उपभोक्ताओं की जान लेने की थी योजना, जिम्मेदार खेलेंगे “जाँच जाँच” वाला खेल
बाराबंकी। उच्चाधिकारियों की लापरवाही और विभाग का संरक्षण अब उपभोताओं के लिए काल बनने लगा है, अभीतक तो कोटेदार मात्र घटतोली जैसे अपराध को अंजाम देते थे लेकिन उसपर कोई कार्रवाई न होता देख इन भ्रस्टाचारियों के हौसलें इतने बढ़ गए की वे उपभोक्ताओं के जान और स्वास्थ्य से भी खिलवाड़ करने में हिचक नहीं रहे जिसका प्रमाण उस समय सामने आया ज़ब एक कोटेदार ने सरकारी चीनी में यूरिया मिलाकर उपभोक्ताओं को वितरित कर दिया, खास बात तो ये है की इतने गंभीर विषय पर भी अधिकारीयों ने त्वरित कड़ी कार्रवाई के स्थान पर अपना रटा रटाया जवाब ही मीडिया को दिया।
हैरान करने वाली ये घटना जिले के तहसील रामनगर स्थित ग्राम नहामउ का है जहाँ के भ्रस्ट और अपराधी कोटेदार घनश्याम गुप्त ने अपने उपभोताओं को चीनी में यूरिया मिलाकर बाँट दी, दुकान पर तो लोगो ने ध्यान नहीं दिया लेकिन ज़ब वे घर पहुंचे और बोरी से चीनी पलटी तो उसमे यूरिया मिला देखकर दंग रह गए।
उससे भी हैरान करने वाली बात तो ये रहीं की ज़ब कुछ उपभोताओं ने कोटेदार घनश्याम से इस बात की शिकायत की तो वह गलती को स्वीकार करने की जगह उल्टे लड़ाई झगडे पर उतारू हो गया जिसकी शिकायत लोगो ने उच्चाधिकारियों से की।
मामले पर जिला पूर्ति अधिकारी ने हमेशा की तरह जांच कर कार्रवाई करने का रटा रटाया जवाब दें दिया। गनीमत तो ये रहीं की उपभोग से पहले ये मामला खुल गया और लोग सावधान हो गए अन्यथा यदि कुछ लोगो ने इस मिलावटी चीनी का प्रयोग कर लिया होता तो कइयों की मौत भी हो गई होती, अब इतने गंभीर मामले में अधिकारीयों का रवैया इस बात का प्रमाण दें रहा है की उन्हें भी जनता की जान और स्वास्थ्य से कुछ विशेष लेना देना नहीं है उन्हें तो बस अपना प्रिय खेल “जाँच जाँच” खेलना ही ज्यादा पसंद है।