गाजियाबाद। सोंचा भी नही जा सकता कि कोई दोस्त अपने ही दोस्त की पांच वर्षीय मासूम बेटी का अपहरण भीख मंगवाने के लिए भी कर सकता है, परन्तु दोस्ती जैसे रिश्ते को एक दिव्यांग ने किस तरह बदनाम किया इस खबर से जाना जा सकता है।
थाना मुरादनगर के नेकपुर निवासी दिव्यांग दीन मोहम्मद अपने दोस्त के लिए इतना क्रूर्र साबित होगा विजयनगर थाने के रोजी कालोनी निवासी उसके दोस्त छोटू खां ने कभी सपने में भी नही सोंचा होगा। हुआ यूं कि छोटू ख्ंाा और दिव्यांग दीन मोहम्मद में दोस्ती थी इसी नाते वह दीन मोहम्मद कभी कभी छोटू खां के घर आया करता था। छोटू खंा के पत्नी की मौत हो चुकी थी, घर में छोटू और उसकी मां के अलावा उसकी एक पांच वर्ष की बेटी ही रहती थी। काम काज के सिलसिले में छोटू का अक्सर बाहर आना जाना रहता था। नीयत का खराब हो चुका दीन मोहम्मद लगभग एक माह पूर्व बहाने से छोटू के घर से उसकी मासूम बेटी को ले भागा। विगत 28 नवम्बर को घटी इस घटना के बाद बेटी के अपहरण की शंका में छोटू ने पुंलिस से शिकायत की।
पुलिस ने शिकायत को गम्भीरता से लेते हुए बरामदगी के लिए चार टीमों केा गठन कर अलग अलग क्षेत्रों में लगा दिया। साथ ही छोटू के घर के पास लगे सीसीटीवी के फुटेज भी ंखगालना आरम्भ किया जिसमें 28 नवम्बर केा छोटू की बेटी एक दिव्यांग के साथ जाती हुयी दिखी। पुलिस का कहना है कि दीन मोहम्मद अपने साथ मोबाइल नही रंखता इसलिए उसे टै्स करने मे बेहद ही परेशानी का सामना करना पडा। पुलिस के अथक प्रयास के बाद मुखबिर की सूचना पर मिली जानकारी पर पुलिस ने बच्ची को आरोपी दीन मोहम्मद के साथ जिले के तिगरी गोल चक्कर के पास से गिरफतार कर लिया।
पुलिस के गिरफत में आये दीन मोहम्मद ने बताया कि उसने बच्ची का अपहरण भींख मगवाने के लिए किया था और वह जब पुलिस की गिरफत में आया तब भी वह बच्ची से भीख ही मगवा रहा था। थाने पर पहुचें अपने पिता छोटू खा तथा अपनी दादी को देख मासूम बच्ची जोर जोर से रोने लगी और उनके गले लग गयी। बच्ची ने बताया कि जब भी वह अपने पिता के पास जाने की बात करती तो दीन मोहम्मद उसे बहुत मारता पीटता थां।