लखनउ/ कन्नौज । भ्रष्ट अधिकारियों की कार्यप्रणाली किस तरह किसी के लिए जानलेवा साबित हो सकती है इसका अंदाजा राजधानी के लोकभवन के सामने घटी इस घटना से आसानी से लगाया जा सकता है। हालाकिं पीडित युवक मात्र 30 प्रतिशत ही जला जिसका उपचार जारी है।
घटना सोमवार को लोकभवन के सामने इसलिए घटी कि कन्नौज के मुंडारा निवासी युवक उमाशंकर का जमीनी विवाद चल रहा था विवाद के निपटारे के लिए क्षेत्रीय लेखपाल को अपनी रिपोर्ट लगानी थी लेकिन बार बार कहने के बाद भी वह अपनी रिपोर्ट नही लगा रहा था। उमाशंकर ने लेखपाल के इस कृत्य की शिकायत कइ्र्र बार उच्चधिकारियों से भी की लेकिन उन्होनें भी कोई कार्यवाही नही की। लेखपाल तथा जिले के उच्चधिकारियों की कार्यप्रणाली से बुरी तरह क्षुब्ध उमाषकर ने तब आत्मदाह का निर्णय लेते हुए लखनउ की राह पकडी।
ब्ताया जा रहा है कि सोमवार को उमाशंकर रोडवेज की बस से लखनउ आया और लोकभवन के सामने अपने उपर पेट्ोल डाल कर आत्मदाह का प्रयास किया जिसमें वह लगभग 30 प्रतिशत जल गया। प्रभारी निरीक्षक हजरतगंज श्यामबाबू शुक्ल ने बताया कि घटना दोपहर लगभग साढे ग्यारह बजे की है। पीडित को अस्पताल पहुचा दिया गया है जहंा डाक्टरो ंने बताया है िकवह 30 प्रतिशत जला है, इलाज जारी है। मामले की जाचं की जा रही है।