गोण्डा। माँ पाटेश्वरी विश्वविद्यालय बलरामपुर के वाणिज्य विभाग के अधिष्ठाता एव स्थानीय श्री लाल बहादुर शास्त्री डिग्री कालेज के उप प्राचार्य प्रो बी पी सिंह के निर्देशन में वैशाली दूबे ने ‘’ एनोलिटिकल स्टडी ऑन सस्टेनेबल मार्केटिंग प्रैक्टिसेज ऑफ़ इवेंट मैनेजमेंट इंडस्ट्री इन उत्तर प्रदेश “ शीर्षक पर अपना शोध कार्य पूर्ण किया ।ज्ञातव्य हो एक शोध निर्देशक के सुपरविजन में इक्कीसवीं सदी में इक्कीसवीं पी एच डी कार्य पूर्ण होने से महाविद्यालय का गौरव बढ़ा है ।
प्रो सिंह के निर्देशन में इससे पूर्व २० शोध छात्रों ने अपना शोध कार्य वाणिज्य के विभिन्न क्षेत्रों में करके देश के विकास में अपना योगदान दिया है , जिनमें प्रमुख रूप से अरुण प्रताप सिंह ,कृष्ण कुमार सिंह , माला सिंह , नितिन कुमार शर्मा , आनंद प्रकाश , प्रिया पांडेय , सुनील सिंह, अर्चना सिंह ,शैलेंद्र पांडे , अनु श्री चंद्रा वर्तमान में प्रदेश के विभिन्न महाविद्यालयो में असिस्टेंट प्रोफेसर के पद पर कार्यरत है एवं अन्य छात्र विभिन्न क्षेत्रों में अपना योगदान देते हुए वाणिज्यिक गतिविधियों को बढ़ावा दे रहे है । इक्कीसवीं पी एच डी उपाधि से देश में इवेंट मैनेजमेंट के क्षेत्र में रोजगार के अवसर प्रदान होंगे ।प्रो सिंह ने बताया कि इस शोध से विभिन्न प्रकार के कार्यक्रमों में होने वाली खाने की बर्बादी को रोकने के उपाय, कॉस्ट कटिंग करके इवेंट को बेहतर बनाने के अवसर सुलभ होंगे । कस्टमर के हिसाब से इवेंट को मैनेज किया जा सकेगा ।
प्रो सिंह व महाविद्यालय की इस उपलब्धि पर , प्रबंधतंत्र उपाध्यक्ष वर्षा सिंह , सचिव उमेश शाह ,सदस्य विष्णु मोदी , सुरेंद्र पाल सिंह छाबड़ा , महेंद्र सिंह छाबड़ा प्राचार्य प्रो रवीन्द्र कुमार , मुख्य नियंता प्रो राज बहादुर सिंह बघेल , शिक्षक संघ अध्यक्ष प्रो शैलेंद्र नाथ मिश्रा , भौतिकी विभाग प्रभारी प्रो जितेंद्र सिंह , डॉ संतोष श्रीवास्तव , डॉ पुष्यमित्र मिश्रा , डॉ मनोज मिश्रा आदि ने बधाई दी । प्रयागराज निवासी शोध छात्रा वैशाली दुबे ने अपनी इस उपलब्धि का श्रेय शोध निर्देशक प्रो बी पी सिंह, अपने पिता इंदु भूषण द्विवेदी , पति हर्षित शर्मा चाचा गांधी गांधी विद्यालय रेलवे इंटर कॉलेज गोंडा के प्रधानाचार्य डॉ मेजर राजेश द्विवेदी , चाची पद्मा द्विवेदी को दिया है ।
वैशाली दुबे ने अपने शोध कार्य की उपलब्धि को अपनी माँ स्व.मीरा द्विवेदी के प्रति श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए बताया कि माँ की प्रेरणा से ही यह कार्य पूर्ण हो सका ।