52वीं बार मन की बात में पीएम मोदी की अपील चुनावमें भाग लें युवा
नई दिल्ली :- पीएम मोदी ने आज 52वीं बार मन की बात की। पीएम मोदी ने कार्यक्रम की शुरुआत में श्री शिवकुमार स्वामी जी का जिक्र किया और श्रद्धांजलि दी और विस्तार से उनके जीवन और कार्यों के बारे में बताया। उसके बाद उन्होंने नेताजी सुभाष चंद्र बोस को नमन किया। पीएम मोदी ने कहा कि 23 जनवरी को पूरे देश ने एक अलग अंदाज में उनकी जन्म जयन्ती मनाई। लाल किले में नेताजी के परिवार के सदस्यों ने एक बहुत ही खास टोपी मुझे भेंट की। कभी नेताजी उसी टोपी को पहना करते थे। मैंने संग्रहालय में ही, उस टोपी को रखवा दिया, जिससे वहां आने वाले लोग भी उस टोपी को देखें और उससे देशभक्ति की प्रेरणा लें। कई वर्षों तक यह मांग रही कि नेता जी से जुड़ी फाइलों को सार्वजनिक किया जाए और मुझे इस बात की खुशी है, यह काम वर्तमान सरकार ही कर पाई है।
पीएम मोदी ने कहा ‘लाल किले में एक दृश्यकला संग्रहालय भी बनाया गया है। संग्रहालय में 4 ऐतिहासिक प्रदर्शनियां हैं, वहां तीन सदियों पुरानी 450 से अधिक पेंटिंग और कलाकृतियां मौजूद हैं। आप वहां जाएं और गुरुदेव रबीन्द्रनाथ टैगोर जी के कार्यों को अवश्य देखें। पीएम मोदी ने इस दौरान भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के द्वारा अंतरिक्ष क्षेत्र में भारत की उपलब्धियों की सराहना की। उन्होंने कहा कि देश आजाद होने से लेकर 2014 तक जितने अंतरिक्ष अभियान हुए हैं, लगभग उतने ही अंतरिक्ष अभियान की शुरुआत बीते चार वर्षों में हुई है।
उन्होंने आगे कहा कि कल ही हमने गणतंत्र दिवस मनाया है। पर हमारे 25 जनवरी को चुनाव आयोग का स्थापना दिवस था। पूरी दुनिया हमारे देश में जिसे प्रकार से चुनाव होते हैं, उसे देखकर हैरान होती है। हमारे देश में हर जगह, हर सुदूर क्षेत्र में वोटिंग का इंतजाम किया जाता है। यहां तक एक आदमी के लिए भी वोटिंग की व्यावस्था की जाती है। इन सब बातों के लिए मैं चुनाव आयोग के हर पदाधिकारी की सराहना करता हूं। इस बार ऐसे युवा जो इक्कीसवीं सदी में पैदा हुए हैं वो पहली बार वोटिंग कर सकेंगे तो मैं ऐसे मतदाताओं से अपील करूंगा कि वो खुद को रजिस्ट र कराएं। हमें इस जिम्मेदारी का एहसास होना चाहिए कि उनका वोट करना कितना जरूरी है। है।इस बात का कभी किसी को पछतावा न हो कि हमने वोट नहीं किया तो योग्य सरकार नहीं मिली।
पीएम मोदी ने संत रविदास जी को भी याद किया और कहा संत रविदास जी ने अपने संदेशों के माध्यम से अपने पूरे जीवनकाल में श्रम और श्रमिक की अहमियत को समझाने का प्रयास किया।’ संत रविदास कहते थे कि ‘मन चंगा तो कठौती में गंगा’। मतलब अगर आपका मन और ह्रदय पवित्र है तो साक्षात ईश्वर आपके ह्रदय में निवास करते हैं। पीएम ने आगे कहा कि क्या आपने टॉयलेट चमकाने के कॉन्टेस्ट के बारे में सुना है? इस अनोखी प्रतियोगिता का नाम है स्वच्छ सुन्दर शौचालय। आपको कश्मीर से कन्याकुमारी और कच्छ से कामरूप तक की स्वच्छ सुन्दर शौचालय की ढेर सारी तस्वीरें सोशल मीडिया पर भी देखने को मिल जाएंगी, आप सब भी तस्वीरें शेयर करें।