सीतापुर। लगातार घटी रही आपराधिक वारदातेें इस बात का सबूत है कि या तो उत्तर प्रदेश की सरकार द्वारा अपराधों को रोकने की कोशिश प्रर्याप्त नही है या फिर उनके अधिकारी उनकी मंशा को समझ नही पा रहे। जिसके कारण न तो अपराधों पर लगाम लग पा रही है और न ही अपराधियों को कानून का भय ही सता रहा हैं जिसका एक बडा प्रमाण सीतापुर में घटी यह घटना है जिसमें अपराधियों के मनबढ होने का प्रमाण मिलता है। घटना में अपराधियों ने पहले तो किशोंरी का सामूहिक बलात्कार किया और फिर कानून को ठेंगा दिखाते हुए बलात्कार का वीडियों वायरल कर सरकार को चूनौती दे डाली।
घटना जनपद के इमिलिया थाना क्षेत्र के एक गावं की है जहां एक किशोंरी के साथ बलात्कार केा अंजाम दे अपराधियों ने दुष्कर्म का वीडिया सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया, हालाकि पुलिस किशोरी के परिजनेां की तहरीर के आधार पर गावं के ही शीबू और नाजिम सहित तीन अन्य अज्ञात के विरूद्व नामजद मुकदमा दर्ज कर आरोपितों को गिरफतार करने का प्रयास करने का दावा कर रही हेै।
घटना पिछले सोमवार की बतायी जा रही है जिसके वीडियों के वायरल होने पर मामला प्रकाश में आया और पीडित के परिजनेां ने थाने में तहरीर दी। पुलिस अधीक्षक उत्तरी डा0 राजीव दीक्षित तथा सीओ सदर यतेन्द्र कुमार के मुताबिक परिजनों से मुलाकात कर उन्हें न्याय दिलाने का भरोसा दिलाया गया है। आरोपियों के गिरफतार करने के लिए टीम का गठन कर उन्हें सक्रिय कर दिया गया है। पीडिता का मेडिकल भी कराया गया है।
वंही पीडित के परिजनों का कहना है कि आरोपी काफी दबंग ओर सरकष किस्म के लोग है जबकि परिजन काफी गरीब और मजदूरी कर जीवन यापन कर रहे है, आरोपित आये दिन गांव में मारपीट करते रहते हैं जिससे परिजनो को भी जान का खतरा बना हुआ हैं।
फिलहाल घटना जहां अपने आप में पुलिस के लिए चुनौती बनी है वही सरकार के उपर भी सवालिया निशान लगा रही है देखना है कि योगी आदित्यनाथ अपनी पुलिस को कहा तक अपनी कस्टडी में लेकर कानून व्यवस्था पर उठ रहे सवालों को दरकिनार कर पाते है।