वित्त मंत्री को देना चाहिए त्यागपत्र
गोण्डा। यह दिशाहीन बजट है। इसमें किसान वर्ग को कुछ नहीं मिला। इस बजट में किसानों के हित की कोई बात ही नहीं की गई है,गरीब… और गरीब होगा, अमीर.. और अमीर होता जाएगा।
भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के निवर्तमान जिलाध्यक्ष प्रमोद मिश्र का कहना है की देश के किसान धरने पर बैठे हैं लेकिन बजट में MSP तक की बात नहीं की गई। यह बजट अन्नदाताओं के साथ छलावा है। साथ ही मध्यम वर्ग को भी आयकर में राहत देने का झुनझुना दिया गया परंतु आय के स्रोतों के विकास पर कोई भी चर्चा नहीं की गई। बुनियादी ढांचा केवल बिहार के लिए यूपी के लिए कुछ भी नहीं विकास के चारों इंजन बेपटरी है ट्रंप को खुश करने की नीत लाई गई है पर बेरोजगारों के लिए कुछ नहीं।
सीतारमन यदि राष्ट्र का विकास चाहती हैं तो उनको अपने पद से इस्तीफा देकर राष्ट्रनिर्माण में थोड़ा सा सहयोग करना चाहिए।