सवाई माधोपुर (राजस्थान)। अन्र्तराष्ट्ीय भ्रष्टाचार विरोधी दिवस पर भ्रष्टाचार के विरोध में मंच पर भाषण देने के एक घंटे बाद ही भाषण देने वाला डीसीपी रिश्वत लेते गिरफतार कर लिया गया। घटना प्रशासन में यह दिखाती है कि भ्रष्टाचार कितनी गहराई तक अपनी पैठ बना चुका है वही इस बात की भी पोल खोलती है कि भ्रष्टाचार के विरोध में भाषण देना, लोगों को सीख देना केवल दिखावा ही है वास्तविकता तो यही है कि प्रशासन ही नही शासन का लगभग सारा तत्र भ्रष्टाचार में आंकठ डूबा हुआ है।
मामला सवाई माधोपुर का है जहां एसीबी कार्यालय मे ंआयोजित भ्रष्टाचार विरोधी दिवस पर समारोह में एन्अी करेप्शन के ही डीसीपी भैरूलाल मीणा ने मुख्य वक्ता के तौर पर भ्रष्टाचार के विरोध में बढ चढ कर व्याख्यान दिया लेकिन समारोह के समाप्त होने के कुछ ही दंेर बार उन्हेें ही एसीबी ने जिला परिवहन अधिकारी से रिश्वत लेते गिरफतार कर लिया गया। समारोह मे ंमीणा ने भ्रष्टाचार पर बोलते हुए कहा था कि हमे पूरी इमानदारी के साथ भारत को भ्रष्टाचार से मुक्त बनाना है, केन्द्र या फिर राज्य सरकार का कोई भी कर्मचारी रिश्वत की मांग करता है तो टोल फ्री नम्बर 1064 या फिर हेल्पलाइन नम्बर 9413502834 पर कभी भी काल या व्हाटसएप् कर जानकारी दे सकता है आरोपी के विरूद्व तत्काल कार्यवाही की जायेगी।
लेकिन हैरानी तो उस समय हुयी जब भाषण समाप्त होने के महज एक घंटे बाद ही भाषण देने वाले डीएसपी भैरूलाल मीणा को जिला परिवहन अधिकारी महेश चन्दे मीणा से 80 हजार की रिश्वत लेते हुए गिरफतार कर लिया गया। बताया जाता है कि डीटीओ से ली गयी रकम मासिक वसूली की थी अर्थात उन्हें प्रति माह डीटीओ द्वारा इतनी रकम की रिश्वत दी जाती थी। एसीबी द्वारा की गयी इस कार्यवाही में डीटीओ महेश चन्द्र मीणा केा भी गिरफतार कर लिया गया है।
मामले में एसीबी के डीजी बीएल जोशी ने जानकारी देते हुए बताया कि कोटा जिले के आकाशवाणी कालोनी निवासी एसीबी के डिप्टी एसपी भैरूलाल मीणा के विरूद्व भ्रष्टाचार की शिकायत काफी दिनों से मिल रही थी, हमारी टीम ने उन पर निगाह बना रखी थी, बुधवार को निगरानी के समय डीटीओ द्वारा उन्हें पैसा देते गिरफतार कर लिया गया है। उनहोनें बताया कि डीएसपी मीणा के घर पर भी छापा मारा गया जहंा कई जमीनो ंके दस्तावेज सहित लाखों रूप्ये नगद मिले हैं। एसीबी आगे की कार्यवाही की तैयारी कर रही है।