गोंडा में एक सनसनीखेज मामला सामने में आया है। यहां के काजीदेवर गांव के प्रधान प्रतिनिधि सुशील शुक्ला की हत्या के लिए सुपारी दिए जाने की बात सामने आई, और सुपारी लेने का आरोपी ही खुद सुशील शुक्ला के विरुद्ध शिकायत दर्ज कराने के लिए थाने और एसपी के कार्यालय के चक्कर काटता मिला।
मोतीगंज थानाक्षेत्र के काजीदेवर ग्राम सभा के प्रधान प्रतिनिधि सुशील शुक्ला का आरोप है कि काजीदेवर सीएचसी के सामने क्लीनिक चला रहे झोलाछाप डॉक्टर हरीश यादव ने मनकापुर क्षेत्र के जिगना बाजार निवासी रामतेज यादव को मेरी हत्या करवाने के लिए 25 हज़ार की सुपारी दी है। उन्होंने यह भी बताया कि यह सूचना देने वाले चतुरधन वर्मा और रामतेज वर्मा को जब वो पकड़कर थाने ले गए तो वहां सुपारी लेने का आरोप वह दोनों एक दूसरे पर ही लगाने लगे। इस पूरे मामले में प्रधान प्रतिनिधि सुशील शुक्ला ने पुलिसिया भूमिका पर सवाल खड़े किए हैं।
उन्होंने कहा कि जब वह दोनों आरोपियों को पकड़कर थाने ले गए तो पुलिस ने कोई कार्यवाही करना तो दूर स्वयं उन्हें खाना पानी खिलाकर सुबह थाने से छोड़ दिया। वह ये भी बता रहे हैं कि इस बात की शिकायत उन्होंने जिले के एसपी से लेकर डीआईजी और आईजी तक की है लेकिन सुपारी लेने के आरोपी पर कोई कार्यवाही नही हुई। वंही एएसपी महेंद्र कुमार का कहना है कि मामला संज्ञान में आया है दोनों तरफ से जांच करके कार्यवाही की जा रही है।
वहीं सुपारी लेने के आरोपी रामतेज वर्मा ने प्रधान प्रतिनिधि सुशील शुक्ला पर उसका अपहरण कर उसकी बुरी तरह से पिटाई करने, इंजेक्शन लगाने और कुत्ते से कटवाने के गंभीर आरोप लगाए हैं।
शिकायत लेकर एसपी कार्यालय पहुंचे रामतेज वर्मा ने अपने जख्मों को दिखाते हुए कहा कि न तो वह प्रधान प्रतिनिधि सुशील शुक्ला को जानता है न ही वह किसी तरह के सुपारी या सुपारी देने वाले को ही जानता है। जिस तरह से वह प्रधान प्रतिनिधि का नाम ले रहा है उससे यह भी सिद्ध हो रहा है कि वास्तव में वह प्रधान प्रतिनिधि को जानता ही नहीं है। क्योंकि जहां प्रधान प्रतिनिधि का नाम सुशील है वही वह बार – बार उन्हें सुनील कहकर पुकारता है। उसने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि सुशील शुक्ला ने उसे पकड़कर अपनी गाड़ी में लाद लिया और जबरन अपने पैतृक गांव गंगापुर ले गए। जहां इन लोगों ने उसे बुरी तरह से मारपीटा और इंजेक्शन भी लगाया, साथ में कुत्ते से भी कटवाया।