कटरा से विनोद शुक्ल तो करनैलगंज से लल्ला भैया हो चुके हैे बागी
गोण्डा। जिले के सात विधानसभाओ के लिए किये गये भाजपा के प्रत्याशियों की घोषणा होते ही बागियो ने भी अपनी ताल ठोक दी है। पिछले काफी समय से कटरा विधानसभा मे अपनी पहचान बनाने मे ंलगे भाजपा के वरिष्ठ नेता विनोद कुमार शुक्ल तो कइ्र्र बार के विधायक रह चुके राजघराने के वरिष्ठ सदस्य कुंवर अजय प्रताप सिंह उर्फ लल्ला भैया ने टिकट वितरण पर सवालिया निशान लगाते हुए निर्दलीय के रूप् मे मैदान मे उतरने की घोषणा कर दी है। अब देखना तो यह है कि जिले की सात विधानसभा मे से दो पर जिस तरह से बागियों ने अपनी ताल ठोक दी हे वह भाजपा के घोषित अधिकृत प्रत्याशियों को कितना नुुकसान पहुचा पाते है या फिर नेतृत्व इन्हें समझा कर अपने पाले मे रोक सकता है।
ज्ञात हो कि करनैलगंज से एक तरह से अविजयी प्रत्याशी के तौर पर अपनी पहचान बना चुके कुंवर अजय प्रताप सिंह उर्फ लल्ला भैया अपनी अस्वस्थता के चलते अपने पुत्र के लिए इस बाद दावेदारी कर रहे थे, इसके लिए उन्होनें काफी पहले से माहौल बनाते हुए अपनी वरिष्ठ पुत्र शारदेन मोहन सिंह को क्षेत्र मे और प्रदेश नेतृत्व के सामने उतार भी चुके थे और यह माना भी जा रहा था कि उनके पुत्र को ही करनैलगंज विधानसभा से टिकट मिलेगा लेकिन भाजपा नेतृत्व ने उन्हें बिल्कुल भी तवज्जो न देते हुए क्षेत्र के परसपुर से ब्लाक प्रमुख अजय कुमार सिंह को अपना अधिकृत प्रत्याशी घोषित कर दिया। भाजपा नेतृत्व से नाराज हुए कुवर अजय प्रताप सिंह ने निर्दलीय मैदान मे उतरने की घोषणा करते हुए जहां एक तरफ भाजपा नेतृत्व के माथे पर बल ला दिया है वही दूसरी ओर प्रत्याषी अजय कुूमार सिंह के लिए भी मुश्किले खडी कर दी है।
यहां यह भी बताना आवश्यक है कि कुवर अजय प्रताप ंिसह की करनैलगंज विधानसभा मे इतनी पकड और विश्वसनीयता है कि बिना उनके आर्शीवाद के इस क्षेत्र के किसी का जीत पाना लगभग असम्भव ही है।
वहीं दूसरी ओर इसी विधानसभा से लगी हुूयी कटरा विधान सभा से भाजपा ने अपने पूर्व प्रत्याशी और क्षेत्र के विधायक बावन ंिसह पर फिर से भरोसा जताते हुए उन्हें अपना प्रत्याशी इस बार भी घोषित कर दिया है। इसी क्षेत्र के भाजपा के ही वरिष्ठ और युवा नेता विनोद कुमार शुक्ल पिछले काफी समय से क्षेत्र मे अपनी पहचान बनाते हुए इस बार भी टिकट के लिए प्रमुख दावेदार थे। विनोद कुूमार सिंह ने पिछले 2017 विधानसभा मे भी पार्टी से टिकट की माग की थी लेकिन उन्हें इस योग्य न समझते हुए बावन सिंह को टिकट दे दिया गया था। हालाकि विधायक बावन सिंह का पिछले काफी समय से इस क्षेत्र के भाजपा के लिए नेतृतव करते हुए विधायकी अपने पास ही रख रहे है। इतना ही नही एक तरह से कटरा विधानसभा बावन सिंह की पारिवारिक सीट हो चुकी है। बावन सिंह ंके पिता श्रीराम सिंह भी भाजपा के टिकट पर कई बार इस क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर चुके है।
लेकिन बदलते परिवेश और माहौल को देखते हुए विनोद शुक्ल की दावेदारी इस बात अहम मानी जा रही थी और वह इस बात के लिए आश्वस्त भी थे कि भाजपा नेतृत्व इस बार उन्हें जरूर मैदान मे उतारेगा। अब इस सीट से विनोद शुक्ल ने निर्दलीय अपनी दावेदारी जताते हुए बावन सिंह के लिए मुश्किले खडी कर दी है। विनोद शुक्ल के बागी होने से इसे क्षेत्र सहित लगभग पूरे जनपद में भाजपा के ब्राहम्ण विरोधी होने के आरोप फिर से लगने लगे है। ब्राहम्ण विरोधी होने की छवि को लोग उछालने भी लगे है जो इस सीट सहित पूरे जनपद की सातो सीटो पर अपना असर दिखा सकती है।