अस्पताल के आठवी मंजिल पर सड रही थी लाश, बदबू आने पर कर्मचारियों ने की खोजबीन
चेन्न्ई (तमिलनाडु)। क्या कोई अस्पताल इतना भी लापरवाह हो सकता है कि वहां भर्ती मरीज लापता हो जाये और उसे खबर ही न हो। मरीज वह भी कोराना का। लेकिन चेन्नई के राजीव गांधी अस्प्ताल ने एक ऐसा ही कारनामा कर दिखाया है जहंा भर्ती कोरोना मरीज की लाश पूरे स़त्रह दिन बाद मिली और वह भी अस्पताल के उस मजिल पर जहंा कोई काम काज ही नही होता। फिलहाल पुलिस मामले की जाचं कर रही है।
मामला जिले के राजीव गांधी सरकारी चिकित्सालय का है। जहा पिछले कुछ दिनों से आ रही बदबू को पहले तो कर्मचारियों ने गन्दगी को समझा लेकिन जब बदबू लगातार बढती गयी तो उन्होंनें खोजबीन आरम्भ की। कर्मचारियों द्वारा की गयी खोजबीन मे अस्पताल के आठवी मंजिल पर एक सड रही लाश मिली। छानबीन मे ंपता चला कि यह लाश तीसरी मंजिल पर भर्ती एक करोना मरीज की है।
बताया जाता है इस महिला को मई में सांस लेने की तकलीफ के चलते उसके पति द्वारा भर्ती कराया गया था। महिला के पति मौली के अनुसार उन्होनें अपनी 42 वर्षीय पत्नी को विगत 22 मई को लंच कराया था उसके बाद वह घर चले आये थे। उन्होंनें बताया कि ज बवह 23 मई को अस्पताल पहुुचे तो वहा उन्हे पत्नी नही मिली। उन्होनंें छानबीन की लेकिन वह उन्हें कही नही मिली। मामले की सूचना पुलिस केा भी दी गयी लेकिन लाकडाउन लग जाने के कारण वह अपनी शिकायत की स्थिति को पता नही कर पाये।
मामले मे ंअस्पताल प्रशासन का कहना है जब महिला सुूनीता को भर्ती कराया गया था तब उसका आक्सीजन लेवल 72 था उन्हे ंअस्पताल के तीसरी मजिल पर रखा गया था लेकिन 23 मई को वह अचानक लापता हो गयी जिसकी लाश आठवी मजिंल पर मिली है। उन्होनें यह भी बताया िकवह आठवी मजिंल पर कैसे पहुच गयी जबकि वहा जाने के लिए सीढिया भी नही है वहा केवल एलीवेटर के सहारे ही जाया जा सकता है।
फिलहाल मामले की जांच कर रही पुलिस ने अस्पताल के सीसीटीवी फुटेज केा ले लिया है लेकिन उसन अभी सीसीटीवी फुटेज के बारे में भी कुछ नही बताया हैं उनका कहना है कि जाच चल रही है पूरी होने पर आवश्यक जानकारी उपलब्ध करा दी जायेगी।