जांच टीम ने शुरू किया अपना काम, शुरुआती जांच में ही मिल रहे गंभीर भ्रष्टाचार के प्रमाण
गोन्डा ! आरसीसी सड़को के निर्माण में हो रही धांधली की जांच के लिए आज टेक्निकल ऑडिट सेल्स की टीम गोण्डा पहुँची …. ये टीएसी टीम भाजपा विधायक की शासन – प्रशासन को की गई शिकायत पर पहुँची थी
…. टीएसी टीम ने गोण्डा में अलग अलग जगहों पर 6 आरसीसी सड़कों की जांच की जिसमें लगभग सभी सड़कों में खामियां पायी गई …. टीम द्वारा 11.5 किमी सड़क की गुणवत्ता की जांच की गई।
सड़क निर्माण करने वाली कंपनी वतन कंस्ट्रक्शन जो सपा सरकार के पूर्व मंत्री विनोद कुमार सिंह उर्फ पंडित सिंह के भाई की है …. कंपनी वतन कंस्ट्रक्शन द्वारा सड़क निर्माण में जमकर करोड़ों का भ्रष्टाचार किया गया। ठेकेदार द्वारा 16 सेमी की मोटी सड़क को सिर्फ 9 सेमी में बनाया गया जबकि कई जगहों पर सड़क की गुणवत्ता इतनी खराब थी कि सेम्पल के लिए निकली जा रही सड़क की ऊपरी परत ही टूट गई। कुल 7.76 करोड़ की लागत से बनने वाली इन सड़को में ठेकेदार व प्रशासनिक अधिकारियों ने जमकर भ्रष्टाचार किया …. सड़क निर्माण में हो रहे भ्रष्टाचार की शिकायत भाजपा विधायक प्रतीक भूषण द्वारा जिला स्तर से लेकर मुख्यमंत्री तक कई बार की गयी और इसी शिकायत पर ही टीएसी की टीम आज गोण्डा पहुँची थी।
-लखनऊ से आई टीएसी की टीम के एग्जामिनर ने बताया कि अभी सड़क की गुणवत्ता के जांच के लिए सेम्पल लिया जा रहा है अभी तक जो पता चला है कि सड़क की जो मोटाई होनी चाहिए वो नहीं है …. सेम्पल जांच के बाद सड़क निर्माण करनी वाली कंपनी के खिलाफ कार्यवाही की जायेगी। वही भाजपा विधायक ने बताया कि टीएसी टीम अभी तक पाया है कि जो सड़क निर्माण हुआ है वह मानक के विपरीत हुआ है …. सड़क में डेप्थ नही है …. सीमेंट घोल में अनियमितत्ता है …. जो सड़क 25 साल चलनी चाहिए वो सिर्फ साल भर में टूट रही है …. इसके खिलाफ वैधानिक कार्यवाही की जायेगी और सड़क को दोबारा ठीक कराया जायेगा।
यहाँ यह बताना भी आवश्यक है कि पूर्व मंत्री पंडित सिंह के कार्यकाल में जहां जनपद की जिलापंचायत अध्यक्ष सहित ब्लॉक प्रमुख के सभी पदों पर उनके ही गुर्गे या परिवार के व्यक्तियों का ही कब्ज़ा था वहीं स्थानीय नगर पालिका परिषद में भी उन्ही की तूती बोलती थी, उनके ही इशारे पर जनपद के सभी ठेके पट्टों का वितरण होता था, जांच के दायरे में आई सड़को का निर्माण भी उन्ही की पारिवारिक कंपनी द्वारा किया गया था, अब जब कई बार की शिकायतों के बाद जांच शुरू हुई है और प्रारिम्भक जांच में ही जमकर किये गए भ्रष्टाचार की आहट आने लगी है तो इस बात से भी इंकार नही किया जा सकता कि आने वाले समय मे पूर्व मंत्री पंडित सिंह तक भी जांच की आंच पहुंच सकती है, अब तो इस बात की संभावना इसलिये भी बढ़ गई है कि जब उनके मुखिया अखिलेश यादव पर ऐसे ही मामलों को लेकर एफ आई आर दर्ज हो सकती है तो फिर पंडित सिंह किस खेत की मूली है ?