नयी दिल्ली/तेलंगाना। देश की प्रतिष्ठित कालेज में पढाई कर रही कोई छात्रा अपनी गरीबी के चलते इतनी बेबश हो जायेगी कि उसे अपनी इहलीला ही समाप्त कर लेनी पडेगी किसी ने सोंचा भी नही होगा लेकिन ऐसा हुआ है और अपनी बेबसी को जिस तरह छात्रा ने अपनी आत्महत्या पत्र में बताया है पढकर आपकी भी आखें भर आयेगीं।
तेलंगाना के रंगारेडडी जिले की निवासी ऐश्वर्या ने विगत 3 नवम्बर को आत्महत्या कर ली। आत्महत्या से पहले लिखे अपने पत्र मंें ऐश्वर्या ने अपने माता पिता को सम्बोधित करते हुए कहा है कि ‘मुझे माफ कर देना। मैें एक अच्छी बेटी नही बन सकी। मेरी मौत के लिए कोइ्र जिम्मेदार नही है। मैं अपने परिवार पर बोझ नही बनना चाहती हूं। मैं पढाई के बिना नही रह सकती हूं में इसके बारे में सोच रहिी थी और अब मुझे लगता है कि मौत ही मेरे लिए एक मात्र रास्ता रह गया है। मम्मी पापा मुझे माफ करें।
ऐश्वर्या के परिवार की माली हालत का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि उसके पिता श्रीनिवास रेडडी आटो मैकेनिक है तथा मां कपडे सिलने का काम करती है, पिछले छह माह से चल रहे लाकडाउन ने उनके परिवार की हालत को पूरी तरह तंग कर दिया था जिसके चलते उसे अपनी पढाई जारी रखने में भारी कठिनाई का सामना करना पड रहा था। जानकारी के मुताबिक ऐश्वर्या पढाई लिखाई में बहुत ही प्रतिभाशाली थी उसने अपने मेरिट के बल पर ही दिल्ली के प्रख्यात लेडी श्रीराम कालेज में प्रवेश पाया था।
ऐश्वर्या की आत्महत्या पर राजनीति करते हुए एनएसयूआई ने केन्द्र सरकार पर निशाना साघा है और अपने बयान में कहा कि ऐश्वर्या को विज्ञान और प्रौघौगिकी मंत्रालय से इन्सपायर फंेलोशिप मिलनी थी जो उसे मार्च में ही मिल जानी चहिए लेकिन अब तक नही मिल पायी यदि उसे ये फेलोशिप मिल जाती तो शायद आज वह जिन्दा होती। वही कालेज की प्राचार्या सुमन शर्मा ने कहा कि फेलोशिप के अतिरिक्त कालेज में अन्य कई समितियां हैं जहां यदि ऐश्वर्या ने अपनी बात रखी होती तो कालेज उसकी हर तरह से मदद करता लेकिन उसने कभी भी अपनी परेशानी हम लोगों से साझा नही की।
बताया जा रहा है कि भारतीय प्रशासनिक सेवा में जाने की इच्छा रखने वाली ऐश्वर्या ने लाकडाउन काल में लोगों की मदद करने के लिए प्रख्यात हो चुके अभिनेता सोनू सूद से भी मदद की गुहार यह कहते हुए लगायी थी कि उसके पास लैपटाप नही है जिसके चलते आललाइन चल रही क्लास में वो भाग नही ले पा रही हे इतना ही उसके प्रैक्टिकल भी नही हो पा रहे है।