गोण्डा। कच्ची शराब के अवैध कारोबार को किस तरह पुलिस विभाग द्वारा संरक्षण दिया जा रहा है इसका ताजा सबूत किसी और ने नहीे पुलिस विभाग के कर्मचारियों ने ही जनता के सामने ला दिया है। सिपाहियों द्वारा कच्ची शराब के निर्माता से की गयी स्टिंग का वीडियों सोशल मीडिया में तेजी से वायरल हो रहा है जिसमे सारी पोल खुल कर सामने आ रही है। हैरानी की बात तो यह है कि गोण्डा पुलिस इस महा भ्रष्टाचार पर कार्यवाही न कर अपने भ्रष्ट आचरण को सही ठहराने पर तुली हुयी है।
प्रकरण जनपद के थाना मोतीगंज के कहोबा पुलिस चैकी का है, वायरल हो रहे वीडियो में कच्ची शराब के अवैध कारोबारियों पर पुलिस किस तरह मेहरबान रहती है स्पष्ट दिखाई दे रहा है, वीडियों में पुलिस चैकी के ही कुछ सिपाही एक शराब कारोबारी से वार्ता करते हुए दिखाई देते है जिसमेें सिपाहियों द्वारा कच्ची शराब के कारोबारी से इस बावत जानकारी ली जाती है कि छापे से बचने के लिए चैकी के दीवान ने उनसे कितने रूप्ये लिये और कितने रूप्ये बाद में लेने की बात हुयी है, कारोबारी स्पष्ट रूप् से बताता है कि पुलिस चैकी का दीवान संजीत सिंह उससे पाचं हजार रूप्ये ले जा चुका है और सात हजार रूप्ये उसे और देने है।
बात इतनी होती तो शायद कुछ हद तक स्वीकार्य भी होती परन्तु यहां तो पुलिस के उच्चाधिकारियों के संज्ञान में मामला डालने पर उन्होनें जो जवाद दिया वह और भी हैरान करने वाला है, प्रकरण की जानकारी टवीटर के माध्यम से जब जनपद के एक वरिष्ठ अधिवक्ता पंकज दीक्षित ने पुलिस उपमहानिरीक्षक देवीपाटन मण्डल को दी तो उन्होेनें गोण्डा पुलिस को कार्यवाही करने की बात कही जिस पर गोण्डा पुलिस ने हैरानी में डालने वाला बयान देते हुए कायवाही करना तो दूर विभाग में व्याप्त पूरे भ्रष्टाचार को ही संरक्षण दे डाला। ट्वीटर पर ही जवाब देते हुए गोण्डा पुलिस ने अवैध शराब कारोबारी को ही अपना सहयोगी बताते हुए एक तरफ जहां कच्ची शराब को बढावा दिया वहीे दूसरी ओर भ्रष्ट चैकी के पुलिस कर्मियों पर कार्यवाही की बात न कह एक तरह से उन्हें अपना संरक्षण प्रदान कर दिया।
ट्विटर पर दिये गये गोण्डा पुलिस के बयान से यह बात जाहिर हो जाती है कि समय समय पर उनके द्वारा चलाया जाने वाला अवैध शराब के खिलाफ अभियान जनता के इस जहर से बचाने के लिए नहीे बल्कि अपनी अपनी जेब गरम करने के लिए चलाया जाता है जिसमें थोडी बहुत कार्यवाही दिखा बाकी कारोबारियों से सेटिंग कर उन्हें जहर का करोबार करने के लिए खुला छोड दिया जाता है और उनके प्राप्त होने वाला बडा धनराशि उपर से लेकर निचले स्तर के पुलिस कर्मियों में बंट जाता है। इसी अवैध धनराशि में अपना हिस्सा न मिलता देख चैकी के ही कुछ सिंपाहियों ने कच्चे शराब के कारोबारी का स्टिंग कर वीडियो को वायरल किया है।
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