बंगाल प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय सहित कई घायल
डायमंड हार्बर (पश्चिम बंगाल)। अपने पश्चिम बंगाल दौरे पर डायमंड हार्बर जा रहे भाजपा राष्ट्ीय अध्यक्ष जे पी नडडा के काफिले पर हमला किया गया जिसमंें बंगाल प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय सहित अन्य कई नेता घायल हुए हैं। भाजपा अध्यक्ष के काफिले पर हमला यह दर्शाता है कि बंगाल की राजनैतिक स्थिति किस ओर जा रही है।
गुरूवार की दोपहर पश्चिम बंगाल के डायमंड हार्बर जा रहे भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्ीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नडडा के काफिले पर टीएमसी कार्यकर्ताओं द्वारा हमला किया गया जिसमें बंगाल प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय, राष्ट्ीय उपाध्यक्ष मुकुल राय तथा प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष का एक सुरक्ष कर्मी घायल हो गया वही एक भाजपा कार्यकर्ता के सिर फअने की खबर आ रही है। हैरानी तो इस बात की है कि यह हमला स्थानीय पुलिस के भारी संख्या में मौजूद रहने के दोैरान किया गया ओैर पुलिस मूकदर्शक बनी खडी रही।
डायमंड हार्बर के रास्ते मे ंपडने वाले क्षेत्र शिराकोला में यह हमला उस समय किया गया जब जे पी नडडा भाजपा कार्यकर्ताओं के एक सम्मेलन को संबोधित करने जा रहे थे। एक दर्जन से भी अधिका गाडियो के इस काफिले में नडडा, विजयवर्गीय, दिलीप घोष, मुकुल राय, सहित भाजपा सांसद अनुपम हाजरा, संयुक्त महासचिव संगठन शिवप्रकाश, राष्ट्ीय प्रवक्ता सबिंत पात्रा, राष्ट्ीय मीडिया सह प्रभारी डा0 संयज मयूख, राज्य सचिव दीपंाजन गुहा सहित अन्य कई वरिष्ठ नेता शामिल थे। टीएमसी कार्यकर्ताओं के इस हमजले मे कई गाडियो के शीशे टूट गये।
टीएमसी कार्यकर्ताओं द्वारा किये गये इस हमले में मीडिया के वाहनों को भी नही छोडा गया, अपने हाथों में टीएमसी के झंडे को लहरा रहे कार्यकर्ताओ ने ंकाफिले ंमें शामिल वाहनों के रास्तें को भी रोकने का प्रयास किया। घटना पर बोलते हुए कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि अब बंगाल में लोकतत्रं नाम की कोई चीज नही बची है। उन्होनें स्थानीय टीएमसी सांसद अभिषेक बनर्जी पर आरोप लगाते हुए कहा कि यह हमला उन्ही द्वारा कराया गया है, ज्ञात हो कि अभिषेक ममता बनर्जी के भतीजे हैं और अभिषेक की हैसियत पार्टी में नम्बर दो की है। विजय वर्गीय ने चैकाने वाला बयान देते हुए कहा कि लगता है हम किसी दूसरे देश में आ गये है जहंा पुूलिस की उपस्थिति में ही कानून व्यवस्था का मजाक उडाया जा रहा है।
ळालाकिं विजयवर्गीय के बयान पर जवाब देते हुए टीएमसी सांसद सौगत राय ने इसे आम जनता का भाजपा के प्रति स्वाभाविक गुस्सा करार देते हुए पार्टी केा पाक साफ बताने की कोशिश की। उन्होनें अपने बयान से हमलावरो का हौसला बुलंद करते हुए कहा कि जेपी नडडा को अभिषेक बनर्जी के इलाके में जाने की क्या जरूरत थी। हालाकि केन्द्रीय गृह मंत्रालय ने इस हमले को गम्भीरता से लेते हुए राज्य सरकार से रिपोर्ट तलब कर ली है।
भाजपा कार्यकर्ताओं की लगातार हो रही हत्या और वरिष्ठ नेताओं पर लगभग प्रतिदिन हो रहे हमले इस बात को पुख्ता करते हैं कि जहां राज्य सरकार चुनावों को जीतने के लिए किसी भी हद तक जा सकती हैं वही इस बात का भी प्रमाण मिलता है कि राज्य में कानून व्यवस्था नाम की कोई चीज नही रह गयी है। अराजकता पूरी तरह से हावी हो चुकी है, यदि इसी तरह की स्थिति बनी रही तो आगामी चुनावों के जहंा रंक्तरंजित रहने की पूरी आषंका है वही चुनावों के भी निष्पक्षता पर प्रश्नचिन्ह लग सकता है।