लेखपाल व राजस्व निरीक्षक को चेतावनी जारी
महादेवा ग्राम पंचायत में औचक पहुंचकर डीएम ने देखी वरासत अभियान की हकीकत
गोोण्डा ! डीएम मार्कण्डेय शाही ने सोमवार को वरासत अभियान की हकीकत देखने के लिए तहसील सदर अन्तर्गत ग्राम पंचायत महादेवा में औचक निरीक्षण किया। वहां पर डीएम ने लेखपाल व राजस्व निरीक्षक द्वारा वरासत एवं खतौनी सम्बन्धी कार्य संतोषजनक ढंग से न किए जाने पर चेतावनी जारी करते हुए चाौबीस घन्टे के अन्दर वरासत एवं खतौनी सम्बन्धित सभी मामलों का निस्तारण कराकर रिपोर्ट देने के आदेश एसडीएम सदर को दिए हैं।
डीएम श्री शाही ने महादेवा प्राथमिक विद्यालय में लेखपाल द्वारा किए जा रहे वाचन कार्य का निरीक्षण किया। इसी दरम्यान शिकायतकर्ता सूर्यप्रकाश द्वारा जिलाधिकारी को बताया गया कि उसकी एक खतौनी में त्रुटिवश नाम सूर्य प्र्रसाद दर्ज हो गया, जिसे ठीक कराने के लिए उसके द्वारा कई बार प्रार्थनापत्र दिया गया परन्तु लेखपाल व राजस्व निरीक्षक द्वारा कोई कार्यवाही नहीं की गई। इससे नाराज डीएम ने वरासत अभियान में लापरवाही बरतने पर लेखपाल कपिलदेव तथा राजस्व निरीक्षक अशोक कुमार शुक्ल को चेतावनी जारी करते हुए चाौबीस घन्टे में प्रकरण का निस्तारण न हो जाने पर निलम्बन की चेतावनी दी है।
निरीक्षण के दौरान लेखपाल तथा राजस्व निरीक्षक द्वारा ग्राम पंचायत में अवस्थित 44 गाटों के तालाबों का पट्टा न किए जाने की शिकायत की गई। इस पर डीएम ने मौके पर मौजूद एसडीएम को निर्देश दिए कि वे अभियान चलाकर ग्राम पंचायत के सभी गाटों का सर्वे करा लें तथा गाटावार उसकी नवइयत की रिपोर्ट देर शाम तक उन्हें उपलब्ध कराएं तथा तालाबों की नीलामी की प्रक्रिया तत्काल आगे बढ़ाएं।
जिलाधिकारी ने कहा कि मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार बिना किसी विवाद उत्तराधिकार को खतौनियों में दर्ज करने तथा जमीन को लेकर होने वाले झगड़ों व इससे जुड़े अपराध को खत्म करने के लिए के लिए सभी ग्राम सभाओं में वरासत अभियान चलाया जा रहा है, जिसके तहत जिले की सभी राजस्व गांवों में कई सालों से अटके हुए वरासत के मामलों का निस्तारण किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इस अभियान में रूचि न लेने वाले राजस्व अधिकारियों-कर्मियों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की जाएगी।
उन्होंने बताया कि सभी उपजिलिाधिकारियों, तहसीलदारों, राजस्व निरीक्षकों तथा लेखपालों से इस आशय का प्रमाणपत्र लिया जा रहा है कि उनकी तहसील अथवा राजस्व गांव में निर्विवाद वरासत का कोई भी प्रकरण लम्बित नहीं है।
निरीक्षण के दौरान एसडीएम सदर कुलदीप सिंह, परिवीक्षाधीन एसडीएम शत्रुघ्न पाठक, नायब तहसीलदार शिवदयाल तिवारी, राजस्व निरीक्षक, लेखपाल तथा ग्रामवासी उपस्थित रहे।