लाल बहादुर शास्त्री डिग्री कॉलेज के वनस्पति विज्ञान विभाग द्वारा बायोटेक्नोलॉजी पर आयोजित किया गया वेबीनोर
गोण्डा ! मानव कल्याण के लिए जैव प्रौद्योगिकी का अध्ययन अत्यंत आवश्यक है क्योंकि इसके माध्यम से हम विभिन्न लाइलाज बीमारियों, वंशागत बीमारियों, संक्रमण से होने वाली बीमारियों पर विजय प्राप्त कर सकते हैं उक्त बातें एमआईटी यूनिवर्सिटी लखनऊ के बायो टेक्नोलॉजी डिपार्टमेंट की असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ प्राची श्रीवास्तव ने श्री लाल बहादुर शास्त्री डिग्री कॉलेज के वनस्पति विज्ञान विभाग द्वारा आयोजित वेबीनार मे मुख्य वक्ता के रूप में बोलते हुए कहीं।
डॉ प्राची श्रीवास्तव ने बड़े ही सरल और सहज ढंग से जीन टू जिनोमिक्स,प्रोटीन टू प्रोटियोमिक्स: जैव प्रौद्योगिकी का भविष्य विषय पर बहुत ही ज्ञानवर्धक व्याख्यान दिया उन्होंने पेड़ पौधों और जंतुओं के शरीर में जीन और प्रोटीन के महत्व पर प्रकाश डालते हुए यह भी बताया आज विज्ञान इतना आगे बढ़ चुका है कि हम दूषित जीन को पहचान कर उसे शरीर से बाहर कर सकते हैं और उसकी जगह सामान्य जीन जो हमारे लिए लाभदायक हैं, हमें स्वस्थ रखते हैं उन्हें स्थापित किया जा सकता है डॉक्टर श्रीवास्तव ने बायोटेक्नोलॉजी के क्षेत्र में भारत में किए जा रहे शोधों की भी जानकारी दी।
उक्त वेबीनार का आयोजन वनस्पति विज्ञान की असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ रेखा शर्मा द्वारा आयोजित किया गया। महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ वंदना सारस्वत ने मुख्य वक्ता डॉ प्राची श्रीवास्तव का स्वागत करते हुए उनके व्याख्यान को छात्र छात्राओं के भविष्य निर्माण में मील का पत्थर बताया ।
डॉ रेखा शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया जंतु एवं वनस्पति विज्ञान के संयुक्त तत्वाधान में ऐसे व्याख्यान भविष्य में आयोजित होते रहेंगे जिससे हमारे महाविद्यालय के छात्र छात्राओं का ज्ञान वर्धन होता रहेगा। जंतु विज्ञान के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ शिशिर त्रिपाठी ने वेबीनार की मुख्य वक्ता डॉ प्राची श्रीवास्तव,प्राचार्य डॉ वंदना सारस्वत एवं सहयोगी शिक्षक डॉ रेखा शर्मा ,डॉ संजय वर्मा, डॉ विपिन तिवारी सहित सभी छात्र छात्राओं का धन्यवाद ज्ञापन किया
वही बीएससी के छात्र छात्रा कु. शिवानी सिंह , नुपुर तिवारी, सचिन वंश, काजल, प्रिया, श्रद्धा सिंह, कुमकुम, आंचल, नीलम, शफीक अहमद, श्रेया सिंह, पूजा मिश्रा, रजत, पंकज, सोनू सोनी ने डॉ श्रीवास्तव से जीन, प्रोटीन एवं डीएनए पर कई प्रश्न पूछे जिसका उत्तर डॉ श्रीवास्तव ने सहज ढंग से देते हुए बच्चों को संतुष्ट किया एवं शास्त्री डिग्री कॉलेज के छात्र छात्राओं का जैव प्रौद्योगिकी विषय के प्रति लगाव एवं उत्साह की सराहना की।
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