गोंडा ! नवयुग के निर्माता परमपिता परमात्मा के साकार माध्यम आदिदेव पिताश्री प्रजापिता ब्रह्मा बाबा की 52 वीं पुण्यतिथि पर हम सभी ईश्वरीय परिवार सादर श्रद्धा सुमन अर्पित करते हैं। हम सभी ईश्वरीय परिवार सत सत सादर नमन वंदन करते हैं।
आदि पिताश्री जी के 52 वीं पुण्य स्मृति तिथि पर 18 जनवरी 2021 को विश्व शांति दिवस के रूप में मनाया गया और सभी ब्रह्मा वत्सो ने सुबह अमृत वेले से लेकर सारा दिन योग अभ्यास तपस्या किया।
आदिदेव पिताश्री ब्रह्मा बाबा की एक बहु -आयामी व्यक्तित्व के बारे में बी.के शीतल बहन ने कहा कि आदिदेव ब्रह्मा बाबा नैतिकता के विशाल विग्रह थे। उन्होंने लोक-मत के दबाव में आकर या किसी भी आर्थिक कारणवश अपने किसी भी नैतिक सिद्धांत का उल्लंघन नहीं किया। वे उत्कृष्ट बौद्धिक समग्रता तथा अद्वितीय नैतिक श्रेष्ठता से संपन्न व्यक्ति थे। आध्यात्मिक उत्कर्ष और मानसिक धृति की दृष्टि से वे योगाचार के एक जीते-जागते उदाहरण थे। वे मात्र एक सुधारक ही नहीं थे बल्कि एक महान प्रशासक भी थे,जिनकी प्रशासन प्रणाली मनुष्यों के प्रति प्रेम और सम्मान पर आधारित थी।
वे मानव जाति की सेवा से अभिप्रेरित थे और तीव्र गति से परिपूर्णता प्राप्त करना उनका लक्ष्य था उन्होंने ब्रह्माकुमारी संस्था को एक ईश्वरीय विश्वविद्यालय का रूप दिया और उसे एक आत्मनिर्भर तथा स्वावलंबी प्रणाली बना दिया। उन्होंने स्वयं को और विश्व को बेहतर ढंग से और सही ढंग से समझने में जो योगदान किया वह उनके गुणों का परिचायक है। आदिदेव ब्रह्मा बाबा के बहुआयामी व्यक्तित्व के आधार पर आज सारे भारत तो क्या विश्व के लगभग 140 देशों में ब्रह्माकुमारी संस्था सुख,शांति स्थापन करने का कार्य कर रही है।
उक्त पुण्य स्मृति दिवस पर बी.के संत दयाल भ्राता, खंड विकास अधिकारी प्रेम शंकर लाल श्रीवास्तव, डॉ.संत बहादुर सिंह, नवादा प्रधान लाल बिहारी दुबे, पेशकार जगदंबा प्रसाद शुक्ला, बी.के प्रिया, बी.के साधना, बी.के मोनी आदि कई बी. के भाई बहनों ने श्रद्धा सुमन अर्पित कर योग तपस्या किया। साथ में ब्रह्मा भोजन प्रसाद वितरण किया गया।
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