मुम्बई (महाराष्ट्)। विवादित वेबसीरीज तांडव की टीम पर उत्तर प्रदेष की राजधानी लखनउ में दर्ज एफआईआर पर पूछताछ के लिए मुम्बई पहुची पुलिस ने अपना शिंकजा और कस दिया है। तांडव के लोगों के घर पर न मिलने के कारण उनके घर पर नोटिस चस्पा कर उन्हें लखनउ आने को कहा गया है।
ज्ञात हो कि लखनउ में दर्ज एफआईआर पर पूछताछ करने के लिए यूपी पुलिस की टीम मुम्बई पहुचाीं थी जहां उसने मुम्बई के पुलिस आयुक्त कार्यालय से सम्पर्क कर बुधवार को तांडव के निर्देशक तथा लेखक के घर पूछताछ करने पहुच गयंी, मिल रही जानकारी के अनुसार वेबसीरीज के निर्देशक अली अब्बास सहित इस सीरीज के लेखक गौरव सांेलंकी के घर पर ताला लगा मिला जिस पर यूपी पुलिस ने कार्यावाही करते हुए उनके घर पर नोटिस चस्पा कर उन्हें लखनउ मे ंजांच अधिकारी के समक्ष उपस्थित होने का आदेश दिया।
मामले पर जानकारी देते हुए यूपी पुलिस टीम के अधिकारी अनिल कुमार सिंह ने बताया कि हमारी टीम ने अली अब्बास और गौरव सोलंकी के घर पर ताला लगा होने के चलते नोटिस चस्पा कर उन्हें आगमी27 जनवरी को लखनउ आने का कहा है जहां उन्हें दर्ज एफआईआर के जांच अधिकारी के समक्ष प्रस्तुत होना होगा। उन्हेानें यह भी कहा कि हमारी टीम अमेजन के कार्यालय भी जायेगी वहां भी पूछताक्ष की जायेगी।
यहां यह भी बताना आवश्यक हेै कि तांडव टीम पर उत्तर प्रदेश के ही कई शहरों में एफआईआर दर्ज करायी गयी है इसके अलावा देश के अन्य कई हिस्सों में भी प्राथमिकी दर्ज हुयी है। लखनउ में यह प्राथमिकी वेबसीरीज के निर्देशक अली अब्बास जफर सहित पांच लोगों पर दर्ज हुयी है। यह भी जानना आवश्यक है कि विवादो में पूरी तरह घिर चुकी तांडव टीम ने इस सीरीज के लिए माफंी मांगते हुए विवादित अंशों को हटा दिया है लेकिन आक्रोशित जनता इस सीरीज पर पूरी तरह बैन लगाने के साथ तांडव टीम पर दर्ज प्राथमिकी के अनुसार कार्यवाही की भी मांग कर रही हैं।
व्हीं मामले पर बोलते हुए महाराष्ट् के गृहमत्री अनिल देशमुख ने कहा है कि हमें भी इस सीरीज के विरूद्व शिकायतें मिली हैं जिस पर कानून के अनुसार कार्यवाही की जायेगी। उन्होनंें यह भी कहा कि केन्द्र को ओटीटी प्लेटफार्म के लिए कानून बनाना चाहिए जिससे उन पर भी अकुश लग सके।