उत्तर प्रदेश में हेैं सात लाख दस हजार अपात्र लाभार्थी, होगी रिकवरी
लखनउ। अभी कुछ ही दिनो ंपूर्व केन्द्र सरकार ने इस बात की जानकारी दी थी कि देश में लगभग 42 लाख ऐसे किसान हैं जो किसान सम्मान निधि के अपात्र हैं लेकिन फिर भी किसी न किसी तरह इस योजना का लाभ लेते आ रहे है। सरकार ने ऐसे किसानों को चिन्हित कर उनसे रिकवरी की कार्यवाही शुरू करने का निर्णय लिया ।
इसी तरह आज सामने आयी जानकारी में इस तरह के अपात्र किसानों की संख्या की बात अगर देश के सबसे बडे प्रदेश उत्तरप्रदेश की की जाये तो वहा पर यह संख्या लगभग सात लाख से भी अधिक बतायी जा रही है। अपात्र लोगो द्वारा सरकारी योजनाओ का लाभ लेने की बात सामने आने पर सख्त हुयी योगी सरकार ने पिछले दिनों इस योजना के लाभार्थियों के रेंडम सत्यापन का आदेश दिया था। जांच में वर्ष पिछले वर्ष के पाचं प्रतिशत तथा इस वर्ष के दस प्रतिशत लाभार्थियों की जांच की गयी। इस जाचं में सामने आया कि लगभग सात लाख दस हजार किसान ऐसे है जो इस योजना के पात्र नही है। इतना ही नही यह बात भी सामने आयी कि इसमे दो लाख चैतीस हजार किसान ऐसे भी है जो आयकर दाता है। जाचं मे ये तथ्या सामने आने पर योगी सरकार ने जिलो में तैनात अपने अधिकारियों से इन्हे ंअबतक अदा की गयी सम्मान निधि की वसूली का आदेश दे दिया है।
जांच में यह तथ्य भी सामने आया कि इन अपात्रो मे सबसे बडी तादाद तीन लाख छियासी हजार ऐसे लोग है जो गलत खाते या फर्जी आधार वाले हैं। इसके बाद नम्बर आता है आयकर दाताओं का जिनकी संख्या दो लाख चैतीस हजार दस है। इस जांच मे ंजो सबसे खास बात निकल कर आयी वह यह है कि इस लिस्ट में ऐसे लोगों की संख्या बत्तीस हजार तीन सौ है जो अब इस दुनिया मे ंही नही हैं लेकिन बराबर इस योजना से लाभान्वित हो रहे है। इसके साथ अन्य तरह से अपात्रों की संख्या सत्तावन हजार नौ सौं हैं। योगी सरकार अब इन सभी से रिकवरी की तैयारी में है।