गोण्डा। कार्य के पति सर्मपण एंव शालीनता, कर्मचारी के व्यक्तित्व को दर्शाता है। इस महत्व की प्राप्ति कर्मचारी के जीवन में क्रान्तिकारी बदलाव लाता है। इससे सेवा भाव में चार चांद लग जाते हैं। उक्त विचार मुख्य चिकित्साधिकारी जिला चिकित्सालय में तैनात रहे एक वरिष्ठ फार्मासिस्ट के सेवानिवृति होने पर आयोजित विदाई समारोह के अवसर पर व्यक्त कर रहे थे। इस अवसर पर अस्पताल में कार्यरत सहकर्मियों एवं डाक्टरो ने सेवामुक्त हुए चीफ फार्मासिस्ट को उपहार भी सौपें और उन्हें भावभीनी विदाई दी।
जिला चिकित्सालय मे ंआपातकालीन कक्ष मे ंतैनात रहे चीफ फार्मासिस्ट डा0 घनश्याम मिश्र गुरूवार को सेवामुक्त हो गये। वे 35 वर्षो तक बेहद ही शालीनता से निर्विवाद रूप् से अपनी सेवायें देते रहे। महत्वपूर्ण है कि उनके 35 वर्षो के कार्यकाल में किसी भी प्रकार का आरोप उन पर नही लगा उनकी छवि एक ईमानदार और कर्मठ कर्मचारी के रूप् में रही है। उनके सेवानिवृत के अवसर पर समस्त फार्मासिस्टों ने एक विदाई समारोह का आयोजन चिकित्सालय स्थित रैन बसेरे मे किया था जिसकी जिम्मेदारी फार्मासिस्ट सुधाकर पाण्डेय को सौपी गयी थी।
विदाई समारोह में प्रमुख अधीक्षक एवं अपर निदेशक चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण डा0 रतन कुमार, सीएमओ डा0 संतोश श्रीवास्तव, सीएमएस डा0 वीरपाल सिंह, डा0 डी एन िंसंह, डा0 शादाब जमा, डा0 वी के गुप्त, डा0 अजीत जायसवाल, डा0 पी के श्रीवास्तव, डा0 विकास सेटठी, डा0 रवि गुप्त, डा0 विनय गुप्त, डा0 एम के गुप्त, डा0 घनश्याम गुप्त, डा0 समीर गुप्त, डा0 टी पी जायसवाल, डा0 दीपक वर्मा, डा0 बी एल रस्तोगी, फार्मासिस्टों में राजेश चौधरी, एसपी िंसहं, धर्मेन्द्र तिवारी, श्याम कुवंर, ए के त्रिपाठी, बी डी सोनी, एसएन पाण्डेय, अमरेश िंसह, अनुराग शुक्ल, अययूब खान वहीं कर्मचारियों में राकेश कन्नौजिया, अमरेश तिवारी, रमेश कुमार, इन्दबहादुर, बाबूलाल उपस्थित रहे।
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