कोलंबो श्रीलंका। श्रीलंका में पिछले समय हुए आतंकी हमले कें बाद से श्रीलंका सरकार ने अपने नागरिकों की सुरक्षा में तमाम इंतजाम किये है जिनमें कुछ प्रतिबंध भी लगाये गये है, ताजा प्रकरण इसी प्रतिबध्ां से जुडा है जिसमें श्रीलंका चुनाव आयोग ने मुस्लिम महिलाओं पर बुर्के में मतदान करने पर प्रतिबंध लगाया है।
ज्ञात हो कि आगामी 16 नवम्बर को श्रीलंका में राष्टपति का चुनाव होने वाला है जिमसें वहां के सभी नागरिक अपने अपने मताधिकारों को प्रयोग करेगें। श्रीलंका चुनाव आयोग ने चुनावों को निष्पक्षता बनाये रखने के लिए ये निर्देश जारी किये है। बुधवार को जारी अपने बयान में चुनाव आयोग के महानिदेशक समन श्रीरत्नायके ने स्पष्ट रूप् से कहा है कि सभी मतदाताओं को अपने अपने पहचान पत्र को मतदान हेतु लाना ही होगा तथा मतदाता पहचान पत्र पर लगे फोटो से उनके चेहरे का मिलान भी आवश्यक है किभी भी प्रकार से चेहरे के ढकने या बुर्के में होने पर भी चेहरे को दिखना और पहचान पत्र से मिलान अति आवश्यक है। उन्होनें यह भी कहा कि यदि कोई अपना चेहरा नहीं दिखाता है तो पीठासीन अधिकारी उसे मतदान से विंचत कर सकता है।
यहां यह भी बताना आवश्य है कि भारत में आम तौर पर मुस्लिम महिलाओं से बुर्के हटाने की बात नहीं की जाती है चाहे वह मतदान का ही समय क्यों ही न हो शायद इसका कारण चुनाव आयोग द्वारा इस बारे में कोई स्पष्ट दिशा निर्देश जारी न किया जाना हो सकता है। जिसके कारण कही कहीं इस विषय को लेकर विवाद भी उत्पन्न होता रहता है। अब उम्मीद है कि श्रीलंका के इस पहल से प्रेरित होकर भारत का चुनाव आयोग भी कोई न कोई स्पष्ट दिशा निर्देश आगामी चुनावों इस विषय को लेकर जारी करें।