पुलिस ने गूगल से मांगे पर्रा के ई मेल की जानकारियां
श्रीनगर (जम्मू कश्मीर)। कश्मीर में आतंकवादियो का समर्थन करने तथा उन्हें सहायता उपलब्ध कराने का एक बडा आरोप पूर्व मंुख्यमत्री महबूबा मुफती के बडे करीबी पर लगा है। पुलिस ने इस मामलें मे अदालत मे उसके बातचीत के ईमेल के अंश भी रखे हैं साथ ही पुलिस ने गूगल से इस बारे मे और भी जानकारियां मागी है।
बतातें चलें कि जम्मु कश्मीर पुलिस की काउटंर इन्टेलिजेंस कश्मीर शाखा ने अदालत में आरोप पत्र दायर करते हुए कहा है कि जांच के दौरान महबूबा मुफती का करीबी वहीदूर रहमान पर्रा के खिलाफ मुकदमा चलाने के लिए प्र्याप्त सबूत है जो यह साबित करता है कि उसने अपने राजनीतिक फायदे के लिए आतंकवादियो का समर्थन मांगने के लिए उनके गठजोड किया और अपनी सहायता के बदले उनके आतंकवादी हमले करने मे ंउनकी कई तरीको ंसे मदद की है।
इतना ही नही पुलिस ने गूगल से इस बारे मे सहायता भी मांगी है कि वह आतंकवादियों और पर्रा के बीच हुयी ईमेल के जरिये बातचीत का व्योरा उपलब्ध कराये। दायर आरोप पत्र मे ंयह भी कहा गया है कि जांच के दौरान यह पाया गया है कि आरोपी पाकिस्तान आधरित अलगाववादियों और आतंकी नेताओं से निर्देश और सलाह लेता था तथा उसने आतंकवाद तथा अलगाववाद को आगे बढाने मे कई सूचनाए और कार्यवाही रिपोर्ट सम्बध्ंाी जानकारियां का आदन प्रदान किया है। पुलिस ने यह भी जानकारी दी है कि पर्रा इस काम के लिए कई ईमेल आईडी का प्रयोग करता था जिनमे से तीन आईडी का पता लगा लिया गया है।
उधर दूसरी ओर पीडीपी ने अपना बचाव करते हुए पुलिस के सभी आरोपो ंको खारिज करते हुए कहा है कि पुलिस पर्रा को बिना वजह प्रताणित कर रही है उसे अमानवीय स्थितियों में रखा गया है।