चुनावों में धाधली का आरोप लगा सेना ने की कार्यवाही
विश्व के नेताओ ने की आलोचना, तुरंत लोकतत्र बहाली की जारी की अपील
म्ंयामार। भारत के पडोसी देश म्यंामार से एक बडी ही चैकाने वाली खबर आ रही है। म्यांमार की सेना ने देश का तख्ता पलट करते हुए राष्ट्पति विन म्यिंट सहित देश की सर्वोच्च नेता आन सान सू की को हिरासत में ले लिया है। माना जा रहा हे कि सेना की यह कार्यवाही उस आरोप का परिणाम है जिसमें सेना ने विगत चुनावों में बडे पैमाने पर सरकार पर धाधली का आरोप लगाया था। हालाकि विश्व के नेताओं ने सेना से तुरतं लोकतत्रं बहाली की अपील की है।
सोमवार को विश्व पटल पर भारत के पडोसी देश म्यांमार की खबर छाई रही जिसमें वहां की सेना ने सरकार का तख्तापलट करते हुए सत्ता अपने हाथ में ले ली। हालाकि यह कोई पहली बार नही है इससे पहले भी कई बार सेना ने सत्ता अपने हाथ में ली थी। लगभग पाचं दशकों तक चले सैन्य शासन के बाद वर्ष 2011 में म्यंामार मे ंनागरिक सरका बनी थी। इससे पहले वर्ष 1962 से लेकर लगातार वर्ष 2011 तक यहां सेना का ही शासन रहा है।
देश के इस तख्ता पलट पर सेना का कहना है कि नवम्बर 2020 के चुनावों में व्यापक रूप् से धांधली की गयी है इसलिए सेना को सत्ता अपने हाथों में लेने केा विवश होना पड रहा है। ज्ञात हो कि नवम्बर 2020 में हुए आम चुनावों में आन सान सू कि की पार्टी को देश की कुल 476 सीटों में से 396 सीटो ंपर विजय प्राप्त हुयी थी। तभी से सेना यह आरेाप लगा रही है कि चुनावों में बडे पैमाने पर धांधली की गयी है।
म्ंयामार के इस राजनैतिक हलचल पर भारत सहित विश्व के नेताओं ने अपनी अपनी प्रतिक्रिया जाहिर कर दी है। भारत ने जहां इस तख्ता पलट पर गम्भीर चिंता जताते हएु विदेश मत्रंालय ने कहा है कि म्ंयामार के इस घटनाक्रम से हम बेहद ही चितित है। भारत हमेशा से म्यंामार में लोकतात्रित प्रकिया का समर्थक रहा है। हमारा मानना है कि देश में कानून और लोकतत्रं प्रकिया्र को बरकरार रखा जाय। हम म्यामार की स्थिति पर करीब से नजर रख रहे है।
इसी तरह अमेरिका, ब्रिटेन, आस्टे्लिया, बांग्लादेश, सिंगापुर सहित विश्व की संस्था एमनेस्टी इन्टरनेशनल ने भी सेना से अपील करते हुए कहा है कि देश के राष्ट्पति सहित आगंसान सू की को तत्काल रिहा करते हुए देश में लोकतांत्रिक प्रक्रिया को बहाल किया जाये। इतना ही नही अमेरिका ने एक तरह से सेना को धमकी देते हुए कहा है कि यदि जल्द ही तख्ता पलट के इस प्रयास को समाप्त नही किया गया तो जिम्मेदार लोगों के विरूद्व कार्यवाही की जायेगी।