गोन्डा ! सौरभ साधु ने कहा मे धन्यवाद देना चाहूगा आप सभी का आप अपना अमूल्य समय निकाल कर किसान पंचायत मे आये, साथियो हम जिन किसान समस्याओ को लेकर शेरे किसान मसीहा टिकैत जी के साथ संघर्ष के वजूद के लड़ाई मे कंधे से कंधा मिलाकर साथ चल रहे है, वह प्रशाशनीए है हम जिस भारत की कल्पना करते है वो भारत गावो मे बसता है, नमन हे मेरा आप सभी को
1970 के अन्दर हमारा गेहू 76 रूपये कुन्टल बिकता था और एक सरकारी कर्मचारी की तन्खाह थी 200 से भी कम आज
1970 को 48 साल हो गये एक चपरासी से लेकर MP MLA तक का वेतन बढ़ा लेकिन आपका फसल मात्र 19 गुना बढ़ा आज हमारे गेहू का मूल्य मात्र 100 गुना बढ़ा दिया जाये तो एक कुन्टल गेहू का रेट 7076 रू कुन्टर हो जाये, हम सभी उस नेतृत्व मे किसान कौम के लिए लड़ाई लड़ रहे जो टिकैत नाम ही अपने आप मे एक आन्दोलन है ,
जब किसान कौम कमजोर था तब बाबा टिकैत जी ने किसानो के लिए हुकार भरी और सन्त्री से प्रधानमन्त्री तक उनसे खोफ खाता था आज जिस तरह से युवा और किसान टिकैत जी के साथ कदम से कदम मिलाकर चल रहा निश्चित रूप से किसान कौम के हको की जो लड़ाई हे, उस पर विजय प्राप्त करूगा जय जवान जय किसान !