गोण्डा। पीडितो का प्रयास और मीडिया के दबाव के चलते पिछले काफी समय से धर्मपरिवर्तन का खेल खेल रहे आरोपी पर पुलिस ने प्राथमिकी तो दर्ज कर ली परन्तु, प्राथमिक पूछताक्ष के बाद गम्भीर शिकायतों के आरोपी के कोतवाली नगर से समम्मान विदाइ्र्र ने पुलिस के रवैये पर प्रश्नचिन्ह खडा कर दिया है।
बताते चलें कि नगर के महारानी गंज मोहल्ले में सनी त्यागी नाम का एक व्यक्ति पिछले काफी समय से स्थानीय दलित परिवार की महिलाओं को विभिन्न प्रकार के प्रलोभन देकर धर्मपरिवर्तन का खेल खेल रहा था जिससे दलित परिवारों में आये दिन विवाद की स्थिति उत्पन्न होती थी। समस्या से आजिज दलित समाज के कुछ जागरूक युवको ंने जब मामले की शिकायत सीओ सदर से की तो आरोपी सनी और उसके साथियो ने शिकायत कर्ताओं को जान से मारने की धमकी देना आरम्भ कर दिया लेकिन पुलिस फिर भी हाथ पर हाथ धरे बैठी रही। पुलिस के नकारात्मक रवैये को देखते हुए युवको ंने मुख्यमंत्री सहित अन्य उच्चाधिकारियो ंसे मामले की शिकायत की, इस दौरान मीडिया ने भी अपनी जिम्मेदारी निभाते हुए मामले को बराबर शासन और प्रशासन के सामने रखां।
मीडिया के दबाव और पीडित युवकों के प्रयास के चलते कोतवाली नगर पुलिस ने किसी तरह शुक्रवार को धारा 504, 506, 505‘2’, 295ए, 153ए‘1’, 153ए‘2’ के अर्न्तगत मामला तो दर्ज कर लिया परन्तु इतने गम्भीर विषय पर भी गिरफतारी करना मुनासिब नही समझा। इस विषय पर जब कोतवाल नगर आलोग राय से जानकारी चाही गयी तो उन्होनें साक्ष्य एकत्र करने की दलील देते हुए अपने कृत्य को सही ठहराने की कोशिश की।
यहां यह भी बताना आवश्यक होगा कि मुकदमा दर्ज करने के बाद रात्रि लगभग साढे दस बजे तक धर्मपरिवर्तन के मुख्य आरेपी सनी त्यागी को कोतवाली में ही देखा गया था परन्तु उसके बाद उसे गिरफतार कर जेल न भेजना पुलिस की कार्यशैली पर सवालिया निशान लगाते हुए कोतवाली पुलिस की मंशा पर गम्भीर सवाल भी खडा करता है।