शिक्षा, उर्दू अदब, राजनीति सामाजिक कार्यों के लिए दुनिया भर में थी उनकी पहचान
मुस्लिम मुसाफिर खाने में आयोजित सभा मे उन्हें याद कर दी गयी नम आंखों से श्रद्धांजलि
गोण्डा। शहर के फैज़ाबाद रोड पर रहने वाले दुनिया भर में मशहूर आलिमे दीन मौलाना जफरुल बारी का एक लंबी बीमारी के बाद देर शाम बुधवार के रोज इलाज के दौरान लखनऊ के मेडिकल कॉलेज में निधन हो गया था। जिसकी सूचना मिलने पर शहर गोण्डा ही नही बल्कि दुनिया के कई मुल्कों में रहने वाले बुद्धिजीवी वर्ग, अध्यापको उर्दू अदब के माहरिनो, समाजसेवियों व राजनीतिक हलकों में एक शोक की लहर दौड़ गयी थी।
इसी कड़ी में रविवार के रोज दोपहर 2 बजे दयार ए असार व जिगर के तत्वाधान में एक शोक सभा का आयोजन किया गया था जिसमे शहर के मशहूर उर्दू अदब ,शायर लेखक, टीचर सामाजिक कार्यकर्ता, राजनेता व संभ्रांत लोगों ने पहुंच कर उन्हें याद किया उनके जीवन पर प्रकाश डाला व उन्हें नाम आंखों से भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित किया। इस सभा का संचालन पत्रकार शमशुल हक़ ने किया।
सभा की शुरुआत करते हुए उनके बेटे हुसैन खालिद ने कुरआन पाक की तिलावत की। इसके बाद शहर के मशहूर शायर व लेखक नजमी कमाल खान ने नाते पाक पेश किया।आपके दामाद नोमान बद्र फलाही ने उनके आकबीरी लम्हात में उनके हालातो का बयान करते हुए कहा कि आखिरी वक्त तक उनकी याददाश्त मुकम्मल बानी रही ,उन्हें बचपन से लेकर अपनी जिंदगी के हर लम्हात की एक एक बाते सही तरीके से याद थी।उन्होंने इस वक़्त भी भलाई के कामो और लोगों की मदद के लिए कहते रहे।उन्हें शहर में सिया सुन्नी मुसलमानों के बीच आपसी मोहब्बत कायम करने के लिए भी दोनों समुदाय के लोग खूब याद कर रहे थे।
मौलाना जफरुल बारी उर्फ नन्हे भाई पूर्व विधायक फजलुल बारी उर्फ बन्ने भाई के छोटे भाई है। जिनके निधन के बाद अब एक मात्र भाई डॉक्टर अब्दुल बारी बचे है जिनकी तबियत भी अक्सर खराब रहती है।
गोण्डा शहर में उनकी पहचान जिगर मेमोरियल इंटर कॉलेज के साइंस टीचर, सामाजिक कार्यकर्ता के रूप में थी।
वह बतौर साइंस टीचर 1984 में यहां नियुक्त हुए ,2001 में वह सेवा निवृत्त हुए। इसके पश्चात भी वह जिगर कमेटी में अहम पदों पर बाद में भी बने रहे व शिक्षा के क्षेत्र में शहर के लोगों में अपनी सेवाएं देते रहे।
मुस्लिम मुसाफिर खाने में आयोजित इस शोक सभा मे अपने विचार रखने एवं स्वर्गीय फजलुल बारी को श्रद्धांजलि अर्पित करने वालो में मुफ़्ती इब्राहिम, पूर्व चेयरमैन कमरुद्दीन उर्फ कमर नमहीक जफर, जफर हुसैन, डॉक्टर अहमद अली, सादिक जफर, नजमी कमाल खान, फ़ैज़ बारी, सगीर उस्मानी, डॉक्टर अब्दुल बारी सहित शहर के कई नामी गिरामी लोग मौजूद रहे।
आखिर में सभा का संचालन कर रहे संचालक शमशुल हक़ ने सभी को धन्यवाद ज्ञापित कर सभा के समाप्ति की घोषणा की।
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