अधिवक्ताओं द्वारा जमा की गई भविष्य निधि में किया गया है हेरफेर
गोण्डा। मामला जिला बार एसोसिएशन का है जहां अधिवक्ताओं द्वारा जमा की गई भविष्य निधि जिसे आपदा राहत कोष कहा जाता है जिसमें करोड़ों रूपये घोटाले का हुआ पर्दाफाश हुआ है।
ज्ञात हो कि जिला बार एसोसिएशन एवं सिविल बार संगठन की संयुक्त कई बैठकों के बाद यह निश्चित हुआ कि भ्रष्टाचार हुआ है और उसमें में लिप्त व्यक्तियों का नाम भी उजागर हुआ लेकिन इतने के बाद भी एसोसिएशन के वरिष्ठ पदाधिकारी घोटाले में लिप्त आरोपियों के विरुद्ध प्राथमिक दर्ज करने में लीपा पोती कर रहे हैं।
घोटाले के आरोपियों पर प्राथमिक दर्ज करने की मांग को लेकर पूर्व वरिष्ठ उपाध्यक्ष प्रभात कुमार शुक्ला ने सिविल बार एसोसिएशन के हाल में अनशन शुरू किया जिनके उनके साथ सैकड़ो अधिवक्ता मौजूद रहे।
प्रकरण पर अधिवक्ता प्रभात कुमार शुक्ला का कहना रहा कि जब तक चिन्हित आरोपियों पर प्राथमिकी दर्ज नहीं कराई जाती तब तक मैं और मेरी टीम द्वारा यह आमरण अनशन अनवरत चलाया जाता रहेगा, आमरण अनशन को संतोष श्रीवास्तव, मदन गोपाल श्रीवास्तव लाल्ला बाबू, राजकुमार दुबे, राजेश दुबे, अनिल सिंह, विजय मिश्रा ,प्रदीप पांडे ,चारु चंद मिश्रा ,आनंद ,सुरेश मिश्रा ,शिल कुमार तिवारी,उमापति, अभय, मनोज सिंह, सेमत सैकड़ो अधिवक्ताओं ने समर्थन व साथ दिया।