आईवीएफ तकनीक से दिया तीन बालक तथा एक बालिका को जन्म
गाजियाबाद। शादी के आठ वर्ष तक निसंतानता का दशं झेलने वाली महिला को जब एक साथ चार चार बच्चों को जन्मने का सुख प्राप्त हुआ तो उसकी अब तक की सभी परेशानियां खुशियों मे बदल गयी। आईवीएफ तकनीक से जन्में ये सभी बच्चे ओर उनकी मां पूरी तरह से स्वस्थ्य है और अस्पताल से डिस्चार्ज हो चुकी है।
परिवार मे एक साथ आई चार चार खुशियों की यह कहानी गाजियाबाद के एक दम्पत्ति को है। बताया जा रहा है इनकी शादी के आठ वर्ष बीत चुके है परन्तु अभी तक इन्हंे एक भी बच्चा नही हुआ थां। बच्चे की चाह मे इन्होनें अपना इलाज भी कई जगह कराया परन्तु इन्हें कामयाबी नही मिली। सभी ओर से निराश होने के बाद इन्होंने आईवीएफ तकनीक अपनाने की सोची और दिल्ली के एक आईवीएफ अस्पताल से सम्पर्क किया जहां आईवीएफ की पूरी प्रक्रिया अपनाने के बाद एक साथ चार चार बच्चों को जन्म दिया। इन बच्चों में तीन बालक तो एक बालिका हैं बताया जा रहा है सभी बच्चे तथा उनकी मां पूरी तरह स्वस्थ्य है।
आईवीएफ केन्द्र की डाक्टर का कहना है कि यहां आने से पहले महिला आईयूआई के चार चक्रों से गुजर चुकी है, जांच के बाद पता चला कि महिला मे एन्टी मुलेरियन हार्मोन का स्तर कम हैं ऐसे मे आईवीएफ का सहारा लेने का निर्णय किया गया। प्रक्रिया के तहत तीन भू्रण स्थानांतरित किये गये जिसमे ंसे एक ने बाद मे जुडवा रूप् ले लिया जिससे ये चार हो गये और महिला ने 33 सप्ताहों के बाद चार बच्चो को जन्म दिया जिनमे से सभ्ीा बच्चो ंका वनज डेढ किलो से अधिक था।