दोस्तो एक मामूली सा इंसान कैसे बुलंदियों की ओर अग्रसर हो सकता है। एक सामान्य सा व्यक्ति अपने माँ बाप का सपनो को पूरा करने के लिए अपने आपको संघर्ष की भट्टी में कैसे तपा सकता है। क्या कोई एक अदना से व्यक्ति अपना व अपने घर वालों के सपने को पूरा करने के लिए घास का बिस्तर व तलवारों के साए को चादर बना कर सो सकता है। क्या कोई एक आम आदमी अपने लक्ष्य को पूरा करने के लिए काँटो भरे रास्ते से गुज़र सकता है।
जी हाँ दोस्तों जिसको अपने व अपने घर वालों के सपने पूरा करने व अपने लक्ष्य को पाने और संघर्ष करने का जुनून व जज़्बा और हिम्मत होती है, वो बिल्कुल ऐसे कर सकता है। अपनी ज़िन्दगी में काँटो भरे रास्ते से गुज़र सकता है। ज़मीन को बिस्तर मौत को तकिया और तलवार बंदूक को अपनी चादर बनाकर सो सकता है। जी हाँ एक ऐसा महान कलाकार जिसकी उड़ान ज़मीन से लेकर आसमान तक है। जो अपने बल पर गुजराती मूवी से लेकर बॉलीवुड तक का सफ़र कर रहा है। जिनकी हाल ही में बॉलीवुड की कई फिल्मों में शूटिंग भी चल रही है। जिसमे एक हिंदी एलबम बे वफ़ा तड़पेगी भी शामिल है। तो दोस्तों ऐसे महान कलाकार का नाम *(एक्शन एक्टर गुलाब स्लॉट तम्मा भाई है। )* और इनके पिता का नाम तम्मा भाई है।
जो कि हिंदुस्तान कर राज्य गुजरात के जिला आनन्द नगर की एक झोपड़पट्टी के रहने वाले हैं। गुलाब स्लॉट का जन्म 20 सितम्बर 1984 को आनन्द नगर गुजरात मे हुवा। इनके घर वालों का गुलाब स्लॉट को लेकर हमेशा से ही एक सपना रहा है। के वो बड़ा हो कर कुछ करे के जिसकी वजह से उसके गाँव, जिला,शहर,व देश का नाम रौशन हो सके। फिर इनके पिता ने कहा के मैं अपने बेटे गुलाब को एक सुपरस्टार के रूप में देखना चाहता हूं। हालांकि इनके पिता इतने पैसे नही कमा पाते थे के उन्हें किसी अच्छे व बड़े स्कूल में दाख़िल कर सकें। पर फिर भी अपने बेटे को सुपरस्टार बनाने के लिए दिन रात मेहनत कर ख़ूब पैसे जुटाए। इधर इनकी भी उम्र लग भग 8 वर्ष की हो चुकी थी।
गुलाब का भी मक़सद अपने पिता के सपनो को पूरा करना बन गया था। फिर इन्होंने धीरे धीरे दिन रात ख़ूब मेहनत करना शुरू कर दी, और इन्होंने फ़िल्मो में अपने क़दम जमाने के लिए मार्शल आर्ट,कराटे, डांस, योगसन्स, वेपन्स, लठ्बाजी, नान चाकू, तलवार, राईफल शूटिंग और बॉडी स्टंट्स में भी महारत हासिल कर ली। इनके कड़ी मेहनत करने के बाद गुजराती 17 मूवी में काम करने का मौका मिला। गुजरात के लोगी ने इनके काम को खूब सराहा। इनके काम को देखते हुवे। फिर इन्हें tv कलर्स चैनल पर सीरियल में भी काम करने का मौका मिला। फिर इनके काम को देखते हुवे, अपने आप ही धीरे धीरे बॉलीवुड में जगह बनती चली गई।
फ़िर कुछ दिनों के बाद इनके पिता जी तम्मा भाई का भी निधन हो गया। वो अपने बेटे गुलाब को एक एक्टर व सुपरस्टार के रूप में न देख सके। फिर इन्होंने और भी कड़ी मेहनत करना शुरू कर दिया। अब हाल ही में इनकी बॉलीवुड फ़िल्म की शूटिंग के दौरान 2020 में ही इनकी माँ भी इन्हें छोड़कर चली गईं, उनका भी स्वर्गवास हो गया।
अपने चेहरे पर छाई मायूसी और अकेले पन को देखते हुवे, गुलाब स्लॉट अंदर ही अंदर काफ़ी हद तक टूट चुके थे। पर अपने पिता का सपना इन्हें बहुत अच्छी तरह याद था। अपने पिता का सपना व आखिरी इच्छा पूरी करने के लिए हिम्मत कभी नही हारी, और पूरी लगन व मेहनत के साथ हमेशा काम करते रहते हैं। और आज अपनी कड़ी मेहनत से ही इनका नाम सिर्फ़ गुजरात मे ही नही बल्कि पूरे देश मे रौशन है।
और इनका अपने सभी देश वासियों से भी यही कहना है, के अपने हर मक़सद को पूरा करने के लिए ख़ूब मेहनत करें, और अपने देश का नाम भी ख़ूब रौशन करें। और आज हमारा देश कोरोना जैसी महामारी से जूझ रहा है, इसमे भी ग़रीबो की ख़ूब मदद करें, और अपने देश की ग़रीब जनता को ख़ूब ख़ूब योगदान भी दें।
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