रोहतक (हरियाणा)। बदले का जूनून किस कदर इन्सान को अंधा बना देता है इस मामले से यह साबित होता दिख रहा हैं। जिले के गांव मकडौली निवासी पेशे ंसे किसान 28 वर्षीय संदीप ने अपने दादा की हत्या का बदला पडोसी को मार कर लिया जिनकी हत्या के समय उसका जन्म भी नही हुआ था। विषेश तो यह है कि हत्या के मामले मे ंहत्यारे जेल भी गये थे ओैर पंचायत के बाद उन्हें रिहा किया गया था।
मामला आज से लगभग 52 वर्ष पहले का है जब मकडौली निवासी श्रीलाल की हत्या किसी मामले को लेकर उनके ही पडोसी फौजी नवल सिंह परिजनो ंने कर दी थी। हत्या के इस मामले में आरापियों को जेल भी हो गयी थी। बताया जाता है कि श्रीलाल की हत्या के लगभग ढाई माह बाद ंसदीप का जन्म हुआ था। आरोपियों के जेल से आने के कुछ समय बाद दोनों परिवारो मे ंभी सुलह हो गया था और इसके बाद उन्होनें आपसी रजिश को भूलकर मेलजोल को अपना लिया था।
ंहत्यारोपी सदंीप की माने तो दादा की हत्या की चर्चा अक्सर गांव में चलती रहती थी जिसे सुन सुनकर उसे क्रोध आता था, एक दिन उसने अपने दादा की हत्या का बदला लेने की सोच ही और घर में रखी तलवार को धार देने लगा। एक दिन मौका देखकर उसने सेवानिवृत 76 वर्षीय फौजी नवल सिंह की तलवार घोप कर हत्या कर दी। मौके पर नवल की बहु ने संदीप को पकडने की केाशिश की तो उस पर भी संदीप ने जानलेवा हमला किया लेकिन बहु बचने में कामयाब रही।
पुलिस ने मामले में तेजी दिखाते हुए हत्या के महज पांच घंटे में ही हत्यारोपी संदीप केा गिरफतार कर लिया।