12 मई को जन्मे बच्चे को बताया 23 मई को जन्म, आखिर झूठ बोलने के पीछे क्या था मकसद
गोण्डा ! नवजात का नाम नरेंद्र मोदी रखने वाले मुस्लिम परिवार का झूठ बेनकाब हो गया है और 25 मई को मैनाज नाम की एक महिला और उसके परिवार ने दावा किया था कि महिला का बेटे का जन्म 23 मई को हुआ था …. जब पीएम नरेंद्र मोदी भारी बहुमत से लोकसभा चुनाव जीत रहे थे तभी प्रधानमंत्री के नाम पर अपने बेटे का नाम नरेंद्र दामोदर दास मोदी रखने वाली मुस्लिम महिला के बेटे के जन्म को लेकर किया गया दावा फर्जी निकला है। अस्पताल में दर्ज तारीख और डॉक्टर की माने तो बच्चे का जन्म इसी वर्ष 12 मई को 12.59 मिनट ओर वजीरगंज के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर हुआ था। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र वजीरगंज की डॉक्टर भावना 12 मई को ड्यूटी पर थी जब मैनाज बेगम हॉस्पिटल में भर्ती हुई थी …. दोपहर 12 बजकर 59 मिनट पर मैनाज ने बेटे को जन्म दिया था …. फिलहाल यह पूरी सच्चाई स्वास्थ्य केंद्र के अभिलेखों मे दर्ज है।
फिलहाल मामला यही तो होता तो शायद गनीमत थी लेकिन यही नहीं यह मुस्लिम परिवार जिसने नवजात का नाम नरेंद्र मोदी रखा था वह अब बच्चे का नाम बदलने की बात भी कह रहा है …. बच्चे की माँ का कहना है कि बच्चे का नाम वह अल्ताफ आलम मोदी रखेगी की लेकिन लिखने पढ़ने में बच्चे का नाम नरेंद्र मोदी से हटाकर मोहम्मद अल्ताफ आलम मोदी रखेगी। बच्चे की मां ने नाम बदलने का कारण भी बताया और कहा कि लोगों की बातों से परेशान होकर ऐसा फैसला लिया है …. लोग कहते है कि बच्चे को मोदी लेकर चले जाएंगे …. बच्चे का हकीका नहीं होगा …. बच्चे का खतना नहीं होगा …. बच्चा मुसलमान से हिन्दू हो जायेगा। गांव परसापुर मदरौर की रहने वाली मेनाज बेगम यह भी बताया कि उसके रिश्तेदार, पड़ोसी व गांव के लोग डराते धमकाते है कि तुम्हारा लड़का हाथ नहीं आएगा और इसलिए मैं परेशान हो गई। मुस्लिम समाज द्वारा पीएम मोदी नाम ने इतना भ्रम पैदा कर दिया की इस महिला को इतना डराया गया जिससे उसका यहां तक कहना है कि मेरा बेटा मुसलमान है मुसलमान ही रहेगा …. मुझे उम्मीद है कि मोदी जी मेरे बेटे को कुछ नहीं करेंगे …. मुसलमान ही रहने देंगें। महिला की यह बातें सुनकर साफ नजर आता है कि एक समाज के कुछ लोगों में पीएम मोदी के नाम की नफरत मन मे गहराई तक घर कर गई …. उनके अंदर नफरत इस कदर बसी है कि एक बच्चे की मां को नाम तक नहीं रखने देने की इजाजत दे रहा है।