गोण्डा। जिला चिकित्सालय में बीते मंगलवार को रात्रि में भर्ती मरीजों के तीमारदारों के द्वारा नर्स व उसके पति को मारने के प्रकरण में अभी तक पुलिस के द्वारा कोई कार्यवाही नही की गई है।घटना में 24 घंटे बीत जाने के पश्चात भी पुलिस अभी तक कार्यवाही के नाम पर सिर्फ मुकदमा पंजीकृत किया है।इसके बाद वह खामोश है।
इस बारे में जब कोतवाली नगर के प्रभारी कोतवाल आलोक राव से बात करने का प्रयास किया गया तो उन्होंने पूर्व की तरह अपने तानाशाही रवैये का प्रदर्शन करते हुए न तो कॉल रिसीव करने की आवश्यकता समझी और न ही मामले पर अब तक कि गई कार्यवाही की जानकारी देने की जबकि उनसे बात करने का प्रयास दो बात अलग अलग समय पर किया गया लेकिन उनका फोन न उठना था और न उठा !
इस बारे में जिला अस्पताल प्रशाशन के प्रमुख अधीक्षक डॉक्टर घनश्याम सिंह ने फोन पर बात करते हुए बताया कि कार्यवाही के नाम पर पुलिस की कार्यवाही शून्य है।24 घंटे बीत जाने के पश्चात भी पुलिस ने उनसे न तो कोई बात की है और न ही अभी तक पुलिस ने अस्पताल के सीसी टीवी फुटेज की जांच की है जिसमे पूरी घटना सब रिकॉर्ड है।
अस्पताल में चर्चाओं का बाजार गर्म
जिला अस्पताल में हुई इस दुस्साहसिक घटना को लेकर अफवाहों का बाजार गर्म है जहां कर्मचारी यह कहते हुए बात चीत कर रहे है कि मामला एक धार्मिक संघटन के लोगों से जुड़ा है।अस्पताल में नर्स व उसके पति के साथ ही अस्पताल के अन्य कर्मचारियों को पीटने वाले लोग मौजूदा शासन सत्ता से जुड़े लोग है ।जो कि एक धार्मिक संगठन से जुड़े हुए है।इसी लिए पुलिस मामले की लीपा पोती में लगी हुई है।इसीलिए वह कार्यवाही करने में ढिलाई बारात रही है।
इस मामले को लेकर पीड़ित पक्ष ने अपनी गुहार अब जिले के आलाधिकारियों के साथ ही मुख्यमंत्री से भी लगाई है।