पंचायत के निर्णय को दरकिनार कर शौहर ने दिया था तलाक़
फतेहपुर। एक समुदाय विशेष क़ानून को किस तरह ताक पर रख अपनी मनमानी पर उतारू है इसका जीता जागता प्रमाण जिले की ये घटना है जिसमे क़ानून तो क़ानून पंचायत के निर्णय को भी ताक पर रख बीबी को तीन तलाक़ दिया जाता है जिससे आहत होकर बीबी अपनी दस माह की अबोध बच्ची के साथ नदी में कूद आत्महत्या का प्रयास करती है हालांकि वहां मौजूद लोगो की तत्परता से बच्ची और माँ को नदी से बाहर निकाल लिया जाता है, फिलहाल मामले में पुलिस अपनी जाँच कर रहीं है।
घटना जिले के जहानाबाद क्षेत्र की है, जानकारी के अनुसार यहाँ की एक महिला ने नदी में कूदकर अपनी जान देने का प्रयास किया, प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार महिला के कमर से एक बच्ची भी बँधी हुई थी, हालांकि घटना के समय वहां पर कुछ मछुवारे मौजूद है जिन्होंने बड़ी मेहनत के बाद महिला और बच्ची को सकुशल पानी से बाहर निकाल कर अस्पताल में भर्ती कराने के साथ पुलिस को भी सूचित किया।
बताया जाता है आत्महत्या का प्रयास करने वाली महिला क्षेत्र के शेखवाडा निवासी मुख़्तार अंसारी की बेटी है जिसका निकाह जहानाबाद के शार्दुल हक़ के साथ पांच वर्ष पूर्व हुआ था, दोनों से एक बच्ची भी है, लोगों की माने तो निकाह के बाद से ही दोनों के बीच वाद विवाद होता रहता था इसी के चलते हक़ ने अपनी बीबी को तलाक़ डे दिया जिस पर बीबी ने पुलिस में शिकायत की शिकायत के बाद मामले पर पंचायत भी बैठी जिसमे निर्णय हुआ की हक़ अपनी बीबी को गुजारे के लिए दो लाख ₹ देगा लेकिन हक़ ने पंचायत के निर्णय को भी नहीं माना जिससे उसकी बीबी ने इतना बड़ा कदम उठाने का निर्णय ले लिया।
ताज़ा जानकारी के अनुसार महिला और बच्ची को मेडिकल कालेज रेफर कर दिया गया है और पुलिस पूरे मामले की जाँच में जुट गईं ह