चीन। मुस्लिमों पर कई तरह के अत्याचार की कहानी तो यदा कदा इस देश से सामने आती ही रहती है जिनमेंें उनकों कैदियों की तरह रखना, उनके धर्मस्थलों को तोडकर उनमें शौचालय बना देना, उन्हें नमाज पढने और दाढी रखने से मना करना आदि लेकिन अब एक ऐसी खबर सामने आ रही है जिसने पूरी दुनिया को चैंका दिया है। मिल रही जानकारी पर यकीन किया जाये तो चीन के शिनजियांग प्रान्त में रह रहे उइगर मुस्लिमों को सुअर का मांस खाने को विवश किया जा रहा और वह भी शुक्रवार को।
चीन में किये जा रहे उइगुरों पर अत्याचार के किसी तरह बचकर निकली स्वीडन मे ंनिवास कर रही महिला सेरागुल सौतबे ने कतर के न्यूज चैनल को दिये अपने साक्षात्कार मे ंबडा खुलासा किया। चैनल को दिये साक्षात्कार में सौतबे ने बताया कि चीन के शिनजियांग प्रान्त में शिविरों में डाले गये उइगुर मुस्लिमों को सुअर का मांस परोसा जा रहा है वह भी शुक्रवार के दिन, जिसे न खाने पर बुरी तरह से प्रताणित भी किया जाता है। चीन सरकार द्वारा यह जानते हुए कि मुस्लिमो के लिए शुक्रवार का दिन कौन सा मायने रखता है लेकिन फिर भी इसी दिन को चुना गया है। इतना ही नही जब आप सुअर का मांस खाने से इन्कार करते है तो कठोर से कठोर दडं दिया जाता है।
कुछ इसी तरह का बयान एक और पीडित उइगर महिला जुम्रेत दाउत का भी है जिसने अपने उपर बीते अत्याचार को बयान करते हुए कहा कि उनसे लगातार दो माह तक इसलिए पूछताछ की गयी क्योकिं उनका पति पाकिस्तानी है उनसे यह भी पूछा गया कि क्या उन्होनें अपने धर्म और कुरान को पढा है या नही। दाउत ने बताया कि यातना शिविरों में रहते हुए उन्हें शौचालय तक जाने के लिए भीख मागनी पडती थी, उन्हें हथकडी पहने ही शौचालय में जाना पडता था इतना ही नही उनका पीछा पुरूष अधिकारी शौचालय तक करते थे।
सुअर मांस परोसे जाने के सवाल पर उन्होेंने बताया कि जब आपको शिविरों मे ंरखा जाता है तो आप ये कैसे तय कर सकते हैं कि क्या खाना है क्या नही, जिन्दा रहने के लिए हमें परोसा गया मांस खाना ही पडता था।