पत्नी पहले ही जिलाधिकारी पर दहेज ओर घरेलू हिसंा का मामला करा चुकी है दर्ज
शिवहर (बिहार)। एक ऐसा अधिकारी जिस पर पूरे जिले की जनता को न्याय दिलाने और उनकी समस्याओं का समाधान करने का जिम्मा मिला हो यदि वही घरेलू हिंसा का शिकार हो जाये तो आश्चर्य की बात है। जी हां जिले के जिलाधिकारी ने अपनी सास और पत्नी से प्रताणित हो उनके विरूद्व रंगदारी और मानहानि का मुकदमा दर्ज कराया है। हालाकि पत्नी की तरफ से तीन माह पूर्व ही घरेलू हिंसा का आरोप लगाते हुए मुकदमा दर्ज कराया जा चुका है।
मामला जिले के जिलाधिकारी राजशेखर से जुडा है। मिल रही जानकारी के अनुसार राजशेखर ने अपनी पत्नी सितारा तथा उनकी मां भारती के विरूद्व सिटी थाने मे रंगदारी मांगने तथा मानहानि किये जाने का मुकदमा दर्ज कराया है। जिलाधिकारी राजशेखर ने पत्नी से तलाक लेने की याचिका भी दायर कर रखी है। लेकिन यहां यह भी बताना आवश्यक है कि जिलाधिकारी राजशेखर की पत्नी सितारा ने उन पर तीन माह पूर्व ही घरेलू हिंसा का आरोप लगाते हुए एफआईआर दर्ज करा दी थी। उन पर पत्नी ने दहेज का भी मामला दर्ज कराया है।
ज्ञात हो कि राजषेखर की पत्नी सितारा उन्हें तलाक नही देना चाहती। मामले पर उनका कहना है कि विगत वर्ष 2017 मे उनकी और राजषेखर की शाादी हुयी थी शादी चेन्नई मे हुयी थी जिसके बाद उनके एक बेटा तथा एक बेटी हुयी। उन्होनें बताया कि बेटी राजशेखर के साथ तो बेटा उनके साथ रहता है। उनका आरोप है कि शादी के बाद से ही उनको दहेज के लिए प्रताणित किया जा रहा है। उनके साथ दहेज को लेकर मारपीट भी की जाती है।
सितारा ने जिलाधिकारी राजषेखर पर सबसे गम्भीर आरोप यह लगाया कि उनके द्वारा उसके साथ मारपीट तथा अन्य सभी प्रकार के हथकंडे इसलिए अपनाये जा रहे हेै क्योकि वह उसको पागल घोषित करना चाहते है।
वहीं जिलाधिकारी राजशेखर का इन सभी आरोपों पर कहना है कि उन पर लगाये जा रहे सभी आरोप पूरी तरह से निराधार है।
फिलहाल जिलाधिकारी जैसे पद पर तैनात अधिकारी के साथ घट रही इस तरह की घटनाये अपने आप मे काफी दिलचस्प है। अब देखना यह है कि जनता केा न्याय दिलाने की जिम्मेदारी उठाये जिलाधिकारी स्वयं किस तरह न्याय पाते है और अपनी पत्नी को कितना न्याय दिला पाते है।