आईसीएमआर ने सर्व के बाद किया बडा दावा
नयी दिल्ली। भारत में अभी तक दो स्वदेशी वैक्सीन का प्रयोग किया जा रहा है। वैक्सीनेशन के शुरूआती दौर में स्वदेशी कम्पनी सीरम इन्स्टीटयूट की कोवीशील्ड का प्र्रयोग किया गया जबकि वैक्सीनेशन के दूसरे दौर में भारत बायोटेक की कावैक्सीन का प्रयोग भी आरम्भ कर दिया गया है जो फिलहाल अभी तक जारी है।
देश में चल रहे वैक्सीनेशन प्र्रोग्राम पर भारतीय चिकित्सा अनुसांधन परिषद ने अपने ताजा शोध पर जानकारी देते हुए बताया कि भारत की दोनो स्वदेशी वैक्सीन में से भारत बायोटेक की कोवैक्सीन कोरोना के दूसरे लहर के लिए जिम्मेदार कोरोना के डबल म्यूटेंट सहित अन्य सभी स्ट्ेन के लिए ज्यादा असरदार है। यहां यह भी बताना आवश्यक है कि अभी पिछले माह ही भारत के स्वास्थ्य मंत्रालय ने इस डबल म्यूटेंट की उपस्थिति को स्वीकार किया था उसके बाद ही इस वैरियंेट को आस्ट्ेलिया, जर्मनी, ब्रिटेन, अमेरिका सहित अन्य कई देशों में इस वैरियेटं की उपस्थिति पायी गयी है।