गोण्डा ! उत्तर प्रदेश में विधानसभा निर्वाचन 2022 की अधिसूचना जारी हो गई है। पारदर्शी निर्वाचन हेतु विभिन्न स्तरों पर कर्मचारियों की आवश्यकता होती है, जो निर्वाचन के नियमों का प्रशिक्षण प्राप्त कर लोकतंत्र की मजबूती के लिए अपनी सेवाएं शासन के निर्देश पर प्रदान करते हैं। निर्वाचन में उत्तर प्रदेश के डिग्री कॉलेजों के शिक्षकों एवं कर्मचारियों की भी ड्यूटी लगाई जाती है। यह देखने में आया है कि विभिन्न जनपदों में नियम की परवाह किए बिना ड्यूटी लगा दी जाती है। निर्वाचन अधिकारी द्वारा घोषित कर देने के बाद शिक्षकों द्वारा मजबूरी में विसंगति पूर्ण ड्यूटी का भी अनुपालन करना पड़ता है, जबकि शासन ने निर्वाचन हेतु कर्मचारियों की ड्यूटी लगाने के लिए पूर्व में दिशा निर्देश जारी किए हैं ।जिसका निर्वाचन में अनुपालन होना आवश्यक है।
पिछले चुनाव में भी डिग्री कॉलेजों के शिक्षकों की ड्यूटी लगाई गई थी, लेकिन कई स्थानों पर शासन के दिशा-निर्देशों की अवहेलना करते हुए विसंगति पूर्ण ड्यूटी के पालन के लिए मजबूर किया गया था। उत्तर प्रदेश विधानसभा निर्वाचन 2022 में नियम-निर्देशों की अवहेलना करते हुए ड्यूटी न लगाई जाए, इसलिए एहतियातन महामंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने डॉ. राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय से संबंधित जनपदों के जिला निर्वाचन अधिकारियों को ई-मेल करके इस समस्या से अवगत कराने का उपक्रम किया है।
महाविद्यालय के शिक्षकों के लिए निर्वाचन में प्रतिभाग हेतु शासन द्वारा जारी दिशा निर्देशों के अनुपालन हेतु डॉ. राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय महाविद्यालय शिक्षक संघ के महामंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह, गोंडा बहराइच, अयोध्या, अंबेडकर नगर, सुल्तानपुर, अमेठी एवं बाराबंकी के जिला निर्वाचन अधिकारियों को संबोधित पत्र के माध्यम से आवाज उठाई है।
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश शासन के पत्र संख्या 3027/15-17-96-70(12)/96 के अनुसार विधानसभा निर्वाचन में डिग्री कॉलेज के शिक्षकों की ड्यूटी ग्रेड पे के आधार पर लगाई जाए ,ऐसी व्यवस्था की गई है। शासन के दिशा-निर्देश का कई जनपदों में अनुपालन नहीं किया गया है। अतः इस बार महामंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने इस प्रकरण का स्वत संज्ञान लेते हुए अपना प्रतिवेदन प्रस्तुत किया है।
विश्वास है कि आसन्न चुनाव में स्वस्थ लोकतंत्र की स्थापना में पारदर्शी चुनाव के लिए शिक्षकों की ड्यूटी उनके ग्रेड पे के आधार पर लगाई जाएगी।