गोण्डा ! नगर के प्राचीनतम गुरुद्वारा बड़गांव साहिब गोण्डा में सिखों के प्रथम गुरु श्री गुरुनानक देव जी महाराज प्रकाशोत्सव के तीन दिवसीय समागम का आज समापन हुआ। प्रात: काल से ही गुरुनानक नाम लेवा साध संगतों का गुरुद्वारा साहिब में आने का सिलसिला शुरू हो गया जो कार्यक्रम समापन तक अनवरत जारी रहा।
मीडिया प्रभारी एवं वरिष्ठ उपाध्यक्ष किशन राजपाल ने बताया कि शुक्रवार को कार्यक्रम का आगाज़ निशान साहिब की सेवा से हुआ, जिसका समापन आज गुरु महाराज जी के लंगर वितरण के साथ हुआ। गुरु घर के ज्ञानी भाई गोपाल सिंह ने गुरू नानक देव जी की जीवनी कथा विचार के माध्यम से प्रस्तुत किया।
कीर्तन कार भाई गगनदीप सिंह और उनके साथियों ने “अव्वल अल्ल्लाह नूर उपाया कुदरत के सब बंदे” का गायन करके समां बांध दिया। प्रधान राजेंद्र सिंह भाटिया के नेतृत्व में समाज सेवा से जुड़े नगर के प्रतिष्ठित सेराजेम के संचालक प्रताप नारायण द्विवेदी, सिंधी समाज के पुरोधा एवं पूज्य झूलेलाल धर्मार्थ समिति के अध्यक्ष मथुरा दास लधानी, सिंधी समाज के मुखिया राजकुमार ठक्कुर, भारतीय सिंधु सभा के जिला अध्यक्ष केशव ठक्कुर एवं गुरूद्वारा मालवीय नगर के डा० वीरेंद्र को उनके द्वारा किये जा रहे निस्वार्थ मानव सेवा के लिए कमेटी द्वारा सम्मानित किया गया।
कार्य क्रम में मुख्य रूप से गुरूद्वारा मालवीय नगर के प्रधान सरदार राजेंद्र सिंह छाबड़ा, प्रो० त्रिलोचन सिंह, उत्तम सिंह, अजीत सिंह सलूजा, सतपाल सिंह छाबड़ा, कुलवंत सिंह सलूजा, दलविंदर सिंह मिंटू, ज्ञान सिंह उर्फ राजू, मनजीत सिंह भाटिया, इंदरजीत सिंह बांबी ,श्रवण कुमार छाबड़ा, परमानंद सिंधी, प्रभशरण सिंह, श्याम तलरेजा, श्रीकांत शर्मा, राजेश राहुजा, राम तलरेजा , नितिन पाल सिंह, मोनू छाबड़ा, शिवम रस्तोगी आदि शामिल रहे।
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