पक्षपात का लगा था आरोप
चंन्दननगर (पश्चिम बंगाल)। भाजपा कार्यकर्ताओं पर भडकाउ नारे लगाने के मामले में गिरफतार करने वाले आईपीएस ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया हैं। माना जा रहा है ये इस्तीफा इस दबाव में दिया गया है जिसमें उन्होनंें इसी तरह के भडकाउ नारे लगाने वाले तृणमूल कार्यकर्ताओं को तो क्लीन चिट दे दी थी लेकिन भाजपा कार्यकर्ताओं पर कार्यवाही करते हुए उन्हे ंगिरफतार कर लिया था।
बतातें चलें कि पिछले दिनों 21 जनवरी को भाजपा नेता सुवेन्दू अधिकारी और भाजपा के ही सांसद लाकेट चटर्जी की अगुवाई मे ंनिकली रैली मे ंकुछ भाजपा कार्यकर्ताओ ने ‘‘देश के गददारों केा गोली मारों सालों को’’ नारा लगाया था, जिसको लेकर पुलिस ने त्वरित कार्यवाही करते हुए स्थानीय भाजपा कार्यकर्ता सुरेश सहित तीन कार्यकर्ताओं को गिरफतार कर लिया था परन्तु इसी तरह तृणमूल कार्यकर्ताओं तथा नेताओं द्वारा आपत्तिजनक नारे लगाने और वक्तव्य देने पर भी कोई कार्यवाही नही करने से पुलिस पर सवालिया निशान लग रहे थे।
माना जा रहा है आईपीएस हुमायूं कबीर ने इसी दबाव के चलते अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। पुलिस कमिश्नर के पद पर तैनात कबीर को हाल में ही आईजी पद पर प्रमोशन दिया गया था ने फिलहाल अपने इस्तीफे का कारण निजी बताया है लेकिन चर्चाओं के अनुसार उनके पक्षपात की नीति और सरकार के ईशारें पर काम करने का लग रहा आरोप ही उनके इस्तीफें का कारण है।