आरोपितों के आवाज की पहचान पर दर्ज किया गया मुकदमा
दौसा राजस्थान। कानून व्यवस्था का डर अपराधियों में किस कदर समाप्त हो चुका है इसका एक ज्वलंत उदाहरण प्रदेष के दौसा जिले मे हुयी सामूहिक दुष्कर्म की इस वारदात से सामने आया है।
मामला जनपद दौसा के लालसोट कस्बे का है जहां के एक गावं की निवासिनी एक छात्रा अपने गांव से लालसोट कस्बें में कोचिंग के लिए निकली थी, छात्रा होआयली गावं के पास एक मोड पर पहुंची ही थी कि एक कार में सवार तीन दबंगो ने कानून व्यवस्था को अपनी जेब में रखते हुए छात्रा को कार में खींंच लिया। दिन दहाडे हुए इस वारदात में आरोपियो ने छात्रा का ही दुपटटा उसके आंख पर बांध दिया और कार को दिन भर सडकों पर घुमाते रहे और बारी बारी से छात्रा से बलात्कार करते रहे। अपनी दूषित मंशा को पूरा करने के बाद आरोपियों ने छात्रा को किसी को बताने पर जान से मारने की धमकी देते हुए गंगापुर गांव के पास छोड दिया।
बुरी तरह प्रताणित और डरी हुयी छात्रा किसी तरह अपने घर पहुचीं और डर के कारण किसी से इस बात की चर्चा नहीं की, दूसरे दिन किसी तरह हिम्मत कर उसने अपने साथ घटी इस घटना की जानकारी परिजनों को दी। परिजनों द्वारा घटना की जानकारी गांव के सम्भ्रान्त लोगों को दी गयी जिस पर गांव वालों ने अपने स्तर से मामले को रफा दफा करने का प्रयास किया, काफी देर होने के बाद जब परिजनों ने दबाव बनाया तो गांव वाले मामला दर्ज कराने को राजी हुए और प्रकरण थाना लालसोट में दर्ज कराया गया।
पुलिस की माने तो उनका कहना है कि पीडिता ने आरोपियों के आवाज को पहचान लिया है जिसके अनुसार वह पास के ही गावं के रहने वाले लालाराम, मोहित और रामलखन है, छात्रा के बयान के आधार पर पुलिस ने मामला दर्ज कर आरोपियों की धरपकट के लिए अभियान छेड दिया है।
घटना पर जिले के कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक ने पुलिस को मामले की त्वरित छानबीन ओैर आरोपियों की तत्काल गिरफतार करने का आदेश दिया है।
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