इस्लामाबाद पाकिस्तान। अल्पसंख्यकों पर हो रहे अत्याचार पर बार बार अपनी झूठ को विश्व के सामने परोसने वाले पाकिस्तान की पोल एक बार फिर इस रिपोर्ट ने खोल दी है जिसमें बताया गया है कि कुछ दिनों पूर्व पाकिस्तान के सिंघ प्रान्त में हुए एक हिन्दु छात्रा की की गयी हत्या के पहले उसके साथ दुष्कर्म भी किया गया था और इस मामले मे दो मुस्लिम युवकों को गिरफतार भी किया गया था जो उसके साथ ही पढते थे।
ज्ञात हो कि 25 वर्षीय नमृता चंदानी पाकिस्तान के घोटकी जिले के रहने वाली थी जो लरकाना के बीबी आसिफा डेन्टल कालेज में स्नातक की छात्रा थी जिसका शव विगत 16 सितम्बर को उसके हास्टल के कमरें में पख्ों से लटका पाया गया था। पाकिस्तान के एक प्रमुख अखबार में छपी खबर की माने तो बुधवार को जारी अमृता की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में इस बात का खुलासा किया गया है कि उसकी मौत दम घुटने से हुयी थी वहीं डीएनए टेस्ट की रिपोर्ट में अमृता के कपडों पर किसी पुरूष के डीएनए मिलने की भी पुष्टि हुयी है इतना ही नहीं एक अन्य रिपोर्ट में इस बात की भी पुष्टि हुयी है कि उसके साथ दुष्कर्म भी किया गया था। यहां यह भी बताना आवश्यक है कि अमृता की प्रथम पोस्टमार्टम रिपोर्ट में इसे सामान्य रूप् से आत्महत्या का मामला बता दिया गया था।
पाकिस्तान के कराची शहर स्थित डाव मेडिकल कालेज में बतौर मेडिकल कन्सल्टेंट कार्य करने वाले अमृता के भाई विशाल ने पहले ही पोस्टमार्टम रिपोर्ट पर सवाल उठाते हुए कहा था कि अमृता के गले के आास पास के निशान बता रहे है कि उसने आत्महत्या नहीं की है गले पर पडा निशान केबल तार का लग रहा है इतना ही नही उसके हाथ पैर पर भी चोट के निशान थे जिससे जाहिर होता है कि किसी ने उसके साथ जोर जबरदस्ती की हैं।
यहां यह भी बताना आवश्यक हे कि इस प्रकरण में पुलिस ने शुरूआती चरण में 32 लोगों को हिरासत में लिया था जिसमें नमृता के साथ ही पढने वाले दो छात्र भी थी जिनमें नाम मेहरान अब्रो और अली शाह मेनन थे इनमें से मेहरान ने पुलिस की पूछताक्ष में यह कूबलनामा भी किया हे कि नमृता उससे प्यार करती थी परन्तु शादी से इन्कार कर दिया था। मेहरान के इस कूबूलनामें से स्पष्ट है कि उसी ने अपने साथियों के साथ मिलकर उससे दुष्कर्म किया और फिर हत्या कर उसका शव पंखे से लटका दिया।