करोडों के अवैध शराब कारोबार मामले मे फरार था आरोपी
लखनउ। पूर्व मंत्री अमरमणि त्रिपाठी का साला तथा नौतनवा विधायक अमनमणि त्रिपाठी का मामला अश्वनी उपाध्याय को एसटीएफ ने पूर्व मंत्री के फार्म हाउस के पास से अपनी हिरासत मे ले लिया है। न्यायलय में पेश करने के बाद उसे सात अक्टूबर तक के लिए न्यायिक हिरासत मे भेज दिया गया है।
बताया जा रहा है गिरफतार अश्वनी उपाध्याय सहारनपुर के शराब फैक्टरी कोआपरेटिव कम्पनी टपरी में सेल्स हेड तथा पीआरओ के पद पर तैनात था। एसटीएफ के एसपी विशाल विक्रम के मुताबिक विगत तीन मार्च को सहारनपुर के स्थानीय आबकारी वितरक, ट्ांसपोर्टर तथा आबकारी अधिकारी की मिली भगत से चलाये जा रहे अवैध शराब के कारोबार का खुलासा किया गया था। जिस मामले में इस अवैध कारोबार से जुडे 18 आरोपियो को गिरफतार भी किया गया था। लेकिन इस अवैध कारोबार का सबसे बडा मास्टरमाइन्ड कम्पनी का सेल्स हेड तथा पीआरओ पद पर तेैनात अश्वनी उपाध्याय जो कि पूर्व मंत्री केा साला है फरार हो गया था। मामले मे इस पर 25 हजार का इनाम भी घोषित किया गया था। उन्होनें बताया कि अश्वनी पर राजधानी के एसआईटी थानें मे मुकदमा भी पंजीकृत है।
एसपी एसटीएफ ने जानकारी देते हुए बताया कि आरोपी अश्वनी मूलरूप् से गाजीपुर का रहने वाला है। इसे फैक्टरी मे शराब भेजने तथा भुगतान को खाते मे कराने तथा अन्य कागजी कार्यवाही को पूर्ण करने के लिए तैनात किया गया था। आरोप है कि अश्वनी फैक्टरी के अन्य कर्मचारियों की मिली भगत से एक ही गेटपास पर ट्को के कई चक्कर लगवा लेता था। खास बात तो यह है िकइस गडबड घोटालो को रोकने के लिए वहां लगे सीसीटीवी कैमरो को भी उस समय बन्द कर दिया जाता था।