पूरी दुनिया के समक्ष यह तथ्य रखा कि पृथ्वी के समस्त धर्मों और दुनिया के उत्पीड़ितों व शरणार्थियों को आश्रय देने का कार्य भारत ने ही किया। स्वामी विवेकानन्द ने बलपूर्वक कहा कि अध्यात्म विद्या और भारतीय दर्शन के बिना विश्व अनाथ हो जायेगा। आज स्वामी जी के जन्म को 156 वर्ष बाद उनकी कही बातों का सारी दुनिया लोहा मान रही है। उन्तालीस वर्ष के संक्षिप्र जीवनकाल में स्वामी विवेकानन्द जो काम कर गये वे आने वाली अनेक शताब्दियों तक पीढ़ियों का मार्गदर्शन करते रहेंगे।
उन्होने कहा कि 21वीं शताब्दी में युवा शक्ति के जरिये ही भारत विश्व शक्त् बनने की दिशा में अग्रसर है। ऐसे में स्वामी विवेकानन्द का प्रेरणास्पद स्मरण हमारे लिये जीवनी शक्ति है।
शैलेन्द्र दुबे ने कहा कि आज पूरी दुनिया में भारत के युवाओं की मेधा व प्रतिमा का उभार दिख रहा है। हम आभारी हैं स्वामी विवेकानन्द के जिन्होंने अकेले पहल की और भारतीयता का दर्शन प्रस्तुत कर दुनिया को भौचक्का कर दिया और भारत को उसका खोया गौरव वापस दिलाया। स्वामी जी ने ही भारत के युवाओं की मेधा और ऊर्जा से दुनिया की पहचान करायी। आज विवेकानन्द होते तो वाकई भारतीय युवाओं की दुनिया में धाक देख और अपने सपने को पूरा होते देख अवश्य खुश होते।
भारतीय नागरिक परिषद के संस्थापक ट्रस्टी रमाकान्त दुबे ने कहा कि स्वामी जी केवल सन्त ही नहीं, एक महान देशभक्त, वक्ता, विचारक, लेखक और मानव प्रेमी भी थे। वे भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के भी एक प्रमुख प्रेरणा स्त्रोत बने। उनका विश्वास था कि पवित्र भारत वर्ष धर्म एवं दर्शन की पुण्य भूमि है।
भारतीय नागरिक परिषद के अध्यक्ष चन्द्र प्रकाश अग्निहोत्री ने कहा कि स्वामी विवेकानन्द युवाओं के प्रेरणा स्त्रोत थे। उन्होंने धर्म को मनुष्य की सेवा के केन्द्र में रखकर ही आध्यात्मिक चिन्तन किया था।
परिषद की महामंत्री रीना त्रिपाठी ने कहा कि स्वामी जी ने संकेत दिया था कि विदेशों में भौतिक समृद्धि तो है और उसकी भारत को जरूरत भी है किन्तु हमें याचक नहीं बनना चाहिए। हमारे पास उससे ज्यादा बहुत कुछ है जो हम पश्चिम को दे सकते हैं और पश्चिम को उसकी बहुत जरूरत भी है। यह आज प्रभावित हो रहा है। स्वामी विवेकानन्द का अपने देश की धरोहर के लिए दम्भ या बड़बोलापन नहीं था। यह एक वेदान्ती साधु की भारतीय सभ्यता और संस्कृति की तटस्थ, वस्तुपरक और मूल्यवात आलोचना थी। बीसवीं सदी के इतिहास ने बाद में उसकी पर मुहर लगायी।
इस अवसर पर सरोजनी नगर की डा. मिथिलेस सिंह को भारतीय नागरिक परिषद की ओर से प्रशस्ति पत्र मानवता पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया। डा. मिथिलेस सिंह ने प्राथमिक विद्यालय अलीनगर, खुर्द की गरीब छात्रा का निःशुल्क इलाज कर उसका पैर कटने से बचाया और उसे नया जीवन दिया।
आरपीएफ प्रभारी प्रवीण कुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि बाद में यात्रियों को जागरूक करते हुए बताया गया कि यह मॉक ड्रिल है जो आगामी 26 जनवरी एवं प्रचलित कुंभ मेला के दृष्टिगत सुरक्षा एवं सतर्कता हेतु किया गया है !ग्रा्ाा्
गोण्डा। वैसे तो नगर में लगभग हर जगह गन्दगी फैली दिखाई देगी परन्तु यह मामला इस लिए विषेश है कि अर्न्तराष्ट्ीय स्तर के राजनेता और जनपद की शान कहे जाने वाले सांसद कैसरगंज के नगर में स्थित दो प्रमुख प्रतिष्ठानों कें सामने और पीछे ही नगर पालिका गोण्डा ने कूडा डम्प कर रखा है जिसकी वजह से गन्दगी तो गन्दगी देश विदेश से आने वाले और होटल में रूकने वाले यात्रियों की नजरों में सांसद की छवि के साथ ही साथ जनपद की छवि भी ध्ूमिल हो रही है। यह प्रकरण इस मामले में भी विशेष है कि बार बार प्रयास करने के बाद भी नगर पालिका गोण्डा के जिम्मेदार अधिकारी ने न तो मिलने को समय दिया और न ही इस विषय पर कोई जानकारी ही दी।
मामला जनपद के नगर क्षेत्र से जुडा हुआ है जहां सांसद कैसरगंज बृजभूषण सिंह का गोनार्द होटल और गोनार्द लान स्थित है बताते चलें कि जहां होटल गोनार्द में देश विदेश से लोग आकर ठहरते है वहीं गोनार्द लान में विभिन्न सांस्कृतिक और सामाजिका कार्यक्रमों का आयोजन समय समय पर होता रहता है। इसी होटल गोनार्द के ठीक सामने नगर पालिका ने कूडा डम्पिंग ग्राउण्ड बना दिया है जहां लगभग हर समय गन्दगी पसरी रहती है जिनसे नगर के आवारा प्शुओे का भी यहां डेरा लगा रहता है और वे गन्दगी को सडक तक फैलाते रहते हैं। इसी तरह सांसद के ही एक और प्रतिष्ठान गोनार्द लान के ठीक पीछे भी नगर पलिका प्रशासन ने कूडे का ढेर लगा रखा है। बताते चलें की इसी लान में समय समय पर विभिन्न तरह के सामाजिक और सांस्कृतिक कार्यक्रमों के आयोजन के साथ ही नगर विधायक का उठना बैठना भी रहता है, परन्तु न जाने किन कारणों से नगर पालिका ने इन दोनों ही स्थानों पर अपना कूडा डम्पिंग ग्राउण्ड बना दिया है जो यहा आने वाले देश विदेश के सैलानियों के सामने सांसद की प्रतिष्ठा तो धूमिल कर ही रहा है वहीं जनपद की प्रतिष्ठा को भी धूलधूसरित कर रहा है।
कैसरगंज सांसद के इन प्रतिष्ठानों के पास ही कूडा डम्पिंग ग्राउण्ड बनाये जाने के कारण को जानने के लिए जब नगर पलिका अधिशासी अधिकारी विकास सेन से सम्पर्क किये जाने का प्रयास किया गया तो उन्हानें अपने आपको अन्य कार्यक्रम में व्यस्त होने का बहाना किसी और समय सम्पर्क करने को कहा परन्तु उसके बाद उनको काल करने पर उन्होनेंं बात सुनना और जवाब देना तो दूर काल रिसीव करना तक उचित नहीं समझा।
सांसद प्रतिष्ठानों के पास गन्दगी को इकठठा करना और उसपर कोई जानकारी ने देना इस बात का स्पष्ट प्रमाण है कि नगर पलिका को नगर की स्वच्छता में कोई विषेश रूचि नहीं है और वो फिर से गन्दगी का सिरमौर बना देखना चाहता है।