गोंडा । कर्नलगंज तहसील से बड़ी खबर आ रही है , मामला विकास खंड कटरा बाजार के अंतर्गत ग्राम पारसियारानी का है जंहा के निवासी भग्गन प्रशाद ने जिलाधिकारी गोंडा से मिलकर सामूहिक शिकायत उचित दर विक्रेता – संतराम की अनियमतताओ , मापक मे घटतौली , एवं निर्धारित मूल्य से अधिक की वसूली किए जाने के समंध मे उच्च स्तरीय जांच हेतु शिकायती पत्र शपथ पत्र के साथ प्रस्तुत क़िया था जिसमे जिलाधिकारी महोदय गोंडा ने विशिष्ट टीम गठित करके जांच कराकर 7 दिवस मे आख्या मांगी थी , जिसमे बड़े ही अथक प्रयास के बावजूद दिनांक 17-01-2019 को जांच टीम द्वारा जांच सम्पादित की गयी जिसमे कोटेदार द्वारा चिन्हित व्यक्तियों का बयान प्रार्थमिकता के आधार पर दर्ज किया और शिकायत कर्ता द्वारा प्रस्तुत साक्ष्य एवं व्यक्तियों के बयान को नजरंदाज करते हुऐ कोटेदार के इशारो पर जांच सम्पादित की गयी ।
क्या कहते है शिकायतकर्ता भग्गन प्रशाद ।
गाँव के कोटेदार की सामूहिक शिकायत दिनांक 20-12-18 को जिलाधिकारी महोदय गोंडा से व्यक्तिगत रूप से मिलकर क़िया था जिसमे उपजिलाधिकारी कर्नलगंज को विशिष्ट टीम गठित करकर जांच कराकर रिपोर्ट 7 दिवस के भीतर मंगी थी , जिसमे लगभग एक माह के बाद जांच दिनांक 17-01-2018 बड़े ही अथक प्रयास के बावजूद सम्पादित की गयी जिसमे निष्पक्ष जांच न करके कोटेदार द्वारा चिन्हित व्यक्तियों का बयान प्रार्थमिकता के आधार पर दर्ज किया गया और शिकायतकर्ता द्वारा प्रस्तुत साक्ष्य एवं उपस्थित व्यक्तियों के बयान को नजरंदाज करते हुऐ जांच की औपचारिकता पूरी करते हुऐ कोटेदार के घर बैठकर चाय नमकीन काट कर खाना पूर्ति क़िया है , जिस सम्बन्ध मे मैने उपजिलाधिकारी एवं जिलाधिकारी को आपत्ति पत्र प्रस्तुत करके 14 लोगो का शपथ पत्र भेजा है । जांच मे उठान रजिस्टर एवं वितरण रजिस्टर का भी नही जांच क़िया गया जबकि शिकायती प्रार्थना पत्र का अहम बिंदु था , इसमे जांच अधिकारी पूर्ति निरीक्षण एवं उपजिलाधिकारी कर्नलगंज ने मोटी धन उगाही करके निष्पक्ष जांच नही की गयी है ना ही कोइ कार्यवाही किए बगैर मामले को डिस्पोज कर दिया गया है , जिलाधिकारी महोदय को आख्या भी नही भेज़ी गयी है ।
क्या कह रहे है मामले की पैरवी कर रहे अधिवक्ता एवं एंटी करप्शन & सोशल जस्टिस ऑर्गनाइजेशन के चेयरमैन पंकज दीक्षित ।
उक्त प्रकरण मे जिलाधिकारी ने टीम गठित करके 7 दिवस मे आख्या मांगी थी जिसमे आज तक जांच सम्पादित करने के उपरांत जिलाधिकारी महोदय को रिपोर्ट नही भेजी गयी है जिससे उपजिलाधिकारी कर्नलगंज का संरक्षण एवं संलिप्तता प्रतीत हो रही है ।
क्या कहना है जांच प्रभारी नायब तहसीलदार कटरा बाजार का ।
जांच प्रभारी का कहना है कि जांच सम्पादित करके रिपोर्ट उपजिलाधिकारी को सौंप दिया हू ,आगे मुझे कोइ जनकारी नही है ।
क्या कहते है उपजिलाधिकारी कर्नलगंज ।
मामले की पैरवी कर रहे अधिवक्ता एवं समाजसेवी पंकज दीक्षित ने उपजिलाधिकारी से उक्त जांच के सम्बन्ध मे जानकारी लेनी चाही तो बताया की मामला डिस्पोज हो चुका है , जिस पर अधिवक्ता पंकज दीक्षित ने प्रश्न क़िया की जिलाधिकारी ने 7 दिवस मे जांच आख्या उपलब्ध कराये जाने समन्धित निर्देश पारित किया था और बिना जिलाधिकारी को आख्या / रिपोर्ट भेजे ही मामले का निस्तारण कर दिया ? जबकि प्रथम दृष्टया आरोप भी साबित हुआ है । गौरतलब तथ्य यह भी है कि निष्पक्ष जांच न किए जाने पर भी आरोप साबित हुआ है जिसमे उठान एवं वितरण रजिस्टर का पर हाथ तक नही लगाया गया है न ही जांच रिपोर्ट मे कोइ उल्लेख है जबकि उठान एवं वितरण रजिस्टर का जांच किया जाना शिकायती पत्र का अहम बिंदु था , ऐसे मे जिलाधिकारी गोंडा को रिपोर्ट / आख्या उपलब्ध कराये बिना किसी कार्यवाही के मामले का डिस्पोज कर दिया जाना जांच अधिकारी एवं उपजिलाधिकारी पर प्रश्न चिन्ह लगना लाजमी प्रतीत हो रहा है । अब देखना यह है कि जिलाधिकारी महोदय उक्त कोटेदार एवं संलिप्त अधिकारियो के ऊपर क्या कार्यवाही करते है ।