गोंडा ! श्री लाल बहादुर शास्त्री कॉलेज गोण्डा, शिक्षक-संघ ने धरना-प्रदर्शन के पांचवे दिन अपनी विभिन्न लंबित मांगों के संदर्भ में जोरदार प्रदर्शन किया।
धरने के पांचवे दिन शिक्षक-संघ के उपाध्यक्ष और वरिष्ठ शिक्षक साथी डॉ0 के०एन० पांडेय ने स्वास्थ खराब होने के बावजूद धरने में प्रतिभा करते हुए कहा कि जो भी सरकारें शिक्षकों की उपेक्षा की है वह दुबारा सत्ता में नहीं आई हैं। सरकार को इस बात से सबक लेना चाहिए। शिक्षकों की मांगों में पुरानी पेंशन बहाली, 65 वर्ष की सेवानिवृत्ति आयु, प्रोफ़ेसर पदनाम के विसंगतिपूर्ण शासनादेश में परिवर्तन, पीएच-डी० के लिए पांच इंक्रीमेंट प्रदान किया जाना, चिकित्सकीय सुविधा प्रदान करना, एकल स्थानांतरण आदि के समर्थन में आक्रोशित शिक्षकों ने अपने विचार विचार व्यक्त किए। डॉ० राम समुझ सिंह ने कहा कि प्रोफ़ेसर पदनाम देने में सरकार के ऊपर अतिरिक्त वित्तीय व्ययभार नहीं आएगा फिर भी सरकार अनावश्यक जिद पर अड़ी है।
डॉ० शिवशरण शुक्ल ने कहा कि अन्य राज्यों में 65 वर्ष सेवानिवृत्त आयु लागू कर दी गई है। डॉ0 (श्रीमती) अमनचंद्रा ने धरने को संबोधित करते हुए कहा जब सरकार प्रोफ़ेसर पर नाम देने को तैयार है तो विसंगतिपूर्ण शासनादेश को सही करने में जिद नहीं करना चाहिए। धरने को डॉ० शरद चन्द्र मिश्रा, डॉ0 पुष्यमित्र मिश्र, डॉ० जयशंकर तिवारी, डॉ० विनोद प्रताप सिंह, डॉ0 मुकुल सिंहा, डॉ0 राज बहादुर चौधरी, डॉ० मनोज मिश्रा आदि शिक्षकों ने सम्बोधित किया।
धरना-प्रदर्शन का संचालन करते हुए शिक्षक संघ के मंत्री डाॅ० मंशाराम वर्मा ने कहा महाविद्यालय स्तर 23 दिसंबर तक धरना अनवरत चलेगा। जब यू0जी0सी0 रेगुलेशन हमारी मांगों का समर्थन करता है तो राज्य सरकार को भी शिक्षकों के प्रति उदारता दिखानी चाहिए। फुपुक्टा और आक्टा के नेतृत्व में हम अपनी मांगों के समर्थन में अनवरत संघर्ष करते रहेंगे।
धरने में डॉ0 अरुण कुमार सिंह, डॉ0 दलीप कुमार सिंह, डॉट जे0बी0पाल, डॉ0पवन कुमार सिंह, डॉ0 दिलीप कुमार शुक्ला, डॉ0 अभय कुमार श्रीवास्तव, डॉ0 दीनानाथ तिवारी सहित अन्य सभी प्राध्यापकगण उपस्थित रहे।