बसपा नेताओं के सपा मे ंशामिल होने पर आयेाजित पत्रकार वार्ता को कर रहे थे सम्बोधित
लखनउ। समाजवादी पार्टी के राष्ट्ीय अध्यक्ष और पूर्व मंुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने एक बाद फिर अल्पसंख्यक कार्ड खेलते हुए सीएए और एनआरसी विराधियों पर दर्ज मुकदमों को वापस लेने का ऐलान किया है उन्होेंनें यह वादा आगामी विधानसभा चुनावों के बाद समाजवादी सरकार बनने पर निभाने की बात की है।
अखिलेश यादव ने समाजवादी पार्टी कार्यालय पर आयोजित एक पत्रकार वार्ता में यह दावा किया है। मौका था विभिन्न दलों से निकाले गये नेताओं का समाजवादी पार्टी में शामिल कियेे जाने का, इस अवसर पर गोण्डा से बहुजन समाज पार्टी से निष्कासित मसूद आलम खा, रमेश गौतम तथा अन्य दलों से आये नेताओ ंके समाजवादी पार्टी में शामिल किये जाने का। इसी मौके पर बोलते हुए अखिलेश यादव ने मुस्लिम कार्ड खेलते हएु यह बडा बयान दे डाला कि आगामी चुनाव में उनकी ही पार्टी की सरकार बनेगी और सरकार बनते ही एनआरसी तथा सीएए का विरोध करने पर दर्ज हुए मुकदमों को वापस लिया जायेगा। उन्होनें कहा कि विभिन्न दलों के कई नेता अपने अपने दल को छोडकर समाजवादी पार्टी में शामिल हो रहे है। इसमें बडे दलों के साथ कइ्र छोटे दलों के भी नेता हैं। हम 2022 में इन्ही छोटे दलों के साथ मिलकर सरकार बनायेगें।
पत्रकार वार्ता में ही अखिलेश ने भारतीय जनता पार्टी और उत्तरप्रदेश सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा सरकार तानाशाही तरीके अपना रही है, वह अपने विरोध में उठने वाली हर आवाज को दबा देना चाहती है। उन्होनें दिल्ली मे ंचल रहे किसान आन्दोलन पर भी बयान देते हुए कहा कि सपा इस आन्दोलन में सक्रिय भूमिका निभा रही हैं।
उन्होनें दावा किया कि आज सपा में शामिल हुए बसपा नेताओं के साथ उनके लगभग 200 समर्थकों ने भी समाजवादी पार्टी की सदस्यता ग्रहण की है।