गोण्डा ! यूपी पुलिस भर्ती 2013 से सम्बंधित हजारों अभ्यर्थियों ने आज प्रदेश के जिलाधिकारियों के माध्यम से मुख्यमत्री को एक मांग पत्र भेजकर इच्छा मृत्यु की मांग की है। पुलिस भर्ती बोर्ड द्वारा चयनित इन अभ्यर्थियों का कहना है कि छह साल दौड़ने के बाद भी यदि सरकार हमें नियुक्ति पत्र नहीं दे सकती तो इच्छा मृत्यु की अनुमति ही दे दे।
प्रदेश के अन्य जिलों की तरह गोण्डा में भी आज डीएम नितिन बंसल को इस अभ्यर्थियों ने इच्छा मृत्यु का मांग पत्र सौंपा।अभ्यर्थियों का नेतृत्व कर रहे अभ्यर्थी ने बताया कि 2012 में 41610 पदों पर भर्ती के लिए पुलिस भर्ती बोर्ड ने आवेदन पत्र आमंत्रित किया था …. प्रारम्भिक परीक्षा में शामिल हुए 22 लाख अभ्यर्थियों में से 55 हजार को चिकित्सा परीक्षण के लिए बुलाया गया …. सभी का परीक्षण कराने के उपरान्त 38315 अभ्यर्थियों को अंतिम रूप से चयनित करके प्रशिक्षण पर भेज दिया गया, जबकि शेष पदों को अग्रसारित कर दिया गया। उपेन्द्र तोमर व अन्य बनाम उ प्र शासन नामक याचिका को निस्तारित करते हुए उच्च न्यायालय ने 04 मई 2018 को रिक्त पदों पर जल्द नियुक्ति का आदेश दिया। इसके बाद से ही विभाग पूरे मामले को लटकाए हुए है और अब तक 11786 ऐसे अभ्यथियों को नियुक्ति पत्र प्रदान नहीं किया गया है जिनका मेडिकल भी कराया जा चुका है। इन अभ्यर्थियों का कहना है कि योगी सरकार यदि उन्हें नौकरी न दे सके तो इच्छा मृत्यु की अनुमति प्रदान की जाय।