सूचना देने के बाद भी नहीं पहुंचे मुरादाबाद पशुपालन विभाग के डॉ पी डी जैन
मुरादाबाद ! इलाज के अभाव में घायल गोवंश ने तोड़ा दम लोग हुए आक्रोशित खानापूर्ति करने के लिए बाद में चतुर श्रेणी कर्मचारी को इलाज के लिए भेज दिया गया परंतु अत्यधिक समय बीत चुका था जिस कारण तड़प तड़प कर नंदी ने दम तोड़ दिया
मुरादाबाद पशुपालन विभाग की लापरवाही सूची में एक और मामला जुड़ गया
हनुमान मूर्ति के नीचे कटघर की तरफ रेलवे ट्रैक पर एक नंदी ट्रेन से टकरा गया जिससे उसके कमर पर चोट आई तत्काल इसकी जानकारी वहां के स्थानीय निवासियों द्वारा सदर पशु अस्पताल संचालक डॉ पी डी जैन को दे दी तथा वहां के लोगों ने उसके घाव को सही करने के प्रयास करें घाव बहुत ज्यादा था इसलिए बिना डॉक्टर के इलाज कर पाना संभव नहीं था 3 घंटे हो गए परंतु वहां डॉक्टर नहीं आए उसके बाद भाव से एक व्यक्ति पशु अस्पताल डॉक्टर साहब को बुलाने गया वहां मौजूद कंपाउंडर ने आधा घंटा व्यर्थ का अपने काम में लगे रहे परंतु उस लड़के की बात सुनने के बाद भी तत्काल इलाज के लिए नहीं आए उससे एप्लीकेशन लिखवाते रहे समय बर्बाद करते थे इसी तरह उन्होंने एक ड्रेसर वह एक चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी को गंभीर रूप से घायल नंदी के इलाज के लिए भेजा
अब सवाल यह उठता है कि क्या घायल पशुओं के इलाज के लिए मुरादाबाद पशुपालन विभाग के पास कोई भी डॉक्टर नहीं है क्या एक प्रशिक्षित चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी इतना बड़ा ट्रीटमेंट कर सकता है जिस कर्मचारी को अपने डॉक्टर तक का नाम नहीं पता यह बहुत शर्म की बात है
मुरादाबाद को पशुपालन विभाग उत्तर प्रदेश सरकार की योजनाओं को इस तरीके से बदनाम कर रहा है अंततः उस बंदे की मृत्यु हो गई सवाल यह उठता है कि क्या इस लापरवाही पर वह डॉक्टर भूत जिम्मेदार नहीं है जिसे वहां के लोगों ने समय रहते सूचना दे दी थी अगर जिम्मेदार है तो क्या उसके खिलाफ कार्रवाई होगी या पहले की तरह ही सिर्फ लीपापोती हो कि मामला खत्म हो जाएगा