पुलिस ने किया गिरफतार
सीतापुर। अब इसे अज्ञानता कहें या फिर अधविश्वास, क्या पेटदर्द का इलाज कोई तांत्रिक बेल्ट से पिटाई कर तथा अगरबत्ती से जला कर कर सकता हैं, इस बात को हर कोई जानता होगा लेकिन अधविश्वास या फिर अज्ञानता के चलते लोग इस तरह के ढोगियों के चक्कर मेें फंस जाते है ओैर फिर अन्य समस्याओं में फंस जाते है।
ताजा मामला जिले के रामकोट क्षेत्र का है बताया जा रहा है यहां एक मात्र पेटदर्द से पीडित युवती केा एक तांित्रक ने बेल्ट से पिटाई तथा अगरबत्ती से जला कर करने का प्रयास किया। इसी प्रयास मे ंयुवती काफी जख्मी भी हो गयी लेकिन उसका पेटदर्द नही गया। मामला सज्ञान मे ंआने पर पुलिस ने तांत्रिक को गिरफतार कर लिया है।
मामला उस समय का है जब पेटदर्द होने से युवती को उसके परिजन इलाज के लिए लेकर जा रहे थे तभी किसी ने उन्हें एक मजार की जानकारी दी जहां एक व्यक्ति झााडफूक कर बीमारी को ठीक करता है। अज्ञानता या फिर अधंविश्वास के चलते परिजन युवती को वहंा लेकर गये। जहां तात्रिंक ने अपने तरीके से युवती केा इलाज भी शुरू किया।
हैरानी की बात तो यह है कि इलाज के नाम पर तात्रिक पूरे एक सप्ताह तक युवती को बेल्ट से पीटता तथा अगरबत्ती से जलाता रहा तथा जानकारी तो यह भी मिल रही है कि तांित्रक अन्य कई तरीको ंसें भी युवती को यातनाये देता रहा लेकिन परिवार उसे वहां से लेकर नही गया। खास बात तो यह है कि इस दौरान युवती की समस्या दूर तो नही हुयी बल्कि और भी बढ गयी। युवती की हो रही इस तरह की प्रताणना की जानकारी रविवार को पुलिस को हुयी तो उसने मामले को सज्ञान में लेते हुए पीडिता के पिता से सम्पर्क कर तात्रिंक के विरूद्व तहरीर ली ओैर उसे गिरफतार कर लिया।
वही पुलिस ने बुरी तरह से घायल युवती को अस्पताल में भर्ती करा दिया गया है